देश की तरक्की तभी संभव है जब उसकी महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त हों। इसी सोच के साथ केंद्र सरकार लगातार ऐसी योजनाएं चला रही है, जिनका मकसद महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रूप से मजबूत बनाना है।
आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं-चाहे शिक्षा हो, कारोबार हो, या तकनीक। लेकिन ग्रामीण इलाकों से लेकर छोटे शहरों तक अब भी बहुत-सी महिलाएं संसाधनों और अवसरों की कमी से जूझ रही हैं। ऐसे में सरकार की योजनाएं उनके लिए उम्मीद की नई किरण बनकर आई हैं।
पिछले कुछ वर्षों में केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए कई बड़ी योजनाएं शुरू की हैं, जिनका असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। इनमें महिलाओं को स्वरोजगार, कौशल विकास, आर्थिक सहायता, सुरक्षा और सम्मान देने वाले कदम शामिल हैं।
बजट 2025 में भी महिलाओं के लिए कई बड़ी घोषणाएं की गईं, जिससे यह साफ है कि सरकार महिला सशक्तिकरण को अपनी प्राथमिकता में रख रही है। इन योजनाओं का फायदा लाखों-करोड़ों महिलाओं को मिल रहा है, जिससे वे अपने परिवार और समाज में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं।
इस लेख में हम आपको केंद्र सरकार की ऐसी प्रमुख योजनाओं के बारे में बताएंगे, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बना रही हैं। जानिए इन योजनाओं की खास बातें, पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया और ताजा अपडेट-वो भी आसान भाषा में।
Major Government Schemes for Women
योजना/फीचर | मुख्य विवरण/लक्ष्य |
लखपति दीदी योजना | 3 करोड़ महिलाओं को स्वरोजगार, स्किल ट्रेनिंग, 1-5 लाख रु. तक सहायता |
नमो ड्रोन दीदी स्कीम | 1 लाख महिलाओं को ड्रोन ट्रेनिंग, कृषि में तकनीकी रोजगार |
महिला सम्मान बचत योजना | 7.5% ब्याज दर पर बचत, 2 लाख रु. तक निवेश, महिलाओं के लिए विशेष |
पीएम आवास योजना | 2 करोड़+ महिलाओं को घर का मालिकाना हक, सम्मान और सुरक्षा |
महिला समृद्धि योजना | दिल्ली में हर माह 2500 रु. की आर्थिक सहायता, शिक्षा-स्वास्थ्य में मदद |
आंगनवाड़ी भर्ती/रोजगार | 14,000+ नई भर्तियां, महिलाओं को शिक्षा व बाल विकास क्षेत्र में रोजगार |
SHG (स्वयं सहायता समूह) | सोलर प्लांट, पेट्रोल पंप, बस संचालन जैसे नए व्यवसायों से जोड़ा गया |
लाड़ली बहना योजना | आर्थिक सहायता व सामाजिक सुरक्षा, राष्ट्रीय विस्तार की संभावना |
लखपति दीदी योजना: ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक ताकत
लखपति दीदी योजना केंद्र सरकार की सबसे चर्चित योजनाओं में से एक है, जिसका मकसद ग्रामीण और छोटे शहरों की महिलाओं को स्वरोजगार और आर्थिक आत्मनिर्भरता देना है। इस योजना के तहत:
- महिलाओं को स्वयं सहायता समूह (SHG) से जोड़ा जाता है।
- उन्हें ड्रोन रिपेयरिंग, LED बल्ब बनाना, सिलाई, प्लंबिंग, खाद्य प्रसंस्करण जैसे कामों की ट्रेनिंग दी जाती है।
- सरकार 1 लाख से 5 लाख रुपये तक का बिना ब्याज या कम ब्याज पर लोन देती है।
- पहले 2 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य था, अब यह बढ़ाकर 3 करोड़ कर दिया गया है।
- अब तक 1 करोड़ से अधिक महिलाएं इस योजना से लखपति बन चुकी हैं।
- राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड जैसे राज्यों में भी यह योजना तेजी से लागू हो रही है।
लाभ:
- महिलाएं खुद का बिजनेस शुरू कर सकती हैं।
- परिवार की आमदनी बढ़ती है।
- समाज में आत्मसम्मान और पहचान मिलती है।
नमो ड्रोन दीदी स्कीम: तकनीक से महिला सशक्तिकरण
नमो ड्रोन दीदी स्कीम 2022 में शुरू हुई थी, जिसका उद्देश्य महिलाओं को कृषि क्षेत्र में तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है।
- 1 लाख महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, रखरखाव और डेटा एनालिसिस की ट्रेनिंग दी जा रही है।
- महिलाएं कृषि में ड्रोन की मदद से छिड़काव, सर्वे और निगरानी जैसे काम कर रही हैं।
- इससे महिलाओं को नया रोजगार और सम्मान मिल रहा है।
लाभ:
- तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका मजबूत हुई।
- कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिली।
महिला सम्मान बचत योजना: सुरक्षित बचत और बेहतर ब्याज
- महिलाएं 2 लाख रुपये तक निवेश कर सकती हैं।
- 7.5% की आकर्षक ब्याज दर मिलती है, जो सामान्य बचत से कहीं ज्यादा है।
- यह योजना 31 मार्च 2025 तक लागू है, आगे बढ़ने की संभावना है।
- बेटियों के नाम पर भी अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
लाभ:
- सुरक्षित निवेश का विकल्प।
- बेटियों और महिलाओं के भविष्य की सुरक्षा।
- वित्तीय आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम।
पीएम-आवास योजना: महिलाओं को घर का मालिकाना हक
- अब तक 2 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को पक्के घर का मालिकाना हक मिला है।
- इससे महिलाओं की समाज में स्थिति मजबूत हुई है।
- घर के वित्तीय फैसलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।
लाभ:
- सम्मान, सुरक्षा और स्थायित्व।
- परिवार में महिलाओं की भूमिका और मजबूत।
- आर्थिक फैसलों में भागीदारी।
महिला समृद्धि योजना: मासिक आर्थिक सहायता
- पात्र महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की सीधी आर्थिक सहायता मिलती है।
- यह राशि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवसाय और परिवार की जरूरतों के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।
- बजट 2025 में महिला कल्याण के लिए 5100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
लाभ:
- आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सीधी मदद।
- बच्चों की पढ़ाई या स्वास्थ्य पर खर्च करने में आसानी।
- महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता।
SHG (स्वयं सहायता समूह) और महिला उद्यमिता
- सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों को सोलर एनर्जी प्लांट, पेट्रोल पंप, बस संचालन जैसे नए व्यवसायों से जोड़ा है।
- SHG की महिलाएं अब सरकारी परियोजनाओं और निजी कंपनियों के साथ काम कर रही हैं।
- इससे न सिर्फ रोजगार बढ़ा है, बल्कि महिलाएं नेतृत्व की भूमिका में भी आ रही हैं।
लाभ:
- सामूहिक प्रयास से बड़े व्यवसाय शुरू करने का मौका।
- गांव-गांव में रोजगार के नए अवसर।
- आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण।
आंगनवाड़ी और शिक्षा क्षेत्र में महिलाओं के लिए रोजगार
- सरकार ने 14,000 से ज्यादा आंगनवाड़ी शिक्षकों और सहायिकाओं की भर्ती की घोषणा की है।
- इससे महिलाओं को शिक्षा और बाल विकास के क्षेत्र में रोजगार मिलेगा।
- नई योजनाओं के तहत महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं।
लाड़ली बहना योजना: सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक सहायता
- मध्यप्रदेश में सफल रही लाड़ली बहना योजना के राष्ट्रीय विस्तार की संभावना है।
- महिलाओं को आर्थिक सहायता और सामाजिक सुरक्षा मिलती है।
- इससे महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान में वृद्धि होती है।
महिला सशक्तिकरण के लिए अन्य सरकारी प्रयास
- बजट 2025 में महिला सशक्तिकरण के लिए कई नई घोषणाएं की गई हैं।
- महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग मंत्रालयों की दर्जनों योजनाएं चल रही हैं।
- बालिकाओं के लिए भी सुकन्या समृद्धि योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाएं लागू हैं।
महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं का असर
- लाखों महिलाएं स्वरोजगार और छोटे व्यवसाय शुरू कर चुकी हैं।
- ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की आमदनी और आत्मसम्मान बढ़ा है।
- तकनीकी, कृषि, सेवा, शिक्षा और हेल्थ सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।
- महिलाएं अब सिर्फ लाभार्थी नहीं, बल्कि समाज में बदलाव की अगुवा बन रही हैं।
महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं की पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
पात्रता:
- भारतीय नागरिकता
- आमतौर पर 18 वर्ष से ऊपर की महिलाएं
- कुछ योजनाओं में पारिवारिक आय की सीमा, SC/ST/OBC या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की प्राथमिकता
जरूरी दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- बैंक अकाउंट
- आय प्रमाण पत्र (जहां जरूरी हो)
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन कैसे करें:
- संबंधित योजना की वेबसाइट या नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।
- SHG या पंचायत के माध्यम से भी कई योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है।
- आवेदन के बाद दस्तावेजों की जांच और वेरिफिकेशन होता है।
निष्कर्ष
केंद्र सरकार की योजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही हैं।
लखपति दीदी योजना, नमो ड्रोन दीदी, महिला सम्मान बचत योजना, पीएम आवास योजना, महिला समृद्धि योजना और SHG जैसे प्रयासों ने महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत किया है, बल्कि उन्हें समाज में नई पहचान भी दी है।
आने वाले समय में और भी नई योजनाएं शुरू होंगी, जिससे भारत की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगी।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। इसमें दी गई सभी योजनाएं केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही असली और प्रमाणिक योजनाएं हैं, जिनका लाभ लाखों महिलाएं उठा रही हैं। योजनाओं की पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया समय-समय पर बदल सकती है।
किसी भी योजना का लाभ लेने से पहले संबंधित विभाग या आधिकारिक पोर्टल से ताजा जानकारी जरूर प्राप्त करें।