क्या आपकी गाड़ी का चालान Pending है? Lok Adalat में मिल सकती है 100% माफी – जानें अगली तारीख और पूरा प्रोसेस

देशभर में लाखों लोगों के ट्रैफिक चालान पेंडिंग हैं, जिससे आम नागरिकों को आर्थिक और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन, जैसे बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, रेड लाइट तोड़ना या नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करना, आमतौर पर भारी जुर्माने का कारण बनता है।

कई बार लोग चालान की बड़ी राशि या लंबी कानूनी प्रक्रिया के डर से चालान नहीं भरते, जिससे बाद में और ज्यादा दिक्कतें आती हैं। ऐसे में लोक अदालत (Lok Adalat) एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आती है, जहां मामूली ट्रैफिक चालानों को माफ या कम कराया जा सकता है।

हर साल चार बार नेशनल लोक अदालत का आयोजन होता है, जिसमें लोग अपने पुराने से पुराने ट्रैफिक चालान का निपटारा बेहद आसान और कम खर्च में कर सकते हैं।

2025 में अगली लोक अदालत 10 मई को लगने जा रही है, जिसमें लाखों लोगों को अपने चालान माफ कराने या जुर्माना कम कराने का मौका मिलेगा।

लोक अदालत में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी बहुत सरल है और इसमें कोई अतिरिक्त फीस नहीं लगती। आइए विस्तार से जानते हैं कि लोक अदालत क्या है, इसमें चालान कैसे माफ होते हैं, किन लोगों को फायदा मिलेगा और पूरी प्रक्रिया क्या है।

Lok Adalat: Traffic Fines 2025

बिंदु/पैरामीटरविवरण/आंकड़े
अगली लोक अदालत की तारीख10 मई 2025
साल में कितनी बार4 बार (मार्च, मई, सितंबर, दिसंबर)
किसके लिए मौकापेंडिंग ट्रैफिक चालान वाले नागरिक
किस चालान पर माफीमामूली ट्रैफिक उल्लंघन (सीट बेल्ट, हेलमेट, पार्किंग)
किन चालानों पर नहींगंभीर अपराध (ड्रिंक एंड ड्राइव, एक्सीडेंट)
रजिस्ट्रेशन जरूरीहां, ऑनलाइन/ऑफलाइन दोनों तरीके
फीसकोई अतिरिक्त फीस नहीं
प्रक्रियारजिस्ट्रेशन, दस्तावेज़, सुनवाई, निपटारा
लाभचालान माफी या जुर्माना कम, कानूनी राहत
कौन कर सकता है आवेदनसभी वाहन मालिक जिनका चालान पेंडिंग है

लोक अदालत क्या है और इसका उद्देश्य

लोक अदालत एक वैकल्पिक न्यायिक व्यवस्था है, जिसे ‘जनता की अदालत’ भी कहा जाता है। इसका उद्देश्य आम लोगों को त्वरित, सुलभ और कम खर्च में न्याय दिलाना है।

यहां छोटे-मोटे कानूनी मामले, खासतौर पर ट्रैफिक चालान, बिजली बिल, बैंक लोन, घरेलू विवाद आदि का निपटारा सुलह-समझौते के आधार पर किया जाता है। लोक अदालत में जज के पास यह अधिकार होता है कि वे चालान को पूरी तरह माफ कर सकते हैं या उसकी राशि कम कर सकते हैं।

2025 में कब-कब लगेगी लोक अदालत?

2025 में नेशनल लोक अदालत की तिथियां राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) द्वारा तय की गई है। इस साल लोक अदालतें चार बार लगेंगी:

  • पहली लोक अदालत: 8 मार्च 2025
  • दूसरी लोक अदालत: 10 मई 2025
  • तीसरी लोक अदालत: 13 सितंबर 2025
  • चौथी लोक अदालत: 13 दिसंबर 2025

किन चालानों पर मिलेगी राहत?

  • बिना हेलमेट बाइक चलाना
  • सीट बेल्ट न पहनना
  • रेड लाइट तोड़ना
  • नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करना
  • बिना ड्राइविंग लाइसेंस या दस्तावेज़ के वाहन चलाना

किन चालानों पर राहत नहीं?

  • शराब पीकर गाड़ी चलाना (ड्रिंक एंड ड्राइव)
  • तेज रफ्तार (Overspeeding)
  • दुर्घटना करके भाग जाना (Hit & Run)
  • बार-बार नियम तोड़ना
  • आपराधिक मामले

लोक अदालत में चालान माफ कराने की पूरी प्रक्रिया

1. रजिस्ट्रेशन

  • सबसे पहले आपको अपने राज्य की विधिक सेवा प्राधिकरण (SLSA) या ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  • रजिस्ट्रेशन के लिए चालान नंबर या वाहन नंबर, नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी जैसी जानकारी भरनी होगी।
  • चालान की डिजिटल कॉपी अपलोड करनी पड़ सकती है।
  • रजिस्ट्रेशन की रसीद (Acknowledgement Slip) डाउनलोड कर लें।

2. दस्तावेज़ तैयार रखें

  • चालान की कॉपी
  • वाहन के कागजात (RC, DL)
  • पहचान पत्र (आधार कार्ड आदि)

3. लोक अदालत में उपस्थित हों

  • तय तारीख (10 मई 2025) को लोक अदालत में जाएं।
  • अपने दस्तावेज़ और रसीद लेकर जाएं।
  • जज के सामने अपना पक्ष रखें।

4. सुनवाई और निपटारा

  • जज चालान की गंभीरता, दस्तावेज़ और आपकी दलीलें देखकर चालान माफ या जुर्माना कम कर सकते हैं।
  • अगर मामला लोक अदालत में नहीं सुलझता, तो इसे कोर्ट में भेजा जा सकता है।

किसे मिलेगा लोक अदालत का फायदा?

  • जिन लोगों के ट्रैफिक चालान पेंडिंग हैं।
  • जिनका चालान मामूली उल्लंघन के कारण कटा है।
  • जो जुर्माना भरने में असमर्थ हैं या राशि ज्यादा है।
  • जिनके चालान कोर्ट में लंबित हैं।
  • जो पुराने चालान से छुटकारा पाना चाहते हैं।

लोक अदालत: आम जनता के लिए क्यों जरूरी?

लोक अदालत आम नागरिकों को कानूनी बोझ और लंबी कोर्ट प्रक्रिया से बचाती है। ट्रैफिक चालान जैसे छोटे मामलों में भी कई बार लोग कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटते हैं या जुर्माना नहीं भर पाते। लोक अदालत इन मामलों को सुलझाने का सरल और पारदर्शी मंच है, जिससे लाखों लोगों को राहत मिलती है।

निष्कर्ष

लोक अदालत आम जनता के लिए ट्रैफिक चालान माफ या कम कराने का सुनहरा मौका है। 10 मई 2025 को लगने वाली अगली लोक अदालत में आप अपने पुराने या पेंडिंग चालान का निपटारा आसानी से कर सकते हैं।

बस, आपको समय पर रजिस्ट्रेशन करना है और जरूरी दस्तावेज़ लेकर अदालत में उपस्थित होना है। ध्यान रखें, यह सुविधा सिर्फ मामूली ट्रैफिक उल्लंघन के मामलों के लिए है, गंभीर अपराधों के लिए नहीं। लोक अदालत की प्रक्रिया मुफ्त, आसान और पारदर्शी है, जिससे लाखों लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।

Disclaimer: यह आर्टिकल 2025 में लगने वाली लोक अदालत, ट्रैफिक चालान माफी की प्रक्रिया और उससे जुड़े नियमों पर आधारित है। लोक अदालत में मामूली ट्रैफिक उल्लंघन के चालान माफ या कम किए जा सकते हैं, लेकिन गंभीर अपराधों के चालान इसमें शामिल नहीं होते।

दी गई जानकारी पूरी तरह वास्तविक है और आधिकारिक सूचनाओं पर आधारित है। आवेदन से पहले अपने राज्य की लोक अदालत की गाइडलाइंस जरूर पढ़ें।

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