SBI, BOB, PNB खाताधारक ध्यान दें! 5 नए नियम सीधे आपकी जेब पर असर डालेंगे

आजकल बैंकिंग सेक्टर में तेजी से बदलाव हो रहे हैं, और ये बदलाव सीधे तौर पर आम लोगों की रोज़मर्रा की बैंकिंग को प्रभावित करते हैं। अगर आपका खाता SBI (State Bank of India), PNB (Punjab National Bank) या BOB (Bank of Baroda) में है, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। साल 2025 में इन बैंकों ने कई नए नियम लागू किए हैं, जिनका असर आपके सेविंग्स अकाउंट, डिजिटल ट्रांजेक्शन, ATM इस्तेमाल, चेक से जुड़ी सेवाओं और बैंकिंग चार्जेस पर पड़ेगा।

इन नए नियमों का मकसद ग्राहकों को ज्यादा सुरक्षित, पारदर्शी और स्मार्ट बैंकिंग सुविधा देना है। लेकिन इन बदलावों के साथ कुछ शर्तें और नियम भी आए हैं, जिन्हें जानना आपके लिए जरूरी है। अगर आप इन नियमों को नजरअंदाज करते हैं तो आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है या फिर आपकी बैंकिंग सर्विस बंद हो सकती है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि SBI, PNB और BOB के 5 सबसे अहम नए नियम कौन-कौन से हैं, उनका आपकी रोज़मर्रा की बैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा और आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

SBI, PNB, BOB Banking Rules Update 2025: Overview Table

नियम या बदलावलागू बैंकमुख्य असर / शर्तें
न्यूनतम बैलेंस में बदलावSBI, PNB, BOBसभी अकाउंट्स के लिए नए मिनिमम बैलेंस तय
ATM ट्रांजेक्शन लिमिट/चार्जSBI, PNB, BOBफ्री ट्रांजेक्शन की संख्या सीमित, एक्स्ट्रा चार्ज
UPI/IMPS ट्रांजेक्शन लिमिटSBI, PNB, BOBUPI/IMPS लिमिट में बदलाव, कुछ मामलों में फीस
पॉजिटिव पे सिस्टमBOB, सभी बैंकबड़े चेक पर प्री-अप्रूवल जरूरी, धोखाधड़ी से सुरक्षा
KYC नियमों में सख्तीSBI, PNB, BOBKYC अपडेट न करने पर अकाउंट फ्रीज हो सकता है
EMI/लोन नियमPNB, SBIEMI न चुकाने पर जुर्माना, लोन नियमों में बदलाव
डिजिटल बैंकिंग फीचर्सSBI, PNB, BOBमोबाइल/नेट बैंकिंग में नए फीचर्स, SMS अलर्ट
FD/सावधि जमा स्कीम्सSBI, PNBनई FD स्कीम्स, ब्याज दरों में बदलाव

1. Minimum Balance Rule Change (न्यूनतम बैलेंस नियम में बदलाव)

2025 में SBI, PNB और BOB ने अपने सेविंग्स अकाउंट के लिए न्यूनतम बैलेंस की राशि को बढ़ा दिया है। इसका सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो अपने खाते में कम बैलेंस रखते हैं। अब शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग मिनिमम बैलेंस तय किए गए हैं। अगर आप तय सीमा से कम बैलेंस रखते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ेगा।

  • शहरी क्षेत्रों में: न्यूनतम बैलेंस ₹3000 से ₹5000 तक हो सकता है
  • अर्ध-शहरी क्षेत्रों में: ₹2000 से ₹3000 तक हो सकता है
  • ग्रामीण क्षेत्रों में: ₹1000 से ₹1500 तक बढ़ सकता है

कुछ बैंकों में स्टूडेंट्स और सीनियर सिटीजन के लिए छूट भी है। अगर आप मिनिमम बैलेंस नहीं रखते तो हर महीने पेनल्टी लग सकती है। इसलिए अपने खाते की स्थिति SMS या मोबाइल बैंकिंग से समय-समय पर चेक करें।

2. ATM Transaction Limit & Charges (एटीएम ट्रांजेक्शन लिमिट और चार्जेस)

ATM से पैसे निकालने या अन्य ट्रांजेक्शन करने के नियम भी बदल गए हैं। अब हर महीने फ्री ट्रांजेक्शन की संख्या सीमित कर दी गई है।

  • SBI में हर महीने 5 फ्री ट्रांजेक्शन (SBI ATM) और 10 फ्री ट्रांजेक्शन (अन्य बैंक ATM) मिलते हैं
  • PNB और BOB में भी फ्री ट्रांजेक्शन की लिमिट तय है
  • फ्री लिमिट के बाद SBI ATM पर ₹15+GST और अन्य बैंक ATM पर ₹21+GST प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज लगेगा
  • मेट्रो सिटी में फ्री ट्रांजेक्शन की संख्या कम हो सकती है

इसलिए कोशिश करें कि फ्री लिमिट के अंदर ही अपने ATM ट्रांजेक्शन करें, वरना एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा।

3. UPI और IMPS Transaction Limit (UPI/IMPS ट्रांजेक्शन लिमिट में बदलाव)

डिजिटल बैंकिंग की बढ़ती जरूरत को देखते हुए UPI और IMPS ट्रांजेक्शन लिमिट में भी बदलाव किया गया है।

  • SBI में UPI ट्रांजेक्शन की लिमिट अब ₹1,00,000 प्रति ट्रांजेक्शन और प्रति दिन है
  • PNB और BOB में UPI/IMPS लिमिट ₹1,50,000 तक हो सकती है
  • नए यूजर्स के लिए पहले 24 घंटे तक लिमिट कम (₹5,000) हो सकती है
  • IMPS के लिए SBI ने लिमिट ₹5 लाख तक बढ़ाई है (ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं, ब्रांच से ट्रांजेक्शन पर ₹20+GST चार्ज)

अगर आप डिजिटल पेमेंट करते हैं तो इन लिमिट्स का ध्यान रखें, वरना ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है या चार्ज लग सकता है।

4. Positive Pay System (पॉजिटिव पे सिस्टम का नया नियम)

Bank of Baroda समेत सभी बड़े बैंकों ने पॉजिटिव पे सिस्टम लागू किया है।

  • BOB में अब ₹4 लाख या उससे ज्यादा के चेक पर पॉजिटिव पे कन्फर्मेशन जरूरी है
  • ग्राहक को चेक जारी करने से पहले बैंक को चेक की डिटेल (अकाउंट नंबर, चेक नंबर, डेट, अमाउंट, पेयी नेम) देना जरूरी है
  • अगर डिटेल्स नहीं मिलती तो चेक क्लीयर नहीं होगा
  • यह नियम धोखाधड़ी रोकने के लिए लागू किया गया है

इसलिए अगर आप बड़े अमाउंट का चेक जारी करते हैं तो पॉजिटिव पे सिस्टम जरूर फॉलो करें।

5. KYC Update Rule (KYC नियमों में सख्ती)

अब KYC (Know Your Customer) अपडेट करना और भी जरूरी हो गया है।

  • अगर आपने समय पर KYC अपडेट नहीं किया तो आपका अकाउंट फ्रीज या बंद हो सकता है
  • बैंक SMS, ईमेल या कॉल के जरिए KYC अपडेट की जानकारी देंगे
  • KYC के लिए आपको पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ आदि बैंक में जमा करने होंगे

KYC अपडेट न करने पर बैंकिंग सर्विस रुक सकती है, इसलिए समय पर KYC जरूर अपडेट कराएं।

6. EMI और Loan Rules में बदलाव

अगर आपने बैंक से लोन लिया है या EMI भरते हैं, तो ये बदलाव भी आपके लिए जरूरी हैं।

  • PNB में EMI न चुकाने पर अब ₹250 का जुर्माना लगेगा
  • SBI और अन्य बैंकों में भी EMI डिफॉल्ट पर पेनल्टी बढ़ाई गई है
  • लोन की ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं, इसलिए बैंक की वेबसाइट या ब्रांच से जानकारी लेते रहें

7. Digital Banking Features (डिजिटल बैंकिंग के नए फीचर्स)

अब मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग और SMS अलर्ट को और बेहतर बनाया गया है।

  • मोबाइल ऐप्स में नए सिक्योरिटी फीचर्स
  • SMS अलर्ट से मिनिमम बैलेंस, ट्रांजेक्शन अपडेट
  • ऑनलाइन FD, RD, लोन एप्लिकेशन की सुविधा

इन फीचर्स का इस्तेमाल करके आप अपनी बैंकिंग को स्मार्ट और सुरक्षित बना सकते हैं।

8. FD और Deposit Schemes (FD/सावधि जमा स्कीम्स में बदलाव)

SBI और PNB ने नई FD स्कीम्स लॉन्च की हैं:

  • SBI की ‘लाखपति RD’ और ‘पैट्रन्स FD’ में ज्यादा ब्याज दर
  • सीनियर सिटीजन के लिए FD पर अतिरिक्त ब्याज
  • PNB में नई FD स्कीम्स और ब्याज दरों में बदलाव

अगर आप सेविंग्स से ज्यादा कमाना चाहते हैं तो इन स्कीम्स का फायदा उठा सकते हैं।

महत्वपूर्ण बदलावों का संक्षिप्त सारांश

  • न्यूनतम बैलेंस: अब ज्यादा रखना जरूरी, न रखने पर जुर्माना
  • ATM ट्रांजेक्शन: फ्री लिमिट कम, एक्स्ट्रा ट्रांजेक्शन पर चार्ज
  • UPI/IMPS लिमिट: ट्रांजेक्शन लिमिट बढ़ी, नए यूजर्स के लिए लिमिट कम
  • पॉजिटिव पे सिस्टम: बड़े चेक पर प्री-अप्रूवल जरूरी
  • KYC: समय पर अपडेट न करने पर अकाउंट फ्रीज
  • EMI/लोन: डिफॉल्ट पर जुर्माना बढ़ा
  • डिजिटल बैंकिंग: नए फीचर्स, SMS अलर्ट
  • FD स्कीम्स: नई स्कीम्स, ज्यादा ब्याज

ग्राहकों के लिए जरूरी सुझाव

  • अपने खाते का बैलेंस और ट्रांजेक्शन लिमिट समय-समय पर चेक करें
  • फ्री ATM ट्रांजेक्शन लिमिट के अंदर ही पैसे निकालें
  • डिजिटल पेमेंट करते समय ट्रांजेक्शन लिमिट का ध्यान रखें
  • बड़े अमाउंट के चेक पर पॉजिटिव पे सिस्टम जरूर फॉलो करें
  • KYC अपडेट समय पर कराएं
  • EMI या लोन की किस्त समय पर भरें
  • मोबाइल बैंकिंग और SMS अलर्ट का पूरा फायदा उठाएं

निष्कर्ष

SBI, PNB और BOB के ये नए नियम आपकी रोज़मर्रा की बैंकिंग को और ज्यादा सुरक्षित, पारदर्शी और स्मार्ट बनाने के लिए लागू किए गए हैं। अगर आप इन नियमों का ध्यान रखते हैं तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी, बल्कि आपकी बैंकिंग लाइफ और आसान हो जाएगी। लेकिन अगर आप इन बदलावों को नजरअंदाज करते हैं तो आपको पेनल्टी, सर्विस रुकने या अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बैंक की तरफ से आने वाले नोटिफिकेशन, SMS या ईमेल को जरूर पढ़ें और जरूरत पड़ने पर ब्रांच से संपर्क करें।

Disclaimer

यह आर्टिकल बैंकिंग सेक्टर में हाल ही में हुए बदलावों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। बैंकिंग नियम समय-समय पर बदल सकते हैं, इसलिए किसी भी फाइनल फैसले से पहले अपने बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या ब्रांच से कन्फर्मेशन जरूर लें। कुछ नियमों की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ग्राहक सुरक्षा और सुविधा के लिए इनका पालन करना फायदेमंद रहेगा।

Author

  • Kajal Kumari

    Kajal Kumari is an experienced writer with over 7 years of expertise in creating engaging and informative content. With a strong educational background in literature and communication.

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