हरियाणा में शराब पीने वालों के लिए 2025 की गर्मी एक नई मुश्किल लेकर आई है। राज्य सरकार ने नई आबकारी नीति (Excise Policy) लागू करते ही शराब, बीयर और विदेशी ब्रांड्स की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी कर दी है।
अब देसी शराब से लेकर प्रीमियम व्हिस्की और बीयर तक—हर कैटेगरी की बोतलें पहले से काफी महंगी मिलेंगी। सरकार का दावा है कि इस कदम से राज्य को रिकॉर्ड राजस्व मिलेगा, लेकिन आम उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर पड़ेगा।
नई नीति के तहत शराब के ठेकों के खुलने और बंद होने के समय, लाइसेंस फीस, दुकानों की संख्या, और कई नियमों में भी बदलाव किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीयर की कीमतों में 44% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देसी शराब की बोतल अब 190 रुपये में मिलेगी, जो पहले 175 रुपये थी।
विदेशी शराब की प्रीमियम, डीलक्स और सुपर प्रीमियम कैटेगरी में भी 5% से 20% तक दाम बढ़े हैं। सुपर डीलक्स ब्रांड की बोतल अब 920 रुपये, डीलक्स-1 की 770 रुपये, डीलक्स-2 की 720 रुपये और डीलक्स-3 की 540 रुपये हो गई है।
बीयर की 650 एमएल बोतल अब 130 रुपये, माइल्ड बीयर 150 रुपये और स्ट्रॉन्ग बीयर 160 रुपये में बिक रही है। नई नीति 12 जून 2025 से लागू होकर 31 मार्च 2027 तक प्रभावी रहेगी।
आइए जानते हैं—हरियाणा में शराब की कीमतें कैसे बढ़ीं, नई नीति में क्या-क्या बदलाव हुए, इसका असर आम जनता और बाजार पर क्या पड़ेगा, और पूरी डिटेल्स।
Haryana Liquor Price Hike
बिंदु | विवरण |
नई नीति लागू | 12 जून 2025 से 31 मार्च 2027 तक |
देसी शराब की कीमत | 175 से बढ़कर 190 रुपये (15 रुपये की बढ़ोतरी) |
बीयर की कीमत | 650 एमएल: 90 से 130 रुपये (44% तक बढ़ोतरी) |
माइल्ड बीयर | 110 से 150 रुपये (36% बढ़ोतरी) |
स्ट्रॉन्ग बीयर | 130 से 160 रुपये (23% बढ़ोतरी) |
IMFL (विदेशी शराब) | 1.6% से 20% तक बढ़ोतरी, कैटेगरी अनुसार |
सुपर प्रीमियम शराब | 3100 से 3150 रुपये (1.6% बढ़ोतरी) |
सुपर डीलक्स ब्रांड | 875 से 920 रुपये (5.1% बढ़ोतरी) |
डीलक्स-1 | 725 से 770 रुपये (6.2% बढ़ोतरी) |
डीलक्स-2 | 675 से 720 रुपये (6.7% बढ़ोतरी) |
डीलक्स-3 | 500 से 540 रुपये (8% बढ़ोतरी) |
शराब ठेकों का समय | शहर: 8AM-12PM, गांव: 8AM-11PM (अक्टूबर तक), 8AM-10PM (नवंबर-मार्च) |
बंद ठेके | 500 से कम आबादी वाले गांवों में 152 ठेके बंद |
राजस्व लक्ष्य | 2025-26 के लिए 14,064 करोड़ रुपये |
नई आबकारी नीति में क्या-क्या बदलाव हुए?
- कीमतों में बढ़ोतरी:
- देसी शराब, विदेशी शराब, बीयर, प्रीमियम और डीलक्स ब्रांड्स के दाम 10% से 44% तक बढ़ाए गए।
- दुकानों का समय:
- शहरों में ठेके सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक खुले रहेंगे।
- गांवों में अक्टूबर तक 8AM-11PM और नवंबर-मार्च में 8AM-10PM तक।
- दुकानों की संख्या और स्थान:
- 500 से कम आबादी वाले गांवों में एक भी ठेका नहीं खुलेगा।
- नेशनल और स्टेट हाईवे पर शराब की दुकानें बंद।
- करीब 700 गांवों में 152 ठेके बंद।
- लाइसेंस फीस व अन्य शुल्क:
- अहाता (बार) फीस में भी बढ़ोतरी।
- ठेकों की बोली रिकॉर्ड स्तर पर, गुरुग्राम में सबसे महंगा ठेका 98 करोड़ रुपये में बिका।
- नीति का कार्यकाल:
- 12 जून 2025 से 31 मार्च 2027 तक लागू।
- आगे की सभी नीतियाँ वित्त वर्ष के अनुसार अप्रैल से मार्च तक चलेंगी।
शराब के अलग-अलग कैटेगरी में कितना बढ़ा दाम?
देसी शराब
- पहले 175 रुपये, अब 190 रुपये (15 रुपये की बढ़ोतरी)
- सभी यूनिट्स पर बढ़ी कीमतें
विदेशी शराब (IMFL)
- सुपर प्रीमियम: 3100 से 3150 रुपये (1.6% बढ़ोतरी)
- प्रीमियम-ए: 1850 से 1900 रुपये (2.7% बढ़ोतरी)
- प्रीमियम-2: 1550 से 1600 रुपये (3.2% बढ़ोतरी)
- सुपर डीलक्स: 875 से 920 रुपये (5.1% बढ़ोतरी)
- डीलक्स-1: 725 से 770 रुपये (6.2% बढ़ोतरी)
- डीलक्स-2: 675 से 720 रुपये (6.7% बढ़ोतरी)
- डीलक्स-3: 500 से 540 रुपये (8% बढ़ोतरी)
बीयर
- 650 एमएल नॉर्मल बीयर: 90 से 130 रुपये (44% बढ़ोतरी)
- माइल्ड बीयर: 110 से 150 रुपये (36% बढ़ोतरी)
- स्ट्रॉन्ग बीयर: 130 से 160 रुपये (23% बढ़ोतरी)
नई नीति का असर: आम जनता और बाजार पर प्रभाव
- खपत पर असर:
- कीमतें बढ़ने से आम उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर, खासकर बीयर और प्रीमियम ब्रांड्स के शौकीनों पर।
- राजस्व में बढ़ोतरी:
- सरकार को उम्मीद है कि नई नीति से रिकॉर्ड टैक्स और रेवेन्यू मिलेगा, जिससे स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास योजनाओं में निवेश होगा।
- गांवों में ठेके बंद:
- 500 से कम आबादी वाले गांवों में शराब की दुकानें बंद होने से ग्रामीण इलाकों में शराब की उपलब्धता कम होगी।
- शहरों में ठेकों का समय बढ़ा:
- अब शहरों में रात 12 बजे तक शराब की दुकानें खुली रहेंगी।
- दिल्ली-एनसीआर में भी असर:
- गुरुग्राम जैसे शहरों में अब शराब के दाम बढ़ गए हैं, जो पहले दिल्ली से सस्ती मानी जाती थी।
हरियाणा में शराब कीमतों में बढ़ोतरी: प्रमुख कारण
- राजस्व लक्ष्य:
- सरकार ने 2025-26 के लिए 14,064 करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन टारगेट रखा है।
- अवैध बिक्री पर रोक:
- ठेकों की संख्या और स्थान सीमित कर अवैध बिक्री पर लगाम लगाने की कोशिश।
- सामाजिक नियंत्रण:
- छोटे गांवों और हाईवे पर दुकानें बंद कर शराब की सामाजिक उपलब्धता सीमित करना।
- नीति का वित्त वर्ष से जुड़ाव:
- आबकारी नीति को अब वित्त वर्ष के साथ जोड़ा गया है, जिससे बजट और टैक्स प्लानिंग आसान हो।
नई आबकारी नीति के अन्य मुख्य बिंदु
- शराब के दामों में 10% से 44% तक की बढ़ोतरी
- बीयर की कीमतों में सबसे ज्यादा उछाल
- देसी शराब की बोतल अब 190 रुपये
- विदेशी शराब की हर कैटेगरी में 5-20% तक दाम बढ़े
- 500 से कम आबादी वाले गांवों में 152 ठेके बंद
- नेशनल और स्टेट हाईवे पर शराब दुकानों पर रोक
- ठेकों का समय शहरों में 8AM-12PM, गांवों में 8AM-11PM/10PM
- अहाता (बार) फीस में भी बढ़ोतरी
- नीति 12 जून 2025 से 31 मार्च 2027 तक लागू
- सरकार का 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व लक्ष्य
निष्कर्ष
हरियाणा में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद शराब की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। बीयर, देसी शराब और विदेशी ब्रांड्स—हर कैटेगरी में 10% से 44% तक दाम बढ़े हैं। सरकार ने इस कदम से 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा है।
हालांकि, आम उपभोक्ताओं की जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा और ग्रामीण इलाकों में शराब की उपलब्धता भी कम हो जाएगी। नई नीति के तहत दुकानों के समय, संख्या और स्थान में भी बदलाव किए गए हैं। सरकार का दावा है कि इससे अवैध बिक्री पर रोक लगेगी और समाज में शराब की उपलब्धता नियंत्रित रहेगी।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। हरियाणा में शराब की कीमतों में बढ़ोतरी और नई आबकारी नीति से जुड़ी जानकारी ताजा सरकारी आदेश, मीडिया रिपोर्ट्स और विभागीय घोषणाओं पर आधारित है।
शराब की दुकान, कीमत, ब्रांड और नियमों की पुष्टि के लिए संबंधित विभाग या अधिकृत पोर्टल से ताजा जानकारी अवश्य लें।