मई 2025 में देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। उत्तर भारत से लेकर दक्षिण, पूर्वोत्तर और पश्चिम भारत तक कई राज्यों में झमाझम बारिश, तेज आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं देखने को मिल रही हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 15 मई से 23 मई के बीच देश के कई राज्यों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज हवाओं, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यह अलर्ट प्री-मानसून गतिविधियों के तेज होने का संकेत है, जिससे कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
इस बार मौसम में बदलाव का मुख्य कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में बने चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation), ट्रफ लाइन और पश्चिमी विक्षोभ हैं। पूर्वोत्तर, पूर्वी, मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
IMD ने राज्यों को सतर्क रहने, प्रशासन को तैयारियां पुख्ता रखने और आम लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। आइए जानते हैं किन-किन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है, मौसम का सिस्टम क्या है, किस तरह की सावधानियां जरूरी हैं और IMD की पूरी एडवाइजरी क्या कहती है।
IMD Rain Alert
बिंदु | विवरण/स्थिति (2025) |
अलर्ट की अवधि | 15 मई – 23 मई 2025 |
अलर्ट का प्रकार | रेड अलर्ट (भारी से बहुत भारी बारिश, तेज आंधी) |
प्रभावित राज्य | पूर्वोत्तर, पूर्वी, मध्य, पश्चिम, दक्षिण भारत के राज्य |
तेज हवा की गति | 30-70 किमी प्रति घंटा |
मुख्य खतरे | बिजली गिरना, ओलावृष्टि, बाढ़, पेड़ गिरना |
प्रशासनिक सलाह | सतर्कता, राहत दल तैयार, स्कूल-कॉलेज बंद, ट्रैफिक अलर्ट |
आम जनता के लिए सलाह | घर में रहें, बिजली के खंभों/पेड़ों से दूर रहें |
मौसम का कारण | चक्रवाती परिसंचरण, ट्रफ लाइन, पश्चिमी विक्षोभ |
IMD की एडवाइजरी | राज्यों को सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने के निर्देश |
किन राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत
- अरुणाचल प्रदेश: 15-18 मई के बीच भारी बारिश की संभावना।
- असम, मेघालय: 15-19 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश, तेज हवाएं।
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा: 15-18 मई तक गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश।
पूर्वी और मध्य भारत
- बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम: 15-19 मई के बीच बारिश, गरज, बिजली और 50-70 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं।
- गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़: 15-17 मई को 50-70 किमी प्रति घंटे की तेज हवा।
पश्चिम भारत
- महाराष्ट्र (विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र), कोंकण, गोवा: 15-18 मई और 19-23 मई के बीच दो दौर की भारी बारिश, गरज, बिजली और तेज हवाएं।
- गुजरात: 14-15 मई को कुछ स्थानों पर बारिश, 50-60 किमी प्रति घंटे की तेज हवा।
दक्षिण भारत
- आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल: 15-19 मई तक गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना।
दिल्ली-NCR और उत्तर भारत
- दिल्ली, एनसीआर: 16 मई से मौसम में बदलाव, गरज और तेज बौछारें, आंशिक बादल और उमस भरी गर्मी के बीच राहत देने वाली बारिश।
- उत्तर प्रदेश, राजस्थान: कुछ इलाकों में आंधी-तूफान और हल्की बारिश की संभावना2।
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह
- 14-15 मई को गरज, बिजली और 30-50 किमी प्रति घंटे की तेज हवा के साथ बारिश।
भारी बारिश का कारण: मौसम का सिस्टम
- चक्रवाती परिसंचरण: पूर्वोत्तर असम, उत्तरी कर्नाटक और मध्य भारत में ऊपरी हवा का चक्रवात।
- ट्रफ लाइन: उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल-सिक्किम से मध्य प्रदेश तक ट्रफ बनी हुई है।
- पश्चिमी विक्षोभ: पश्चिमी और उत्तरी भारत में सक्रिय।
- प्री-मानसून एक्टिविटी: मानसून की शुरुआती हलचल, बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में दस्तक।
भारी बारिश के दौरान क्या खतरे हैं?
- बिजली गिरना: खुले में रहने से बचें, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें।
- ओलावृष्टि: फसल, वाहन और संपत्ति को नुकसान।
- तेज हवाएं: पेड़, बिजली के पोल गिर सकते हैं, ट्रैफिक बाधित हो सकता है।
- बाढ़/जलभराव: निचले इलाकों में पानी भर सकता है, जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
- भूस्खलन: पहाड़ी इलाकों में खतरा बढ़ सकता है।
प्रशासन और आम जनता के लिए जरूरी सलाह
- स्कूल-कॉलेज: भारी बारिश और तूफान की स्थिति में स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश।
- यातायात: अनावश्यक यात्रा से बचें, ट्रैफिक अलर्ट का पालन करें।
- कृषि: किसान फसलों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं।
- बिजली: बिजली उपकरणों का सावधानी से इस्तेमाल करें, बिजली के तारों से दूर रहें।
- जलभराव: निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें, प्रशासन की सूचना का पालन करें।
- आपात स्थिति: प्रशासन की हेल्पलाइन नंबर और राहत केंद्रों की जानकारी रखें।
भारी बारिश के दौरान क्या न करें?
- तेज बारिश, आंधी या बिजली गिरने के दौरान खुले में न रहें।
- पेड़, बिजली के खंभे और तारों के नीचे खड़े न हों।
- अफवाहों पर ध्यान न दें, सिर्फ सरकारी सूचना पर भरोसा करें।
- बाढ़ या जलभराव वाले इलाकों में न जाएं।
IMD Rain Alert: मौसम की भविष्यवाणी और मानसून की चाल
IMD के मुताबिक, इस बार मानसून ने अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी में समय से पहले दस्तक दे दी है। प्री-मानसून गतिविधियां पूरे देश में तेज हो गई हैं।
अगले कुछ दिनों में मानसून की रफ्तार और बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है। इससे तापमान में गिरावट और गर्मी से राहत मिलने की संभावना है, लेकिन साथ ही बाढ़, जलभराव, बिजली गिरने और अन्य खतरे भी बढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
15 से 23 मई 2025 के बीच देश के कई राज्यों में मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश, तेज आंधी-तूफान और बिजली गिरने का रेड अलर्ट जारी किया है। पूर्वोत्तर, पूर्वी, मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक मौसम खराब बना रहेगा।
प्रशासन और आम जनता को सतर्क रहने, जरूरी तैयारियां रखने और मौसम विभाग की एडवाइजरी का पालन करने की सलाह दी गई है। यह अलर्ट पूरी तरह वास्तविक और सरकारी मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है, जिससे जन-जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Disclaimer: यह लेख भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताजा एडवाइजरी, मीडिया रिपोर्ट्स और मौसम संबंधी सरकारी सूचनाओं पर आधारित है। 15-23 मई 2025 के बीच भारी बारिश का रेड अलर्ट वास्तविक है और मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है।
मौसम की स्थिति और अलर्ट समय-समय पर बदल सकते हैं, अतः ताजा जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन या मौसम विभाग की सूचना पर नजर रखें।