देशभर में मौसम का मिजाज बदल रहा है और कई राज्यों में 31 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि अगले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश, तेज आंधी, बिजली गिरने और ओलावृष्टि की संभावना है।
इससे जहां भीषण गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं कुछ इलाकों में बाढ़, जलभराव, भूस्खलन और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका भी जताई गई है।
इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है, जिससे दक्षिण भारत से लेकर पूर्वोत्तर और उत्तर भारत तक मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
बंगाल की खाड़ी में बने दबाव और पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।
IMD Rain Alert
बिंदु | विवरण |
अलर्ट जारी करने वाली एजेंसी | भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) |
चेतावनी की अवधि | 29 मई से 31 मई 2025 (कुछ राज्यों में 1 जून तक) |
प्रभावित राज्य/क्षेत्र | पूर्वोत्तर (असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल), दक्षिण (केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु), महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गोवा |
संभावित खतरे | बाढ़, भूस्खलन, जलभराव, बिजली गिरना, तेज हवाएं, ओलावृष्टि |
अलर्ट के रंग | रेड अलर्ट (20+ सेमी), ऑरेंज अलर्ट (11-20 सेमी), येलो अलर्ट (6-11 सेमी) |
तेज हवाओं की गति | 40-95 किमी/घंटा (क्षेत्र विशेष में) |
मुख्य कारण | बंगाल की खाड़ी में दबाव, पश्चिमी विक्षोभ, मानसून की तेजी |
सुरक्षा सलाह | गैर-जरूरी यात्रा से बचें, मौसम अपडेट देखें, इमरजेंसी किट तैयार रखें, प्रशासन के निर्देश मानें |
भारी से बहुत भारी बारिश का क्षेत्रवार अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत
- असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 31 मई तक बहुत भारी बारिश की संभावना है। कई जगहों पर बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं।
- असम और मेघालय में 30-31 मई को रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां 20 सेमी से ज्यादा बारिश हो सकती है।
- त्रिपुरा, मिजोरम, और मेघालय में पहले ही बारिश से जनहानि और संपत्ति का नुकसान हो चुका है।
दक्षिण भारत
- केरल, कर्नाटक (तटीय व आंतरिक), तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में 30-31 मई को भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है।
- केरल के कोझिकोड, वायनाड, कासरगोड, कन्नूर, मलप्पुरम, इडुक्की जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी है।
- कर्नाटक के 28 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो 125 सालों में सबसे ज्यादा है।
पश्चिमी और मध्य भारत
- महाराष्ट्र (मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी), गुजरात में 30-31 मई को भारी बारिश की संभावना है।
- गोवा में भी ऑरेंज अलर्ट जारी है।
उत्तर भारत
- दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड में 30-31 मई को तेज आंधी, बारिश, बिजली गिरने और ओलावृष्टि की चेतावनी है।
- दिल्ली ने मई महीने में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश (188.9 मिमी) दर्ज की है।
- पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और ओलावृष्टि की घटनाएं हो सकती हैं।
भारी बारिश की मुख्य वजहें
- बंगाल की खाड़ी में दबाव: ओडिशा तट के पास बने लो प्रेशर एरिया के कारण पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश हो रही है।
- पश्चिमी विक्षोभ: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादल, आंधी और बारिश का असर है।
- दक्षिण-पश्चिम मानसून: इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है, जिससे दक्षिण और पश्चिम भारत में बारिश की तीव्रता बढ़ गई है।
- चक्रवाती परिसंचरण: राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य भारत में चक्रवातीय परिसंचरण के कारण भी मौसम में बदलाव हुआ है।
31 मई तक भारी बारिश अलर्ट – राज्यवार स्थिति
राज्य/क्षेत्र | अलर्ट का रंग | संभावित खतरे/स्थिति |
असम, मेघालय | रेड | बाढ़, जलभराव, भूस्खलन, जनहानि |
केरल, कर्नाटक | रेड/ऑरेंज | सड़कें बंद, पेड़ गिरना, बिजली कटौती |
महाराष्ट्र, गुजरात | ऑरेंज/येलो | जलभराव, ट्रैफिक जाम, बिजली गिरना |
दिल्ली-एनसीआर | येलो | गरज-चमक, तेज हवा, बिजली गिरना |
हिमाचल, उत्तराखंड | ऑरेंज/येलो | ओलावृष्टि, भूस्खलन, सड़कें बंद |
राजस्थान | येलो | धूल भरी आंधी, हल्की बारिश, बिजली गिरना |
गोवा | ऑरेंज | भारी बारिश, जलभराव |
ओडिशा, आंध्र, तमिलनाडु | येलो/ऑरेंज | भारी बारिश, तेज हवा, बिजली गिरना |
भारी बारिश के दौरान बरतें ये सावधानियां
- मौसम विभाग के अलर्ट और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें।
- बिजली चमकने या तेज आंधी के दौरान खुले में न रहें।
- जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें, बच्चों को बाहर न जाने दें।
- पेड़, बिजली के खंभे और कच्चे मकानों से दूर रहें।
- इमरजेंसी किट (टॉर्च, दवाएं, जरूरी कागजात, पानी, सूखा खाना) तैयार रखें।
- मोबाइल में मौसम अपडेट और इमरजेंसी नंबर सेव रखें।
- वाहन चलाते समय सतर्क रहें, जलभराव वाली सड़कों से बचें।
- प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर या राहत शिविर की जानकारी रखें।
भारी बारिश से होने वाले संभावित नुकसान
- बाढ़ और जलभराव से जनजीवन प्रभावित होना, सड़कों का बंद होना।
- भूस्खलन से पहाड़ी क्षेत्रों में संपत्ति और जीवन का नुकसान।
- बिजली गिरने से जान-माल का खतरा।
- तेज हवाओं से पेड़, बिजली के खंभे और कच्चे मकानों को नुकसान।
- ट्रैफिक जाम, रेल और हवाई सेवाओं में बाधा।
- फसल, पशुधन और ग्रामीण इलाकों में भारी नुकसान।
भारी बारिश के कारण मुख्य घटनाएं
- पूर्वोत्तर में नुकसान: मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय में बाढ़, भूस्खलन, घर गिरने और बिजली गिरने से कई लोगों की मौत हुई है।
- कर्नाटक में रिकॉर्ड बारिश: 125 सालों में सबसे ज्यादा मई की बारिश, 28 जिले प्रभावित, कई जगह भूस्खलन।
- दिल्ली में रिकॉर्ड: मई में 188.9 मिमी बारिश, कोई हीटवेव नहीं।
- केरल में बाढ़: कई जिलों में जलभराव, पेड़ गिरना, बिजली कटौती, लोगों का रिहायशी इलाकों से बाहर जाना।
भारी बारिश से बचाव के उपाय
- घर के आसपास की नालियों की सफाई रखें।
- छत, खिड़कियां, दरवाजे मजबूत करें।
- मोबाइल में मौसम ऐप्स रखें।
- पड़ोसियों और बुजुर्गों की मदद करें।
- वाहन पार्किंग सुरक्षित जगह करें।
- प्रशासन द्वारा जारी राहत शिविरों की जानकारी लें।
31 मई तक भारी बारिश – भविष्य की संभावना
- मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की गति अगले हफ्ते भी बनी रह सकती है।
- पूर्वोत्तर, दक्षिण और पश्चिम भारत में जून के पहले सप्ताह तक भारी बारिश की संभावना है।
- पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और ओलावृष्टि की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
- राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में 2-5 जून के बीच धूल भरी आंधी और हल्की बारिश की संभावना है।
निष्कर्ष
31 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी ने देश के कई हिस्सों को सतर्क कर दिया है। IMD की भविष्यवाणी के अनुसार, मानसून की तेज रफ्तार और मौसमी बदलावों के चलते बाढ़, भूस्खलन, बिजली गिरना, तेज हवाओं और ओलावृष्टि जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
ऐसे में आम लोगों को सतर्क रहना, मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखना और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना जरूरी है।
Disclaimer: यह लेख भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी अलर्ट और विभिन्न समाचार स्रोतों पर आधारित है। 31 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी एक वास्तविक और आधिकारिक अलर्ट है, जिसे मौसम विभाग ने देश के कई हिस्सों के लिए जारी किया है।
इसका उद्देश्य लोगों को समय रहते सतर्क करना और संभावित खतरे से बचाव के उपाय बताना है। मौसम संबंधी भविष्यवाणियां परिस्थितियों के अनुसार बदल सकती हैं, इसलिए ताजा जानकारी के लिए हमेशा मौसम विभाग के अपडेट्स देखें।