भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालती हैं। चाहे ऑफिस जाना हो, बच्चों को स्कूल छोड़ना हो, या व्यापार के लिए ट्रांसपोर्ट का खर्च – हर जगह पेट्रोल-डीजल की कीमतें मायने रखती हैं।
पिछले कुछ सालों में पेट्रोल-डीजल के दामों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। कभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव बढ़ने से कीमतें ऊपर जाती हैं, तो कभी सरकार के टैक्स घटाने या क्रूड ऑयल सस्ता होने से राहत मिलती है।
इन दिनों भी आम जनता को उम्मीद है कि पेट्रोल-डीजल के दामों में थोड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि कच्चे तेल की कीमतों में 5 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
हर शनिवार को तेल कंपनियां देशभर के लिए पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी करती हैं। कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के करीब या उससे ऊपर बनी हुई हैं, जिससे आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ा है।
हालांकि, कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बाद उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो सकते हैं, जिससे महंगाई पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकेगा।
आइए जानते हैं शनिवार को जारी पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें, आपके शहर में 1 लीटर का ताजा रेट, और किन वजहों से दाम बदलते हैं।
Petrol Diesel Rate Today
जानकारी | विवरण |
पेट्रोल (दिल्ली) | ₹94.72 प्रति लीटर |
डीजल (दिल्ली) | ₹87.62 प्रति लीटर |
पेट्रोल (मुंबई) | ₹103.50 प्रति लीटर |
डीजल (मुंबई) | ₹90.03 प्रति लीटर |
पेट्रोल (चेन्नई) | ₹100.75 प्रति लीटर |
डीजल (चेन्नई) | ₹92.34 प्रति लीटर |
पेट्रोल (कोलकाता) | ₹104.95 प्रति लीटर |
डीजल (कोलकाता) | ₹91.76 प्रति लीटर |
पेट्रोल (लखनऊ) | ₹94.69 प्रति लीटर |
डीजल (लखनऊ) | ₹87.80 प्रति लीटर |
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें
शहर | पेट्रोल (₹/L) | डीजल (₹/L) |
दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 103.50 | 90.03 |
कोलकाता | 104.95 | 91.76 |
चेन्नई | 100.75 | 92.34 |
अहमदाबाद | 94.49 | 90.17 |
बेंगलुरु | 102.92 | 89.02 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
जयपुर | 104.72 | 90.21 |
लखनऊ | 94.69 | 87.80 |
पुणे | 104.04 | 90.57 |
चंडीगढ़ | 94.30 | 82.45 |
इंदौर | 106.48 | 91.88 |
पटना | 105.58 | 93.80 |
सूरत | 95.00 | 89.00 |
नासिक | 95.50 | 89.50 |
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव: कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने या घटने से भारत में पेट्रोल-डीजल के रेट पर असर पड़ता है।
- डॉलर-रुपया विनिमय दर: डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती या कमजोरी भी दाम तय करती है।
- केंद्र और राज्य सरकार का टैक्स: एक्साइज ड्यूटी, वैट, सेस आदि टैक्स का बड़ा हिस्सा पेट्रोल-डीजल की कीमत में शामिल होता है।
- ट्रांसपोर्टेशन और रिफाइनिंग लागत: कच्चे तेल को रिफाइन करने और डिस्ट्रीब्यूट करने की लागत भी जुड़ती है।
- स्थानीय टैक्स: हर राज्य और शहर में अलग-अलग टैक्स लगने से रेट बदलते हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव के कारण
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
- डॉलर-रुपया एक्सचेंज रेट में बदलाव
- सरकार द्वारा टैक्स में कटौती या बढ़ोतरी
- मौसम या प्राकृतिक आपदाएं
- सप्लाई चेन में बाधा
पेट्रोल-डीजल में टैक्स का हिस्सा
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमत का करीब 50% से ज्यादा हिस्सा टैक्स में जाता है। इसमें केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकार का वैट शामिल है। यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमत गिरने पर भी यहां रेट जल्दी नहीं घटते।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने के फायदे
- ट्रांसपोर्टेशन सस्ता होता है
- महंगाई पर कंट्रोल रहता है
- आम लोगों की बचत बढ़ती है
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे जानें?
- रोजाना सुबह 6 बजे OMCs (Oil Marketing Companies) वेबसाइट पर ताजा रेट अपडेट होते हैं।
- SMS सर्विस से भी रेट पता कर सकते हैं।
- अपने नजदीकी पेट्रोल पंप पर भी रेट डिस्प्ले होते हैं।
SMS से पेट्रोल-डीजल की कीमत कैसे चेक करें?
- इंडियन ऑयल: [शहर कोड] RSP लिखकर 9224992249 पर भेजें।
- BPCL: RSP लिखकर 9223112222 पर भेजें।
- HPCL: HP Price लिखकर 9222201122 पर भेजें।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर एक्सपर्ट्स की राय
विशेषज्ञ मानते हैं कि जब तक केंद्र और राज्य सरकारें टैक्स में कटौती नहीं करेंगी, तब तक पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ी राहत मिलना मुश्किल है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद, टैक्स स्ट्रक्चर के कारण भारत में रेट स्थिर रहते हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों का भविष्य
- अगर कच्चे तेल के दाम और गिरते हैं और सरकार टैक्स में कटौती करती है, तो पेट्रोल-डीजल सस्ता हो सकता है।
- अगर वैश्विक बाजार में तेल महंगा हुआ या रुपये में कमजोरी आई, तो रेट बढ़ सकते हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों का असर
- महंगाई: पेट्रोल-डीजल महंगा होने से ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ती है, जिससे बाकी चीजों के दाम भी बढ़ जाते हैं।
- व्यक्तिगत खर्च: आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ता है।
- व्यापार: ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर असर।
निष्कर्ष
शनिवार को पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें जारी हुईं, लेकिन देश के बड़े शहरों में रेट्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। पेट्रोल की कीमतें 94 से 105 रुपये और डीजल की कीमतें 87 से 95 रुपये प्रति लीटर के बीच बनी हुई हैं।
कच्चे तेल के दामों में गिरावट के कारण आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद है, लेकिन टैक्स स्ट्रक्चर के कारण रेट्स में तुरंत बदलाव नहीं दिखता। रेट्स जानने के लिए आप SMS, वेबसाइट या पेट्रोल पंप पर जानकारी ले सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई पेट्रोल और डीजल की कीमतें 2 जून 2025 के बाजार भाव और विभिन्न सरकारी पोर्टल्स पर उपलब्ध जानकारी पर आधारित हैं।
आपके शहर या जिले में रेट्स में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना बदलती हैं, इसलिए खरीदारी या यात्रा से पहले ताजा रेट जरूर जांच लें।
यह जानकारी पूरी तरह वास्तविक है और ताजा सरकारी आंकड़ों पर आधारित है, इसमें कोई फर्जी या भ्रामक तथ्य नहीं दिया गया है।