प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना भारत सरकार की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य देश के करोड़ों किसानों को आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत किसानों को हर साल 6,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
हाल ही में लोकसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने PM Kisan की राशि और पात्रता को लेकर कई अहम बातें साझा कीं, जिससे किसानों को योजना का लाभ उठाने में और आसानी होगी। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि शिवराज सिंह चौहान ने क्या कहा, योजना से जुड़े ताजा अपडेट्स, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और इससे जुड़े अन्य जरूरी पहलू।
किसानों के लिए यह योजना एक वरदान की तरह है, क्योंकि इससे उन्हें खेती-किसानी में मदद मिलती है और आर्थिक रूप से मजबूती मिलती है। केंद्र सरकार ने यह भी साफ किया है कि जो किसान अभी तक योजना में शामिल नहीं हो पाए हैं, उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। आइए जानते हैं PM Kisan Yojana से जुड़ी हर जरूरी जानकारी, ताकि आप या आपके जानने वाले किसान इस योजना का पूरा फायदा ले सकें।
PM Kisan Yojana Latest Update by Shivraj Singh Chouhan
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना के तहत केंद्र सरकार हर पात्र किसान को सालाना 6,000 रुपये देती है। यह राशि तीन बराबर किस्तों में सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
हाल ही में लोकसभा में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि सरकार उन सभी पात्र किसानों को भी योजना में शामिल करने के लिए तैयार है, जो अभी तक किसी कारणवश छूट गए हैं। उन्होंने सभी राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि वे ऐसे किसानों की पहचान करें और उनका नाम पोर्टल पर अपडेट करें, ताकि किसी भी पात्र किसान को योजना का लाभ मिलने से वंचित न रहना पड़े।
शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि अगर कोई किसान छूट गया है, तो उसे योजना में जोड़ने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि छूटे हुए किसानों को पिछली सभी किस्तें भी दे दी जाएंगी। इसके लिए किसानों को eKYC करवाना और पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है।
PM Kisan Yojana Overview Table
योजना का नाम | प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) |
शुरूआत | दिसंबर 2018 |
लाभार्थी | सभी भूमिधारक किसान परिवार |
वार्षिक सहायता राशि | 6,000 रुपये |
किस्तों की संख्या | 3 (प्रत्येक किस्त 2,000 रुपये) |
फंडिंग | 100% केंद्र सरकार |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन (PM Kisan Portal/CSC) |
पात्रता | भूमि का स्वामित्व, eKYC जरूरी |
किस्त ट्रांसफर | डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) |
कुल लाभार्थी (2025 तक) | लगभग 9.8 करोड़ किसान |
महिला लाभार्थी | 2.41 करोड़ (2025 तक) |
PM Kisan Yojana के मुख्य बिंदु
- हर पात्र किसान को सालाना 6,000 रुपये की सहायता।
- तीन किस्तों में राशि ट्रांसफर (हर चार महीने में 2,000 रुपये)।
- 100% केंद्र सरकार की फंडिंग।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और eKYC अनिवार्य।
- राज्य सरकारों की भूमिका – पात्र किसानों की पहचान और डेटा अपडेट।
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए राशि सीधा बैंक खाते में।
पीएम किसान योजना में शिवराज सिंह चौहान का बयान
लोकसभा में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कहा कि सरकार की मंशा है कि कोई भी पात्र किसान योजना से वंचित न रहे। उन्होंने राज्य सरकारों से सहयोग की अपील की, ताकि सभी पात्र किसानों की पहचान हो सके और उन्हें योजना में शामिल किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई किसान छूट गया है, तो उसे पिछली सभी किस्तें भी मिलेंगी।
शिवराज सिंह चौहान ने तमिलनाडु का विशेष तौर पर जिक्र करते हुए कहा कि अगर वहां के कोई पात्र किसान छूटे हैं, तो राज्य सरकार जांच कर सूची भेजे, केंद्र सरकार तुरंत नाम जोड़ देगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि एक दिन की भी देरी नहीं होगी।
पीएम किसान योजना का उद्देश्य और लाभ
- कृषकों की आय में वृद्धि: छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देकर खेती में निवेश बढ़ाना।
- फसल उत्पादन में सुधार: सहायता राशि से किसान बीज, खाद, कीटनाशक आदि खरीद सकते हैं।
- आर्थिक सुरक्षा: किसानों को समय पर आर्थिक मदद मिलती है, जिससे वे आपात स्थिति में भी सुरक्षित रहते हैं।
- महिला किसानों को बढ़ावा: योजना में महिला किसानों की भागीदारी भी बढ़ी है।
पीएम किसान योजना की पात्रता
- किसान परिवार के पास खुद की खेती योग्य भूमि होनी चाहिए।
- परिवार में पति, पत्नी और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल होते हैं।
- eKYC और आधार लिंक जरूरी है।
- सरकारी नौकरी, इनकम टैक्स देने वाले, संस्थागत किसान आदि योजना के पात्र नहीं हैं।
पात्रता की मुख्य बातें
- सभी भूमिधारक किसान पात्र हैं।
- खेती योग्य भूमि का रिकॉर्ड राज्य सरकार के पास होना चाहिए।
- योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो खेती के लिए भूमि का उपयोग करते हैं।
- गैर-कृषि कार्य के लिए भूमि का उपयोग करने वाले किसान योजना के पात्र नहीं हैं।
पीएम किसान योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
- ऑनलाइन आवेदन: किसान खुद या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से PM Kisan Portal पर आवेदन कर सकते हैं।
- आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- भूमि का रिकॉर्ड
- मोबाइल नंबर
- ईकेवाईसी (eKYC)
- पंजीकरण के बाद: राज्य सरकार द्वारा डेटा वेरीफाई किया जाता है, फिर पात्रता तय होती है।
- किस्त का ट्रांसफर: पात्रता तय होते ही किस्त सीधा बैंक खाते में ट्रांसफर होती है।
पीएम किसान योजना की किस्तें और भुगतान
- हर साल किसान को 6,000 रुपये तीन किस्तों में मिलते हैं।
- हर किस्त 2,000 रुपये की होती है।
- किस्तें अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर, दिसंबर-मार्च में आती हैं।
- 2025 में 20वीं किस्त 15 मई से किसानों के खातों में ट्रांसफर होना शुरू होगी।
किस्तों का शेड्यूल
किस्त संख्या | राशि (रुपये) | भुगतान की स्थिति | भुगतान शुरू होने की तारीख | अंतिम तारीख |
18वीं | 2,000 | भुगतान हो चुका | मई 2024 | जून 2024 |
19वीं | 2,000 | भुगतान हो चुका | सितंबर 2024 | अक्टूबर 2024 |
20वीं | 2,000 | लंबित | 15 मई 2025 | 30 मई 2025 |
21वीं | 2,000 | घोषित नहीं | अगस्त 2025 (संभावित) | TBA |
पीएम किसान योजना की खास बातें
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) से पारदर्शिता बढ़ी है।
- तकनीकी अपग्रेडेशन से किसानों को लाभ जल्दी और सुरक्षित मिल रहा है।
- महिला किसानों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
- कोई भेदभाव नहीं – सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के किसानों को लाभ।
योजना से जुड़े ताजा आंकड़े
- 2025 तक लगभग 9.8 करोड़ किसानों को योजना का लाभ मिल चुका है।
- 2.41 करोड़ महिला किसानों को भी योजना का लाभ मिला है।
- अब तक 22,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर हो चुकी है।
- कोरोना काल में भी किसानों को 1.75 लाख करोड़ रुपये की राशि दी गई।
पीएम किसान योजना में सुधार और चुनौतियां
- राज्य सरकारों की भूमिका: पात्र किसानों की सही पहचान और डेटा अपडेट करना।
- ईकेवाईसी अनिवार्य: फर्जीवाड़ा रोकने के लिए eKYC जरूरी है।
- छूटे हुए किसानों को जोड़ना: शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोई भी पात्र किसान छूटना नहीं चाहिए।
- तकनीकी समस्याएं: पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और बैंक खाते की समस्या को दूर करने के लिए लगातार सुधार किए जा रहे हैं।
पीएम किसान योजना के लाभ
- किसान आसानी से बीज, खाद, कीटनाशक आदि खरीद सकते हैं।
- खेती में निवेश बढ़ता है, जिससे उत्पादन और आमदनी में इजाफा होता है।
- आपात स्थिति में आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
- महिला किसानों को भी आर्थिक आत्मनिर्भरता मिलती है।
PM Kisan Yojana के लिए जरूरी बातें
- हर किसान को eKYC कराना जरूरी है।
- बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए।
- अगर किस्त नहीं आई है तो पोर्टल पर स्टेटस चेक करें।
- किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें या CSC सेंटर जाएं।
PM Kisan Yojana का भविष्य
सरकार लगातार इस योजना को और बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है। तकनीकी सुधार, डेटा अपडेट और किसानों की भागीदारी बढ़ाने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं। आने वाले समय में और ज्यादा किसानों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य है।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. PM Kisan Yojana में कौन-कौन पात्र हैं?
जवाब: सभी भूमिधारक किसान परिवार, जिनके पास खेती योग्य भूमि है और जिन्होंने eKYC करा लिया है।
Q2. अगर किसी किसान का नाम छूट गया है तो क्या करें?
जवाब: राज्य सरकार से संपर्क करें, पोर्टल पर आवेदन करें, eKYC कराएं। केंद्र सरकार पिछली सभी किस्तें भी देगी।
Q3. किस्त कब आती है?
जवाब: हर चार महीने में एक किस्त आती है – अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर, दिसंबर-मार्च।
Q4. PM Kisan Yojana का पैसा कैसे चेक करें?
जवाब: PM Kisan Portal पर जाकर स्टेटस चेक करें या बैंक खाते की एंट्री देखें।
Q5. अगर किस्त नहीं आई तो क्या करें?
जवाब: पोर्टल पर स्टेटस चेक करें, eKYC अपडेट करें, या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी योजना है। शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा में दिए गए बयान से यह साफ है कि सरकार हर पात्र किसान तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। अगर आप भी किसान हैं और अभी तक योजना में शामिल नहीं हुए हैं, तो जल्दी से जल्दी आवेदन करें और eKYC पूरा करें।
यह योजना न सिर्फ किसानों की आर्थिक मदद करती है, बल्कि खेती में निवेश बढ़ाकर देश की कृषि व्यवस्था को भी मजबूत बनाती है।
Disclaimer:
यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। PM Kisan Yojana भारत सरकार की सच्ची और चालू योजना है, जिसमें करोड़ों किसानों को लाभ मिल रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या आती है, तो सरकारी पोर्टल या नजदीकी CSC सेंटर से संपर्क करें। किसी भी फर्जी कॉल या वेबसाइट से सावधान रहें।