देशभर में एलपीजी गैस सिलेंडर का उपयोग करने वाले करोड़ों परिवारों के लिए सरकार समय-समय पर सब्सिडी की सुविधा देती है। एलपीजी गैस सब्सिडी का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को महंगाई से राहत देना और रसोई गैस सस्ती दरों पर उपलब्ध कराना है।
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत पात्र उपभोक्ताओं को हर बार सिलेंडर बुकिंग के बाद कुछ राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
हाल ही में सरकार ने एलपीजी गैस सब्सिडी की राशि भेजना फिर से शुरू कर दिया है। कई उपभोक्ताओं के खाते में सब्सिडी की रकम आनी शुरू हो गई है, जिससे उन्हें गैस सिलेंडर की कीमत में राहत मिली है।
सब्सिडी का पैसा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के तहत सीधे बैंक खाते में भेजा जाता है। इससे पारदर्शिता बनी रहती है और उपभोक्ताओं को समय पर लाभ मिलता है।
LPG Gas Subsidy Yojana
एलपीजी गैस सब्सिडी योजना केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके तहत गैस उपभोक्ताओं को सिलेंडर की वास्तविक कीमत और सब्सिडी वाली कीमत के बीच का अंतर उनके खाते में लौटाया जाता है। यह योजना भारत गैस, एचपी गैस और इंडेन गैस तीनों कंपनियों के ग्राहकों के लिए लागू है।
योजना का लाभ उन्हीं उपभोक्ताओं को मिलता है, जिनका आधार नंबर बैंक खाते और गैस कनेक्शन दोनों से लिंक है। सब्सिडी की राशि हर महीने बाजार भाव और सरकारी नीति के अनुसार बदलती रहती है।
आमतौर पर एक सिलेंडर पर 200 से 300 रुपये तक की सब्सिडी मिलती है, लेकिन यह राशि समय-समय पर घट-बढ़ भी सकती है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी सब्सिडी का लाभ मिलता है, जिससे गरीब परिवारों को रसोई गैस सस्ती मिल सके।
सब्सिडी का पैसा कैसे मिलता है?
एलपीजी गैस सब्सिडी का पैसा सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है। जब भी उपभोक्ता सिलेंडर बुक करता है और डिलीवरी मिलती है, उसके कुछ दिनों बाद सब्सिडी की राशि खाते में आ जाती है।
उपभोक्ता को सब्सिडी मिलने की सूचना उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज के जरिए भी मिल जाती है। अगर किसी उपभोक्ता को सब्सिडी नहीं मिल रही है, तो सबसे पहले यह जांचना जरूरी है कि उनका आधार नंबर गैस कनेक्शन और बैंक खाते दोनों से लिंक है या नहीं।
अगर लिंक नहीं है, तो नजदीकी गैस एजेंसी या बैंक जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। कई बार तकनीकी कारणों से भी सब्सिडी में देरी हो सकती है, लेकिन आमतौर पर 3 से 7 दिन में पैसा आ जाता है।
एलपीजी गैस सब्सिडी कैसे चेक करें?
- ऑनलाइन पोर्टल के जरिए: उपभोक्ता mylpg.in वेबसाइट पर जाकर अपनी 17 अंकों की LPG ID दर्ज करें और सब्सिडी स्टेटस देखें। यहां से आप अपनी पिछली सब्सिडी, ट्रांजैक्शन डेट और राशि की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- मोबाइल ऐप या SMS के जरिए: आप अपनी गैस कंपनी के मोबाइल ऐप (जैसे MyLPG ऐप) पर रजिस्टर कर सकते हैं और सब्सिडी की जानकारी देख सकते हैं।
HP गैस उपभोक्ता 57970 पर ‘HP LPGID’ भेजकर भी सब्सिडी का स्टेटस जान सकते हैं।
इंडेन गैस उपभोक्ता इंडियन ऑयल के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके भी जानकारी ले सकते हैं। - रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से: गैस सिलेंडर बुकिंग के बाद सब्सिडी ट्रांसफर की सूचना SMS के जरिए मिलती है। अगर SMS नहीं आया है, तो आप पोर्टल या ऐप से भी चेक कर सकते हैं।
योजना से जुड़ी जरूरी बातें
एलपीजी गैस सब्सिडी का लाभ उन्हीं उपभोक्ताओं को मिलता है, जिनकी वार्षिक आय 10 लाख रुपये से कम है। अगर परिवार की कुल आय इससे ज्यादा है, तो सब्सिडी मिलना बंद हो सकता है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को विशेष प्राथमिकता दी जाती है, जिससे गरीब परिवारों को गैस सिलेंडर सस्ती दर पर मिल सके।
अगर किसी उपभोक्ता को सब्सिडी नहीं मिल रही है या स्टेटस में कोई समस्या दिख रही है, तो वे अपनी गैस एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। कई बार बैंक खाते में KYC या आधार लिंकिंग की समस्या के कारण भी सब्सिडी अटक जाती है, जिसे सही कराना जरूरी है।
निष्कर्ष
एलपीजी गैस सब्सिडी योजना ने आम लोगों को बड़ी राहत दी है। अब सब्सिडी का पैसा फिर से आना शुरू हो गया है, जिससे लाखों परिवारों को महंगाई में राहत मिली है।
अगर आप भी एलपीजी उपभोक्ता हैं, तो अपनी सब्सिडी का स्टेटस जरूर चेक करें और आधार-बैंक लिंकिंग की प्रक्रिया पूरी रखें, ताकि आपको समय पर सब्सिडी मिलती रहे।