आजकल हर कोई जानना चाहता है कि सोना और चांदी के दाम क्या चल रहे हैं, खासकर जब बाजार में तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। भारत में सोना और चांदी हमेशा से निवेश और गहनों के लिए सबसे पसंदीदा धातुएं रही हैं। शादी-ब्याह, त्योहार या निवेश—हर मौके पर सोने-चांदी की मांग बनी रहती है। लेकिन हाल ही में इनकी कीमतों में गिरावट आई है, जिससे आम लोगों के साथ-साथ निवेशकों की भी दिलचस्पी बढ़ गई है।
सोने के दामों में गिरावट के पीछे कई कारण हैं—अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति, और निवेशकों की बिकवाली। वहीं, चांदी की कीमतें भी पिछले कुछ दिनों में लुढ़की हैं, जिसका असर घरेलू बाजार में साफ नजर आ रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आज के दिन सोना और चांदी का भाव क्या है, किस वजह से दाम गिरे हैं, और आगे का ट्रेंड क्या हो सकता है। इस लेख में हम आपको Gold Today Rate, Silver Price Today, सोना चांदी के लेटेस्ट रेट्स, गिरावट के कारण, और निवेश से जुड़ी जरूरी जानकारी देंगे।
Gold Today Rate: जानिए आज का सोना-चांदी का भाव
आज भारत के बड़े शहरों में सोना और चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। खासतौर पर 24 कैरेट और 22 कैरेट गोल्ड की कीमतों में हल्की गिरावट देखी गई है। वहीं, चांदी के रेट में भी उतार-चढ़ाव जारी है। नीचे दी गई टेबल में आप Gold Rate Today और Silver Rate Today की डिटेल जानकारी देख सकते हैं।
जानकारी | आज का भाव (22 जून 2025) |
24 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹98,690 |
22 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹98,300 |
24 कैरेट सोना (1 ग्राम) | ₹9,869 |
22 कैरेट सोना (1 ग्राम) | ₹9,830 |
चांदी (1 किलो) | ₹1,00,460 |
दिल्ली में 22K सोना (10 ग्राम) | ₹90,200 |
मुंबई में 22K सोना (10 ग्राम) | ₹94,100 |
कोलकाता में 22K सोना (10 ग्राम) | ₹94,050 |
चेन्नई में 22K सोना (10 ग्राम) | ₹89,150 |
नोट: सोने-चांदी के रेट शहर, टैक्स, मेकिंग चार्ज और डिमांड के हिसाब से बदल सकते हैं।
सोने की शुद्धता और कैरेट का मतलब
- 24 कैरेट गोल्ड: सबसे शुद्ध सोना, जिसमें 99.9% गोल्ड होता है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर सिक्के और बार बनाने में होता है।
- 22 कैरेट गोल्ड: इसमें 91.6% गोल्ड और बाकी धातुएं (जैसे सिल्वर, कॉपर) मिलाई जाती हैं। गहनों के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
- 18 कैरेट गोल्ड: इसमें 75% गोल्ड और 25% अन्य धातुएं होती हैं। ज्यादातर फैशन ज्वेलरी में इस्तेमाल होता है।
सोना और चांदी के दाम में गिरावट के मुख्य कारण
सोने और चांदी के रेट में गिरावट कई वजहों से आती है। जानिए कुछ प्रमुख कारण:
- डॉलर की मजबूती: जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है तो सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव बढ़ता है, क्योंकि ये इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर में ही ट्रेड होते हैं।
- निवेशकों की बिकवाली: जब बाजार में अनिश्चितता होती है या मुनाफा बुक करना होता है, तब निवेशक सोना-चांदी बेचने लगते हैं, जिससे दाम गिरते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी: ग्लोबल मार्केट में अगर सोने-चांदी की डिमांड कम होती है या सप्लाई ज्यादा, तो भी रेट नीचे आते हैं।
- फेडरल रिजर्व और ब्याज दरें: अमेरिका की सेंट्रल बैंक अगर ब्याज दरें बढ़ाती है, तो निवेशक सोने-चांदी की जगह ज्यादा रिटर्न वाले विकल्प चुनते हैं।
- मांग और आपूर्ति का संतुलन: भारत में शादी और त्योहार के सीजन में मांग बढ़ती है, लेकिन जब मांग कम होती है तो दाम गिर सकते हैं।
पिछले 10 दिनों के सोने के दाम (Gold Price Last 10 Days)
तारीख | 24K (₹/10g) | 22K (₹/10g) |
22 जून 2025 | 98,690 | 98,300 |
21 जून 2025 | 98,690 | 98,300 |
20 जून 2025 | 98,690 | 98,300 |
19 जून 2025 | 99,260 | 98,860 |
18 जून 2025 | 99,450 | 99,060 |
17 जून 2025 | 99,150 | 98,750 |
16 जून 2025 | 99,370 | 98,980 |
15 जून 2025 | 99,060 | 98,660 |
14 जून 2025 | 99,060 | 98,660 |
13 जून 2025 | 99,060 | 98,660 |
नोट: ऊपर दिए गए आंकड़े रोजाना के रेट हैं, जो बाजार के हिसाब से बदलते रहते हैं।
चांदी के दाम में गिरावट क्यों?
- इंडस्ट्रियल डिमांड में कमी: चांदी का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल, मेडिकल उपकरण जैसी इंडस्ट्री में होता है। जब इन सेक्टरों में स्लोडाउन आता है, तो चांदी की मांग घटती है।
- डॉलर इंडेक्स में तेजी: डॉलर मजबूत होने से चांदी महंगी हो जाती है, जिससे विदेशी खरीदार कम हो जाते हैं।
- ब्याज दरें बढ़ना: ज्यादा ब्याज मिलने पर लोग चांदी में निवेश कम करते हैं, जिससे दाम गिरते हैं।
- ग्लोबल इकोनॉमिक कंडीशन: जब दुनिया भर में मंदी या अनिश्चितता होती है, तो चांदी की कीमतों पर असर पड़ता है।
सोने-चांदी की कीमतों पर असर डालने वाले अन्य फैक्टर्स
- मौसम और खेती: ग्रामीण इलाकों में अच्छी फसल होने पर लोग ज्यादा सोना खरीदते हैं।
- सरकारी नीतियां: भारत सरकार और RBI के गोल्ड रिजर्व, टैक्स और इंपोर्ट ड्यूटी भी दामों को प्रभावित करते हैं।
- जियोपॉलिटिकल टेंशन: युद्ध, ट्रेड वॉर या वैश्विक संकट के समय सोने की डिमांड बढ़ जाती है।
निवेश के लिए सोना-चांदी क्यों चुनें?
- सुरक्षित निवेश: सोना-चांदी हमेशा से सुरक्षित निवेश माने जाते हैं, खासकर जब बाजार में अनिश्चितता हो।
- इन्फ्लेशन से बचाव: जब महंगाई बढ़ती है, तो सोने-चांदी में निवेश से आपके पैसे की वैल्यू बनी रहती है।
- लिक्विडिटी: जरूरत पड़ने पर आप इन्हें आसानी से बेच सकते हैं।
- पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन: शेयर, म्यूचुअल फंड के साथ-साथ सोना-चांदी में निवेश से रिस्क कम होता है।
Gold Rate Today in Major Cities (Top 10 Cities Table)
City | 24K Gold (10g) | 22K Gold (10g) |
Delhi | ₹1,00,530 | ₹92,150 |
Mumbai | ₹1,00,630 | ₹92,250 |
Chennai | ₹1,00,530 | ₹92,150 |
Kolkata | ₹1,00,530 | ₹92,150 |
Hyderabad | ₹1,00,480 | ₹92,100 |
Bengaluru | ₹1,00,630 | ₹92,250 |
Ahmedabad | ₹1,00,630 | ₹92,250 |
Surat | ₹1,00,480 | ₹92,100 |
Jaipur | ₹1,00,630 | ₹92,250 |
Lucknow | ₹1,00,630 | ₹92,250 |
सोने-चांदी के रेट में गिरावट का निवेशकों पर असर
- खरीदारी का मौका: जब दाम गिरते हैं, तो यह निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका होता है।
- लॉन्ग टर्म निवेश: जानकार मानते हैं कि लंबी अवधि में सोना-चांदी की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं, इसलिए गिरावट में खरीदना फायदेमंद हो सकता है।
- मूल्य में उतार-चढ़ाव: शॉर्ट टर्म में दाम ऊपर-नीचे होते रहेंगे, इसलिए निवेश से पहले बाजार की चाल समझना जरूरी है।
सोना-चांदी खरीदते समय ध्यान रखने वाली बातें
- शुद्धता (Purity): हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना खरीदें।
- मेकिंग चार्ज: गहनों के मेकिंग चार्ज अलग-अलग हो सकते हैं।
- बिल जरूर लें: खरीदारी का पक्का बिल लें, जिससे भविष्य में कोई दिक्कत न हो।
- वापसी और एक्सचेंज पॉलिसी: ज्वेलर की पॉलिसी जरूर पढ़ें।
आने वाले दिनों में Gold Price Trend क्या रहेगा?
- विशेषज्ञों की राय: कुछ जानकार मानते हैं कि अभी सोने-चांदी के दाम और गिर सकते हैं, जिससे निवेशकों को सस्ते में खरीदने का मौका मिल सकता है। वहीं, लंबे समय में कीमतें फिर से बढ़ने की संभावना है।
- इंटरनेशनल मार्केट: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी, डॉलर की स्थिति और ग्लोबल डिमांड के हिसाब से दाम ऊपर-नीचे हो सकते हैं।
- फेस्टिव सीजन: भारत में त्योहार और शादी के सीजन में डिमांड बढ़ सकती है, जिससे रेट में उछाल आ सकता है।
सोने-चांदी में निवेश के तरीके
- फिजिकल गोल्ड: गहने, सिक्के, बार आदि।
- डिजिटल गोल्ड: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से गोल्ड खरीद सकते हैं।
- गोल्ड ETF: शेयर बाजार में ट्रेड होने वाले गोल्ड फंड।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: भारत सरकार द्वारा जारी बॉन्ड, जिसमें ब्याज भी मिलता है।
सोना और चांदी खरीदने का सही समय
- जब भी बाजार में गिरावट आए और आपको लॉन्ग टर्म निवेश करना हो, तो खरीदारी कर सकते हैं।
- त्योहार या शादी के समय अगर खरीदारी जरूरी हो, तो रेट की तुलना जरूर करें।
- अपने बजट और जरूरत के हिसाब से ही निवेश करें।
निष्कर्ष
सोना और चांदी के दाम में आई गिरावट ने निवेशकों और आम लोगों दोनों के लिए नई संभावनाएं खोली हैं। अगर आप Gold Today Rate या Silver Price Today देख रहे हैं, तो यह समय खरीदारी के लिए अच्छा हो सकता है, लेकिन बाजार की चाल और ग्लोबल फैक्टर्स पर नजर बनाए रखें। शुद्धता, मेकिंग चार्ज और बिल जैसी जरूरी बातों का ध्यान रखें। लॉन्ग टर्म में निवेश फायदेमंद हो सकता है, लेकिन शॉर्ट टर्म में उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। सोना-चांदी की कीमतें बाजार के हिसाब से बदलती रहती हैं। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। यहां दी गई जानकारी को अंतिम निर्णय न मानें। किसी भी स्कीम या निवेश का प्रचार नहीं किया गया है। बाजार में जोखिम बना रहता है, इसलिए सोच-समझकर ही निवेश करें।