भारत सरकार ने 2025 में दिव्यांगजनों (Persons with Disabilities) के लिए बहुत जरूरी बदलाव किए हैं। अब UDID कार्ड (Unique Disability ID Card) और विकलांग प्रमाण पत्र (Disability Certificate) के नियमों में कई नए अपडेट किए गए हैं। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं, सुविधाओं और अधिकारों का लाभ दिलाना और प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और डिजिटल बनाना है।
UDID कार्ड की मदद से दिव्यांगजन न सिर्फ सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं, बल्कि उन्हें एक पहचान भी मिलती है, जिससे वे देशभर में किसी भी जगह अपने अधिकारों का दावा कर सकते हैं। नए नियमों के तहत अब आवेदन प्रक्रिया, कार्ड की वैधता, रंग-कोडिंग सिस्टम, और प्रमाण पत्र जारी करने की समय सीमा में बदलाव किए गए हैं। इससे दिव्यांगजनों को अपने प्रमाण पत्र और कार्ड बनवाने में आसानी होगी और सरकारी योजनाओं का लाभ भी जल्दी मिलेगा।
इस लेख में हम आपको UDID कार्ड और विकलांग प्रमाण पत्र के नए नियमों (UDID Card New Rule 2025) की पूरी जानकारी देंगे। आप जानेंगे कि UDID कार्ड क्या है, इसके लिए कौन पात्र है, आवेदन कैसे करें, किन-किन दस्तावेजों की जरूरत है, नए नियम क्या हैं, रंग-कोडिंग सिस्टम कैसे काम करता है, और दिव्यांगजनों को इससे क्या-क्या फायदे मिलेंगे। साथ ही, हम आपको बताएंगे कि इन नए नियमों का असली असर क्या है और क्या इसमें कोई समस्या भी है। आइए, विस्तार से जानते हैं UDID कार्ड और विकलांग प्रमाण पत्र के नए नियमों के बारे में।
What is UDID Card? | UDID Card Overview 2025
UDID (Unique Disability Identity) कार्ड भारत सरकार की एक डिजिटल पहचान है, जो दिव्यांगजनों को दी जाती है। इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों के लिए एक नेशनल डाटाबेस बनाना, सरकारी योजनाओं का लाभ आसान बनाना, और प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। UDID कार्ड के जरिए दिव्यांगजन देशभर में कहीं भी अपने अधिकारों का लाभ ले सकते हैं। यह कार्ड ऑनलाइन बनता है और इसमें दिव्यांगता का प्रकार, प्रतिशत, नाम, पता, फोटो जैसी जरूरी जानकारी होती है।
UDID Card Yojana 2025 Overview Table
योजना का नाम | UDID कार्ड (Unique Disability ID Card) |
किसके लिए | दिव्यांगजन (Persons with Disabilities) |
मुख्य उद्देश्य | दिव्यांगजनों को एक यूनिक डिजिटल पहचान देना |
आवेदन प्रक्रिया | केवल ऑनलाइन (UDID Portal के माध्यम से) |
प्रमाण पत्र जारी करने की समय सीमा | 3 महीने (पहले 1 महीना था) |
रंग-कोडिंग सिस्टम | व्हाइट (White), येलो (Yellow), ब्लू (Blue) |
पात्रता | 21 प्रकार की दिव्यांगता, न्यूनतम 40% दिव्यांगता |
जरूरी दस्तावेज | आधार कार्ड, फोटो (6 माह से पुरानी नहीं), पहचान पत्र |
लाभ | सरकारी योजनाएं, आरक्षण, पेंशन, टैक्स छूट, स्कॉलरशिप |
पुनः आवेदन | 2 साल तक कोई निर्णय न हो तो दोबारा आवेदन जरूरी |
जारी करने वाली अथॉरिटी | जिला स्तर पर नामित मेडिकल अथॉरिटी |
UDID कार्ड और विकलांग प्रमाण पत्र के नए नियम 2025
2025 में UDID कार्ड और विकलांग प्रमाण पत्र के लिए कई नए नियम लागू किए गए हैं। जानिए इन नियमों की पूरी जानकारी:
1. केवल ऑनलाइन आवेदन (Online Application Only):
अब दिव्यांग प्रमाण पत्र और UDID कार्ड के लिए आवेदन सिर्फ UDID पोर्टल (UDID Portal) के माध्यम से ऑनलाइन ही किया जा सकता है। ऑफलाइन आवेदन की सुविधा अब नहीं है, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और तेज़ हो गई है।
2. रंग-कोडिंग सिस्टम (Colour-Coded UDID Card):
अब UDID कार्ड तीन रंगों में जारी होंगे, जो दिव्यांगता के प्रतिशत को दर्शाते हैं:
- व्हाइट (White): 40% से कम दिव्यांगता
- येलो (Yellow): 40% से 80% दिव्यांगता
- ब्लू (Blue): 80% या उससे अधिक दिव्यांगता
इससे सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ तय करना आसान हो जाएगा।
3. प्रमाण पत्र जारी करने की समय सीमा (Issuance Time):
पहले दिव्यांग प्रमाण पत्र और UDID कार्ड 1 महीने में जारी होते थे, अब यह समय सीमा बढ़ाकर 3 महीने कर दी गई है।
4. आवेदन की वैधता (Application Validity):
अगर किसी आवेदन पर 2 साल तक कोई निर्णय नहीं होता, तो वह आवेदन अमान्य (void) हो जाएगा। ऐसे में आवेदक को दोबारा आवेदन करना होगा।
5. प्रमाण पत्र जारी करने वाली अथॉरिटी (Issuing Authority):
अब केवल जिला स्तर पर नामित मेडिकल अथॉरिटी ही दिव्यांग प्रमाण पत्र और UDID कार्ड जारी कर सकती है। पहले कई जगहों से प्रमाण पत्र बन सकते थे, अब यह प्रक्रिया एकदम स्पष्ट हो गई है।
6. जरूरी दस्तावेज (Required Documents):
आवेदन के समय अब आधार कार्ड, 6 माह से पुरानी नहीं फोटो, और पहचान पत्र जरूरी है। पहले सिर्फ आधार और दो फोटो से काम चल जाता था।
7. अस्थायी और स्थायी प्रमाण पत्र (Temporary & Permanent Certificate):
अगर दिव्यांगता स्थायी है, तो आजीवन वैध प्रमाण पत्र मिलेगा। अगर अस्थायी है, तो समय-समय पर पुनः जांच कराना जरूरी होगा।
UDID Card Eligibility: कौन बनवा सकता है UDID कार्ड?
UDID कार्ड उन्हीं भारतीय नागरिकों को मिलेगा, जिनकी दिव्यांगता 21 में से किसी भी श्रेणी में आती हो और न्यूनतम 40% हो।
मुख्य दिव्यांगता श्रेणियां:
- दृष्टिहीनता (Blindness)
- अल्प दृष्टि (Low Vision)
- श्रवण दोष (Deaf & Hard of Hearing)
- चलन-सम्बंधी विकलांगता (Locomotor Disability)
- बौनापन (Dwarfism)
- बौद्धिक विकलांगता (Intellectual Disability)
- मानसिक बीमारी (Mental Illness)
- ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (Autism Spectrum Disorder)
- सेरिब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy)
- मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (Muscular Dystrophy)
- स्पीच व लैंग्वेज डिसेबिलिटी (Speech & Language Disability)
- थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, सिकेल सेल रोग
- मल्टीपल डिसेबिलिटी (Multiple Disabilities)
- तेजाब हमला पीड़ित (Acid Attack Victims)
- पार्किंसन डिजीज (Parkinson’s Disease)
UDID कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया (UDID Card Apply Process 2025)
1. UDID पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें:
सबसे पहले UDID Portal पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करें।
2. ऑनलाइन फॉर्म भरें:
आवश्यक जानकारी जैसे नाम, पता, आधार नंबर, दिव्यांगता का प्रकार, प्रतिशत आदि भरें।
3. जरूरी दस्तावेज अपलोड करें:
आधार कार्ड, पहचान पत्र, 6 माह से पुरानी नहीं फोटो, मेडिकल रिपोर्ट आदि अपलोड करें।
4. आवेदन सबमिट करें:
फॉर्म सबमिट करने के बाद आपको एक आवेदन संख्या मिलेगी।
5. मेडिकल अथॉरिटी द्वारा जांच:
आपके दस्तावेज और मेडिकल रिपोर्ट की जांच जिला स्तर की मेडिकल अथॉरिटी करेगी।
6. प्रमाण पत्र और UDID कार्ड जारी:
जांच के बाद 3 महीने के भीतर UDID कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी कर दिए जाएंगे।
7. कार्ड डाउनलोड करें:
UDID Portal से आप अपना कार्ड डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं।
UDID Card के फायदे (Benefits of UDID Card 2025)
UDID कार्ड मिलने के बाद दिव्यांगजनों को कई सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिलता है:
- सरकारी योजनाओं का लाभ: एक ही कार्ड से केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है।
- यात्रा में छूट: रेलवे और बस यात्रा में 50% से 100% तक की छूट।
- शिक्षा में आरक्षण और स्कॉलरशिप: स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में आरक्षण और छात्रवृत्ति।
- सरकारी नौकरियों में आरक्षण: सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण।
- पेंशन योजनाएं: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंशन योजना और राज्य स्तरीय पेंशन।
- इनकम टैक्स में छूट: सेक्शन 80U और 80DD के तहत टैक्स छूट।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: अस्पतालों में प्राथमिकता, मुफ्त या सब्सिडी वाले उपकरण।
- आवास योजनाओं में आरक्षण: केंद्र और राज्य की आवास योजनाओं में लाभ।
- वाहन खरीद पर छूट: GST, रोड टैक्स, बीमा और टोल टैक्स में छूट।
- शादी-विवाह प्रोत्साहन योजना: विवाह के लिए विशेष प्रोत्साहन राशि।
- पुरस्कार और सम्मान: सराहनीय कार्य करने वाले दिव्यांगजनों को पुरस्कार।
UDID कार्ड के नए रंग-कोडिंग सिस्टम का मतलब (UDID Colour Coding System)
2025 से UDID कार्ड तीन रंगों में जारी होंगे:
- व्हाइट (White Card): 40% से कम दिव्यांगता – इस कार्डधारक को कुछ सीमित सुविधाएं मिलेंगी।
- येलो (Yellow Card): 40% से 80% दिव्यांगता – अधिकतर सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
- ब्लू (Blue Card): 80% या उससे अधिक दिव्यांगता – सभी योजनाओं और सुविधाओं का पूरा लाभ मिलेगा।
इस रंग-कोडिंग से सरकारी विभागों को लाभ देने में आसानी होगी और दिव्यांगजनों को भी अपने लाभ जानने में सुविधा होगी।
नए नियमों के लाभ और चुनौतियां (Advantages & Challenges of New UDID Rules)
लाभ:
- पूरी प्रक्रिया डिजिटल होने से पारदर्शिता बढ़ी है।
- एक ही कार्ड से सभी योजनाओं का लाभ।
- रंग-कोडिंग से लाभ तय करने में सुविधा।
- समय सीमा तय होने से प्रमाण पत्र जल्दी मिलेगा।
चुनौतियां:
- पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से डिजिटल साक्षरता जरूरी है, जो हर किसी के लिए आसान नहीं है।
- जिला स्तर की मेडिकल अथॉरिटी से प्रमाण पत्र बनवाना अब अनिवार्य है, जिससे कभी-कभी प्रक्रिया लंबी हो सकती है।
- प्रमाण पत्र जारी करने की समय सीमा बढ़ने से (1 से 3 महीने) कुछ मामलों में देर हो सकती है।
- अगर आवेदन पर 2 साल तक कोई निर्णय नहीं होता, तो फिर से आवेदन करना पड़ेगा।
UDID कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए जरूरी बातें
- UDID कार्ड के लिए आधार-आधारित e-KYC अब जरूरी है।
- कार्ड खो जाने या अपडेट के लिए भी ऑनलाइन प्रक्रिया अपनानी होगी।
- 21 प्रकार की दिव्यांगता ही मान्य हैं, बाकी के लिए फिलहाल कोई सुविधा नहीं।
- मेडिकल अथॉरिटी की जांच के बिना प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा।
- अस्थायी प्रमाण पत्र की वैधता खत्म होने पर दोबारा जांच करानी होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. UDID कार्ड क्या है?
UDID कार्ड दिव्यांगजनों के लिए भारत सरकार की ओर से जारी एक यूनिक डिजिटल पहचान पत्र है, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।
Q2. UDID कार्ड के लिए कौन पात्र है?
जिस व्यक्ति की दिव्यांगता 21 में से किसी भी श्रेणी में आती हो और कम से कम 40% हो, वह पात्र है।
Q3. UDID कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?
UDID Portal पर ऑनलाइन आवेदन करें, जरूरी दस्तावेज अपलोड करें, और मेडिकल अथॉरिटी की जांच के बाद कार्ड मिलेगा।
Q4. UDID कार्ड के क्या फायदे हैं?
सरकारी योजनाएं, यात्रा में छूट, शिक्षा और नौकरी में आरक्षण, पेंशन, टैक्स छूट, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि।
Q5. UDID कार्ड कितने रंगों में जारी होता है?
तीन रंग – व्हाइट (40% से कम), येलो (40-80%), ब्लू (80% या अधिक)।
Q6. अगर आवेदन पर 2 साल तक कोई निर्णय न हो तो क्या होगा?
ऐसा होने पर आवेदन अमान्य हो जाएगा और दोबारा आवेदन करना होगा।
Disclaimer:
यह जानकारी भारत सरकार द्वारा 2025 में जारी किए गए UDID कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र के नए नियमों पर आधारित है। यह नियम पूरी तरह से असली और लागू हैं, लेकिन इन नियमों की प्रक्रिया में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं। UDID कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र से जुड़ी हर जानकारी के लिए आधिकारिक पोर्टल या जिला स्तर की मेडिकल अथॉरिटी से संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है, कृपया आवेदन से पहले सभी नियमों की पुष्टि जरूर करें।