Post Office New Scheme: 21 साल में बनाएं ₹25 लाख, टैक्स फ्री फंड का सपना होगा सच

भारत में भविष्य के लिए सुरक्षित बचत और टैक्स में छूट पाने का सपना हर परिवार देखता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पोस्ट ऑफिस द्वारा नई पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) स्कीम चलाई जाती है, जो निवेशकों के लिए लंबी अवधि में सुरक्षित, कर मुक्त और आकर्षक ब्याज वाली बचत योजना है।

यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए बहुत लाभकारी है, जो जोखिम नहीं लेना चाहते और अपनी बचत को पूरी सुरक्षा के साथ बढ़ाना चाहते हैं। पिछले कुछ वर्षों में पोस्ट ऑफिस पीपीएफ स्कीम ने आम लोगों के बीच बहुत लोकप्रियता हासिल की है।

भारत सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण इसमें निवेश न केवल सुरक्षित रहता है, बल्कि बच्चों, घरेलू महिलाओं और मध्यम आय वर्ग के निवेशकों के लिए भी यह एक भरोसेमंद विकल्प है। आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की नई पीपीएफ स्कीम की पूरी जानकारी सरल और आसान भाषा में देने जा रहे हैं।

Post Office PPF New Scheme

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम एक लॉन्ग टर्म सेविंग्स स्कीम है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा साल 1968 में शुरू किया गया और इसे पोस्ट ऑफिस के अलावा बैंक ब्रांच में भी खोला जा सकता है। पोस्ट ऑफिस PPF खाता पूरी तरह से सरकारी गारंटी के साथ आता है, जिससे निवेशकों को पैसे की पूरी सुरक्षा मिलती है।

इस स्कीम की सबसे खास बात यह है कि इसमें जमा राशि पर कंपाउंडेड ब्याज मिलता है जो हर साल बढ़ता है। साथ ही, इसमें निवेश करने पर टैक्स की छूट भी मिलती है और मैच्योरिटी राशि व ब्याज दोनों ही आयकर से पूरी तरह मुक्त हैं।

मुख्य फीचर्स और फायदे

  • सुरक्षित निवेश: पोस्ट ऑफिस PPF खाते में जमा राशि पूरी तरह सुरक्षित रहती है क्योंकि इसे भारत सरकार की गारंटी होती है।
  • लंबी अवधि की बचत: इस खाते की न्यूनतम अवधि 15 साल है, जिसे 5-5 साल के ब्लॉक में अनिश्चितकाल तक बढ़ाया जा सकता है।
  • लचीलापन: सालाना न्यूनतम 500 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।
  • नॉमिनी सुविधा: खाते खोलते समय या बाद में नामांकन किया जा सकता है।
  • आकर्षक ब्याज दर: वर्तमान में PPF पर 7.1% सालाना कंपाउंडेड ब्याज मिलता है, जो हर तीन महीनों में पुनर्विचारित होता है।
  • टैक्स में छूट: निवेश की गई राशि पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट (अधिकतम ₹1.5 लाख तक) मिलती है। साथ ही ब्याज व निकालने पर भी टैक्स नहीं लगता है।
  • लोन और आंशिक निकासी: तीसरे साल बाद लोन प्राप्त कर सकते हैं और 7वें साल से आंशिक निकासी का विकल्प भी उपलब्ध है।
  • फंड ट्रांसफर: आप अपने PPF खाते को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस या बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं।

पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज

  • कौन खोल सकता है PPF खाता: कोई भी भारतीय नागरिक (व्यस्क या बच्चों के नाम पर माता-पिता) यह खाता खोल सकता है। एक व्यक्ति के नाम पर केवल एक ही PPF खाता खोल सकते हैं।
  • NRI और HUF को यह सुविधा नहीं मिलती है।
  • आवश्यक दस्तावेज: पहचान पत्र (आधार/पैन), पता प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो, और नामांकन फॉर्म।

पीपीएफ खाता कैसे खोलें?

  • नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाएं और पीपीएफ अकाउंट ओपनिंग फॉर्म लें।
  • फॉर्म में पूरी जानकारी भरें, आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें और कम से कम 500 रुपए की शुरुआती राशि जमा करें।
  • वेरिफिकेशन के बाद पोस्ट ऑफिस आपको अकाउंट पासबुक दे देता है, जिसका उपयोग आगे की जमा एवं निकासी में करना होता है।

जमा, निकासी और लोन से जुड़े नियम

PPF खाते में साल में कम से कम 500 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। एक वित्त वर्ष में एक ही व्यक्ति द्वारा (स्वयं व नाबालिग दोनों खाते मिलाकर) अधिकतम ₹1.5 लाख ही निवेश किया जा सकता है।

7वीं साल से आंशिक निकासी और 3 साल पूरे होने पर जरूरत होने पर खाते के संतुलन पर लोन भी लिया जा सकता है। लोन का ब्याज मामूली होता है और पूरी राशि 36 महीनों में चुकानी होती है। खाता 15 साल के बाद चाहे तो हर बार 5-5 साल के ब्लॉक में अनिश्चितकाल तक बढ़ाया जा सकता है।

ब्याज दर और टैक्स छूट

फिलहाल पोस्ट ऑफिस PPF पर 7.1% सालाना कंपाउंडेड ब्याज मिलता है। सरकार हर तिमाही ब्याज दर संशोधित करती है। सबसे अहम बात कि निवेश की गई राशि, ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली पूरी रकम टैक्स से पूरी तरह मुक्त होती है। यह सीधे–सीधे ट्रिपल ई एक्सेम्प्ट कैटेगरी में गिना जाता है।

निष्कर्ष

पोस्ट ऑफिस की नई PPF स्कीम सुरक्षित, आसान और लंबे समय में बड़ा फंड बनाने का शानदार तरीका है। इसमें बचत के साथ–साथ टैक्स में भी छूट का दोहरा फायदा मिलता है। यदि आप सुरक्षित और स्थायी बचत की तलाश में हैं, तो पोस्ट ऑफिस में PPF खाता जरूर खोलें और भविष्य को फाइनेंशियल रूप से मजबूत बनाएं।

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