Aadhaar में सिर्फ 1 गलती और हो सकती है 3 साल की जेल, ₹1 लाख जुर्माना भी तय है – UIDAI Rules 2025

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आज के समय में आधार कार्ड हर भारतीय नागरिक की पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। स्कूल में दाखिला हो, बैंक खाता खोलना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो या फिर मोबाइल सिम लेना हो – हर जगह आधार की जरूरत पड़ती है।

लेकिन अगर आधार कार्ड में गलत जानकारी दर्ज हो जाए या कोई जानबूझकर गलत जानकारी देता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। अब UIDAI ने 2025 में नियम और भी सख्त कर दिए हैं। अगर कोई व्यक्ति आधार में गलत जानकारी देता है, तो उसे 3 साल तक की जेल और ₹1 लाख तक का जुर्माना लग सकता है।

सरकार आधार की सुरक्षा और विश्वसनीयता को लेकर बेहद गंभीर है। इसी वजह से नए UIDAI नियमों के तहत अब आधार में गलत जानकारी देने, फर्जी दस्तावेज लगाने या जानबूझकर गलत अपडेट करने पर कड़ी कार्रवाई होगी

यह नियम इसलिए बनाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी या फर्जीवाड़ा रोका जा सके और नागरिकों की पहचान सुरक्षित रहे। आइए जानते हैं आधार में गलत जानकारी से जुड़ी सजा, जुर्माना और नए नियमों के बारे में विस्तार से।

Aadhaar Penalty Rules 2025

नियम/प्रावधानविवरण
लागू करने वाली संस्थाUIDAI (यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया)
लागू वर्ष2025
सजा का प्रकारजेल और जुर्माना
अधिकतम जेल3 साल तक
अधिकतम जुर्माना₹1,00,000 तक
किस पर लागूआधार धारक, एजेंसी, ऑपरेटर, सेवा प्रदाता
किस गलती पर सजागलत जानकारी, फर्जी दस्तावेज, धोखाधड़ी
कानूनी आधारआधार एक्ट 2016, संशोधित नियम 2025

आधार में गलत जानकारी: क्या-क्या मानी जाएगी अपराध?

  • जानबूझकर गलत नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य जानकारी देना।
  • फर्जी दस्तावेज लगाना या गलत प्रमाण पत्र देना।
  • आधार अपडेट के दौरान झूठी जानकारी देना।
  • किसी दूसरे व्यक्ति की जानकारी का दुरुपयोग करना।
  • आधार के लिए फर्जी बायोमेट्रिक या डेमोग्राफिक डाटा देना।
  • एजेंसी या ऑपरेटर द्वारा जानबूझकर गलत जानकारी दर्ज करना।

आधार अपडेट के नियम 2025: कितनी बार कर सकते हैं बदलाव?

  • नाम में बदलाव: जीवन में सिर्फ 2 बार नाम बदल सकते हैं।
  • जन्मतिथि में बदलाव: सिर्फ 1 बार जन्मतिथि बदली जा सकती है।
  • पता (Address) में बदलाव: अनलिमिटेड बार एड्रेस अपडेट किया जा सकता है।
  • मोबाइल नंबर: मोबाइल नंबर जितनी बार चाहें, बदल सकते हैं।
  • बायोमेट्रिक डाटा: केवल आधार सेवा केंद्र पर जाकर ही अपडेट हो सकता है।

आधार अपडेट के लिए जरूरी दस्तावेज

  • पहचान पत्र (जैसे PAN कार्ड, पासपोर्ट, वोटर ID)
  • पता प्रमाण (जैसे बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट, रेंट एग्रीमेंट)
  • जन्म प्रमाण पत्र (जन्मतिथि बदलने के लिए)
  • मोबाइल नंबर अपडेट के लिए ओटीपी वेरिफिकेशन

आधार में गलत जानकारी देने पर क्या होगी सजा?

  • 3 साल तक की जेल: कोर्ट दोषी पाए जाने पर अधिकतम 3 साल की सजा सुना सकता है।
  • ₹1 लाख तक का जुर्माना: दोषी व्यक्ति या संस्था पर 1 लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • दोनों सजा: कई मामलों में जेल और जुर्माना दोनों की सजा हो सकती है।
  • आधार नंबर रद्द: UIDAI दोषी व्यक्ति का आधार नंबर भी रद्द कर सकता है।
  • आधार आधारित सेवाओं से प्रतिबंध: दोषी व्यक्ति को सरकारी योजनाओं या सेवाओं से भी वंचित किया जा सकता है।

आधार अपडेट प्रक्रिया: ऑनलाइन और ऑफलाइन

ऑनलाइन अपडेट:

  • नाम, पता, जन्मतिथि, जेंडर आदि myAadhaar पोर्टल पर अपडेट कर सकते हैं।
  • 14 जून 2025 तक ऑनलाइन अपडेट फ्री है, उसके बाद ₹25 शुल्क लगेगा।

ऑफलाइन अपडेट:

  • आधार सेवा केंद्र या नामित सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक, मोबाइल नंबर आदि अपडेट कर सकते हैं।
  • ऑफलाइन अपडेट के लिए ₹50 शुल्क देना होगा।

आधार में गलत जानकारी से बचने के लिए जरूरी बातें

  • हमेशा सही और प्रमाणित दस्तावेज ही लगाएं।
  • अपडेट के बाद सभी जानकारी दोबारा जांच लें।
  • मोबाइल नंबर और ईमेल अपडेट रखें, ताकि OTP और नोटिफिकेशन मिलते रहें।
  • किसी भी एजेंट या ऑपरेटर को गलत जानकारी न दें।
  • फर्जी दस्तावेज या जानकारी देने से बचें, क्योंकि यह अपराध है।

UIDAI के नए नियम 2025: क्या-क्या बदलाव हुए?

  • आधार ऑथेंटिकेशन के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं को भी अनुमति दी गई है।
  • सभी अपडेट और ऑथेंटिकेशन प्रक्रियाओं को पारदर्शी और सुरक्षित बनाया गया है।
  • आधार से जुड़ी धोखाधड़ी रोकने के लिए सख्त दंड का प्रावधान किया गया है।
  • आधार अपडेट की सीमा तय की गई है, जिससे बार-बार बदलाव पर रोक लग सके।
  • सभी आधार धारकों को हर 10 साल में पहचान और पता दस्तावेज अपडेट करना अनिवार्य किया गया है।

आधार में गलत जानकारी पर सजा क्यों जरूरी है?

  • फर्जी आधार से सरकारी योजनाओं में घोटाला और गलत लाभ वितरण रुक सके।
  • नागरिकों की पहचान सुरक्षित रहे।
  • बैंकिंग, सिम कार्ड, पासपोर्ट जैसी सेवाओं में धोखाधड़ी न हो।
  • देश की सुरक्षा और डेटा की गोपनीयता बनी रहे।
  • आधार की विश्वसनीयता और वैधता बनी रहे।

आधार में गलत जानकारी देने पर सजा: प्रक्रिया कैसे चलेगी?

  • UIDAI या संबंधित एजेंसी को शिकायत मिलने पर जांच शुरू होगी।
  • जांच में दोषी पाए जाने पर कोर्ट में केस चलेगा।
  • कोर्ट दोषी पाए जाने पर 3 साल तक की जेल या ₹1 लाख तक का जुर्माना या दोनों सजा सुना सकता है।
  • UIDAI दोषी व्यक्ति का आधार नंबर भी रद्द कर सकता है।

आधार अपडेट के लिए जरूरी सावधानियां

  • हमेशा सही जानकारी और प्रमाणित दस्तावेज ही लगाएं।
  • किसी भी एजेंट या ऑपरेटर को पैसे देकर गलत जानकारी दर्ज न कराएं।
  • आधार अपडेट के बाद जानकारी दोबारा जांच लें।
  • मोबाइल नंबर और ईमेल अपडेट रखें।
  • समय-समय पर आधार डिटेल्स वेरिफाई करते रहें।

निष्कर्ष

आधार कार्ड में गलत जानकारी देना अब बेहद गंभीर अपराध है। UIDAI ने 2025 के नए नियमों के तहत सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान किया है। इससे न सिर्फ नागरिकों की पहचान सुरक्षित रहेगी, बल्कि सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

सभी नागरिकों को चाहिए कि वे आधार में हमेशा सही जानकारी दर्ज करें और समय-समय पर अपने दस्तावेज अपडेट करते रहें। फर्जी दस्तावेज या गलत जानकारी देने से बचें, क्योंकि अब इसकी सजा बहुत सख्त है।

Disclaimer: यह लेख 8 मई 2025 तक उपलब्ध सरकारी नियमों और UIDAI की आधिकारिक सूचनाओं पर आधारित है। आधार में गलत जानकारी देने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान पूरी तरह वास्तविक है और UIDAI द्वारा लागू किया गया है।

नियमों में समय-समय पर बदलाव संभव है, इसलिए अपडेट के लिए UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी आधार केंद्र से जानकारी अवश्य लें। लेख का उद्देश्य केवल जानकारी देना है, कृपया किसी भी कानूनी सलाह के लिए विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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