भारत में बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्हीं में से एक है कन्या सुमंगला योजना, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने 2019 में शुरू किया था।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के जन्म से लेकर उनकी उच्च शिक्षा तक आर्थिक मदद देना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित हो सके।
2025 में इस योजना के तहत बेटियों को कुल ₹15,000 की सहायता राशि विभिन्न चरणों में दी जाती है। यह राशि सीधे लाभार्थी के या उसकी माता के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासियों को मिलता है और यह एक परिवार की अधिकतम दो बेटियों के लिए मान्य है। इस योजना के तहत बेटियों को जन्म, टीकाकरण, स्कूल में दाखिले और उच्च शिक्षा के अलग-अलग चरणों पर आर्थिक सहायता दी जाती है।
कन्या सुमंगला योजना का उद्देश्य न सिर्फ बेटियों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, बल्कि समाज में लिंग अनुपात को संतुलित करना, बाल विवाह को रोकना और बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करना भी है। आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना के बारे में, इसके लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज।
Kanya Sumangla Yojana 2025
बिंदु/फीचर | विवरण/जानकारी |
योजना का नाम | मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना (Kanya Sumangla Yojana) |
शुरुआत | 1 अप्रैल 2019, उत्तर प्रदेश |
कुल सहायता राशि | ₹15,000 (2025 में कुछ चरणों में राशि बढ़कर ₹25,000 तक हो गई है) |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के निवासी, एक परिवार की अधिकतम दो बेटियां |
सहायता की श्रेणियां | 6 चरण: जन्म, टीकाकरण, कक्षा 1, कक्षा 6, कक्षा 9, स्नातक/डिप्लोमा में प्रवेश |
पात्रता | परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से कम, उत्तर प्रदेश निवासी, अधिकतम दो बेटियां |
राशि का हस्तांतरण | सीधे लाभार्थी/माता/अभिभावक के बैंक खाते में |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन (mksy.up.gov.in पोर्टल), ऑफलाइन भी उपलब्ध |
मुख्य उद्देश्य | बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सशक्तिकरण, लिंग अनुपात सुधार, बाल विवाह रोकना |
आवश्यक दस्तावेज | आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट फोटो |
कन्या सुमंगला योजना का उद्देश्य
- लिंग अनुपात में सुधार: योजना से बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन मिलता है, जिससे लिंग अनुपात बेहतर होता है।
- शिक्षा को बढ़ावा: स्कूल और कॉलेज में दाखिले पर आर्थिक मदद से बेटियां पढ़ाई जारी रख सकती हैं।
- स्वास्थ्य में सुधार: टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी राशि मिलती है।
- बाल विवाह की रोकथाम: शिक्षा और आर्थिक सहायता से बाल विवाह जैसी कुप्रथाएं कम होती हैं।
- आत्मनिर्भरता: बेटियां पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनती हैं, जिससे समाज में उनका सम्मान बढ़ता है।
- सकारात्मक सोच: समाज में बेटियों के जन्म को लेकर सकारात्मक सोच विकसित होती है।
कन्या सुमंगला योजना के लाभ
- छह चरणों में आर्थिक सहायता: बेटियों को जन्म से लेकर स्नातक/डिप्लोमा में प्रवेश तक कुल छह चरणों में राशि मिलती है।
- सीधा बैंक ट्रांसफर: सहायता राशि सीधे लाभार्थी/माता के बैंक खाते में जाती है।
- शिक्षा को बढ़ावा: स्कूल व कॉलेज में दाखिले पर भी आर्थिक मदद मिलती है।
- स्वास्थ्य को प्रोत्साहन: टीकाकरण पूरा करने पर भी राशि मिलती है।
- लड़कियों के लिए विशेष: योजना केवल बेटियों के लिए है, जिससे उनका सशक्तिकरण होता है।
- सरकारी पारदर्शिता: PFMS के माध्यम से पैसा ट्रांसफर होता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
कन्या सुमंगला योजना के तहत मिलने वाली राशि
चरण/फेज | कब मिलती है राशि | 2025 में मिलने वाली राशि (₹) |
1. जन्म पर | बेटी के जन्म के समय | 5,000 |
2. टीकाकरण पर | एक वर्ष के भीतर टीकाकरण पूरा | 2,000 |
3. कक्षा 1 में | कक्षा 1 में प्रवेश पर | 3,000 |
4. कक्षा 6 में | कक्षा 6 में प्रवेश पर | 3,000 |
5. कक्षा 9 में | कक्षा 9 में प्रवेश पर | 5,000 |
6. स्नातक/डिप्लोमा | 12वीं के बाद डिग्री/डिप्लोमा | 7,000 |
कुल | 25,000 |
कन्या सुमंगला योजना की पात्रता
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी हो।
- परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक न हो।
- एक परिवार की अधिकतम दो बेटियों को ही लाभ मिलेगा।
- अगर परिवार में जुड़वा बेटियां हैं, तो दोनों को लाभ मिलेगा। अगर पहले से एक बेटी है और बाद में जुड़वा बेटियां होती हैं, तो तीनों को लाभ मिलेगा।
- बेटी का जन्म 1 अप्रैल 2019 के बाद हुआ हो।
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, टीकाकरण प्रमाण पत्र, स्कूल एडमिशन प्रमाण पत्र जरूरी है।
- बेटी को गोद लिया गया है तो भी अधिकतम दो बेटियों को ही लाभ मिलेगा।
- आवेदक परिवार का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी न हो (कुछ श्रेणियों में छूट)।
कन्या सुमंगला योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड (अभिभावक/माता-पिता का)
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड/आधार/वोटर आईडी/बिजली बिल)
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- स्कूल एडमिशन प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
- टीकाकरण प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
कन्या सुमंगला योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: mksy.up.gov.in
- नया पंजीकरण करें: ‘Citizen Service Portal’ पर जाकर नया रजिस्ट्रेशन करें।
- लॉगिन करें: रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म भरें: बेटी का नाम, जन्म तिथि, माता-पिता की जानकारी, बैंक डिटेल्स, आय, निवास और अन्य जरूरी जानकारी भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें: सभी जरूरी दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें: सभी जानकारी सही भरने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
- आवेदन की स्थिति देखें: आवेदन की स्थिति पोर्टल पर लॉगिन करके देख सकते हैं।
- अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन या जिला कार्यालय से संपर्क करें।
ऑफलाइन आवेदन:
कुछ जिलों में ब्लॉक/जिला महिला कल्याण कार्यालय में जाकर भी आवेदन किया जा सकता है। वहां से फॉर्म लेकर भरें, जरूरी दस्तावेज लगाएं और जमा करें।
कन्या सुमंगला योजना के लाभार्थियों के लिए जरूरी बातें
- आवेदन में कोई गलती न करें, वरना आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
- सभी दस्तावेज सही और वैध होने चाहिए।
- आवेदन की स्थिति समय-समय पर पोर्टल पर चेक करते रहें।
- अगर लाभार्थी की उम्र 18 साल से कम है तो राशि माता के खाते में जाएगी।
- माता की मृत्यु होने पर राशि पिता के खाते में, और दोनों के न होने पर अभिभावक के खाते में जाएगी।
- 18 साल की उम्र के बाद राशि सीधे बेटी के खाते में जाती है।
- योजना का लाभ केवल दो बेटियों को मिलेगा, तीसरी बेटी को तभी जब वह जुड़वा हो।
कन्या सुमंगला योजना 2025: योजना का महत्व
कन्या सुमंगला योजना बेटियों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे न सिर्फ बेटियों को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए आर्थिक सहायता मिल रही है, बल्कि समाज में उनकी स्थिति भी मजबूत हो रही है।
इस योजना के कारण लाखों बेटियों को पढ़ाई, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिला है। सरकार की यह पहल बेटियों के प्रति समाज की सोच बदलने में भी मददगार है।
निष्कर्ष
कन्या सुमंगला योजना 2025 उत्तर प्रदेश सरकार की एक बहुत ही अच्छी और लाभकारी योजना है, जो बेटियों को जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई और उच्च शिक्षा तक आर्थिक सहायता देती है।
इससे बेटियों को आत्मनिर्भर बनने, पढ़ाई जारी रखने और समाज में सम्मान पाने का मौका मिलता है। आवेदन प्रक्रिया आसान और पारदर्शी है, इसलिए अगर आप पात्र हैं तो समय रहते आवेदन जरूर करें।
Disclaimer: कन्या सुमंगला योजना 2025 एक असली और सरकारी योजना है, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार चला रही है। इस योजना के तहत बेटियों को कुल ₹25,000 की सहायता छह चरणों में दी जाती है।
किसी भी तरह की फर्जी वेबसाइट या दलाल से बचें और सिर्फ सरकारी पोर्टल या अधिकृत कार्यालय से ही आवेदन करें। योजना पूरी तरह से असली है, फर्जी नहीं। आवेदन की अंतिम तिथि सालभर है, लेकिन समय-समय पर अपडेट जरूर चेक करें।