भारत सरकार और राज्य सरकारें समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच बढ़ाने और उनकी शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। महाराष्ट्र राज्य में लड़कियों की भलाई और शिक्षा के लिए शुरू की गई एक ऐसी ही महत्वपूर्ण योजना है लेक लाडकी योजना 2025।
इस योजना के तहत गरीब परिवारों की बेटियों को जन्म से लेकर 18 वर्ष की उम्र तक शिक्षा और विकास में मदद करने के लिए कुल 1,01,000 रुपए की सहायता राशि सरकार द्वारा दी जाती है। कई बार बेटियों के जन्म के बाद माता-पिता आर्थिक तंगी के कारण उनकी पढ़ाई और जरूरी पोषण पूरा नहीं कर पाते।
ऐसे में सरकार की इस योजना से बेटियों को जरूरत के मुताबिक आर्थिक सहयोग मिल सकेगा, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित और उज्ज्वल बनाया जा सके। यह पहल लड़की बचाओ, लड़की पढ़ाओ अभियान को भी मजबूती देती है और लैंगिक समानता को समाज में आगे बढ़ाती है।
Lek Ladki Yojana 2025
लेक लाडकी योजना महाराष्ट्र सरकार की एक विशिष्ट और कल्याणकारी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य है—गरीब वर्ग की बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाना। यह योजना 1 अप्रैल 2023 के बाद जन्मी बालिकाओं के लिए लागू की गई है।
इसमें जन्म के समय से लेकर 18 साल की उम्र तक बेटियों को पांच चरणों में आर्थिक सहायता दी जाती है। हर चरण में मिलने वाली राशि बेटी की पढ़ाई और विकास पर खर्च की जाती है, जिससे स्कूल छोड़ने की दर कम हो और बाल विवाह जैसी सामाजिक समस्याओं पर अंकुश लगे।
इसमें पहली किस्त बेटी के जन्म के बाद, दूसरी कक्षा 1 में, तीसरी छठी कक्षा में, चौथी 11वीं कक्षा में और अंतिम राशि लड़की के 18 साल पूरे होने पर मिलती है। सरकार बेटियों को कुल 1,01,000 रुपए देने का प्रावधान लेकर आई है, जिससे उनकी शिक्षा का सफर बिना किसी आर्थिक बाधा के आगे बढ़ सके।
लाभ की पूरी राशि और वितरण
- बेटी के जन्म पर: 5,000 रुपए
- कक्षा 1 में प्रवेश पर: 6,000 रुपए
- छठी कक्षा में पढ़ने पर: 7,000 रुपए
- 11वीं कक्षा में प्रवेश पर: 8,000 रुपए
- 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर: 75,000 रुपए
इस प्रकार कुल मिलाकर प्रत्येक योग्य बालिका को 1,01,000 रुपए की मदद चरणबद्ध रूप में दी जाती है ताकि उसकी शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य
लेक लाडकी योजना समाज में लड़कियों की स्थिति सुधरने, उनके अधिकारों की रक्षा और शिक्षा में प्रोत्साहन देना चाहती है। इस योजना के कारण माता–पिता पर बेटियों की पढ़ाई और पालन-पोषण का आर्थिक भार कम होता है।
साथ ही, बालिकाओं में स्कूल छोड़ने और बाल विवाह जैसी समस्याएं भी घटती हैं। इस योजना द्वारा महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को भी आगे बढ़ाया जा रहा है।
योजना की पात्रता
- लाभार्थी महाराष्ट्र राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय 1 लाख रुपए या उससे कम होनी चाहिए।
- लाभार्थी परिवार के पास पीला या नारंगी राशन कार्ड होना अनिवार्य है।
- 1 अप्रैल 2023 के बाद पैदा हुई एक या अधिक बेटियों पर ही यह योजना लागू होगी।
- यदि एक बेटा और एक बेटी है, तो बेटी को भी योजना का लाभ मिलेगा।
- परिवार ने कुटुंब नियोजन प्रमाण पत्र जमा किया हो और बेटी अविवाहित हो (18 वर्ष पर अंतिम राशि के समय)।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- परिवार का आय प्रमाण पत्र (1 लाख रुपए से कम)
- पीला/नारंगी राशन कार्ड
- बैंक पासबुक
- कुटुंब नियोजन प्रमाण पत्र
- संबंधित कक्षा में पढ़ाई का प्रमाण
- 18 वर्ष की आयु पर विवाह न हुआ हो इसका स्वयं-घोषणा पत्र।
आवेदन कैसे करें
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करें।
- आवेदन फॉर्म में सही जानकारी भरें और सभी ज़रूरी दस्तावेज अपलोड करें।
- सबमिट के बाद आवेदन का प्रिंटआऊट सुरक्षित रखें।
- आवेदन की स्थिति कभी भी पोर्टल से देखी जा सकती है।
योजना के अन्य फायदे
लेक लाडकी योजना न सिर्फ शिक्षा बल्कि बेटियों के स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, आत्मनिर्भरता व सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ा कदम है।
यह योजना बेटियों के जन्म दर, शिक्षा दर और पोषण स्तर को बढ़ाने, बाल विवाह व बालिका मृत्यु दर घटाने तथा बेटियों की स्कूल ड्रॉपआउट संख्या शून्य करने का प्रयास करती है।
निष्कर्ष
लेक लाडकी योजना 2025 महाराष्ट्र की बेटियों के लिए जीवन संवारने का एक सुनहरा अवसर है। इससे सामाजिक सोच में बदलाव, शिक्षा और सशक्तिकरण को मजबूती मिलती है। यदि आपके परिवार में बेटी का जन्म हुआ है और आप पात्र है तो ज़रूर आवेदन करें और अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य को सुरक्षित बनाएं।