CM Yogi On Women Safety In UP: यूपी में बेटियां अब रहेंगी 100% सुरक्षित? योगी जी का मास्टरप्लान चौंका देगा!

उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पिछले कुछ सालों में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Women Safety को अपनी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया है। प्रदेश में महिला अपराधों की खबरें पहले अक्सर सुर्खियों में रहती थीं, लेकिन अब हालात काफी बदल चुके हैं।

योगी सरकार ने ‘Mission Shakti’ जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को मजबूत किया है। इस अभियान ने न सिर्फ महिलाओं को सुरक्षा का अहसास कराया, बल्कि उन्हें समाज में आगे बढ़ने का हौसला भी दिया है।

आज उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर कई ठोस कदम उठाए गए हैं। पुलिस प्रशासन से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग तक, हर स्तर पर महिलाओं के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाई जा रही हैं। महिला हेल्पलाइन, शक्ति सदन, Sakhi Niwas, पिंक बूथ, पिंक टॉयलेट जैसी सुविधाएं अब प्रदेश के हर कोने में उपलब्ध हैं।

इन प्रयासों की वजह से महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी आई है और दोषियों को तेजी से सजा भी मिल रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि उत्तर प्रदेश में वीमेन सेफ्टी के लिए ‘योगी प्लान’ क्या है, मिशन शक्ति के क्या-क्या पहलू हैं, और इसका महिलाओं की जिंदगी पर क्या असर पड़ा है।

CM Yogi On Women Safety In UP: उत्तर प्रदेश में वीमेन सेफ्टी का ‘योगी प्लान’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि Women Safety पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि महिला अपराधों पर तुरंत और सख्त कार्रवाई हो। ‘Mission Shakti’ के तहत प्रदेश में महिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। महिला हेल्पलाइन 1090, महिला पुलिस बीट ऑफिसर, पिंक बूथ, शक्ति सदन, Sakhi Niwas और तेज़ ट्रायल कोर्ट जैसी व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। इन सभी पहलों का मकसद महिलाओं को निडर और आत्मनिर्भर बनाना है।

योजना का ओवरव्यू (Overview Table)

योजना का नाममिशन शक्ति (Mission Shakti)
शुरूआत17 अक्टूबर 2020, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा
मुख्य उद्देश्यमहिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता
प्रमुख सुविधाएंहेल्पलाइन 1090, शक्ति सदन, Sakhi Niwas, पिंक बूथ
लाभार्थीयूपी की सभी महिलाएं और लड़कियां
फंडिंगकेंद्र व राज्य सरकार (60:40 अनुपात)
संचालित विभागमहिला कल्याण, गृह, शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस आदि
विशेष अभियानजनजागरूकता, कानूनी सहायता, कौशल विकास
उपलब्धि98%+ केस रेजोल्यूशन, 70%+ सजा दर
प्रमुख जिलेलखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा आदि

योगी प्लान की मुख्य बातें

  • महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
  • हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई
  • महिला पुलिस बीट और हेल्पलाइन सक्रिय
  • दोषियों को तेज़ और सख्त सजा
  • हर जिले में महिला सहायता केंद्र
  • स्कूल-कॉलेज में जागरूकता अभियान
  • महिला सशक्तिकरण के लिए आर्थिक मदद

मिशन शक्ति अभियान: महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता

‘Mission Shakti’ उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण योजना है। इसकी शुरुआत 17 अक्टूबर 2020 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। इस अभियान के तहत 28 विभाग मिलकर महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं। इसमें महिला हेल्पलाइन, शक्ति सदन, Sakhi Niwas, पिंक बूथ, पिंक टॉयलेट, वन स्टॉप सेंटर, महिला पुलिस बीट, कानूनी सहायता, कौशल विकास, आर्थिक मदद और जनजागरूकता जैसे कई कार्यक्रम शामिल हैं।

मिशन शक्ति के प्रमुख उद्देश्य

  • महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना
  • घरेलू हिंसा, छेड़छाड़, दहेज, एसिड अटैक, मानव तस्करी जैसे अपराधों की रोकथाम
  • महिलाओं को कानूनी, मानसिक और सामाजिक सहायता देना
  • शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना
  • महिला सशक्तिकरण के लिए स्व-सहायता समूह, उद्यमिता और कौशल विकास को बढ़ावा देना

महिला सुरक्षा के लिए उठाए गए प्रमुख कदम

1. महिला हेल्पलाइन 1090 और पावर लाइन

महिलाओं के लिए 24×7 हेल्पलाइन 1090 शुरू की गई है, जहां कोई भी महिला तुरंत मदद मांग सकती है। पिछले 19 महीनों में 6 लाख से ज्यादा शिकायतों का समाधान हुआ है। हेल्पलाइन पर आने वाली लगभग सभी शिकायतों का समाधान तय समय में किया गया है।

2. शक्ति सदन और Sakhi Niwas

महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास की सुविधा के लिए शक्ति सदन और Sakhi Niwas बनाए जा रहे हैं। संकटग्रस्त, घरेलू हिंसा, आपदा या अन्य कारणों से असहाय महिलाओं को यहां मुफ्त आवास, भोजन, कपड़े, मेडिकल केयर, काउंसलिंग, कानूनी सहायता और स्किल ट्रेनिंग दी जाती है। हर केंद्र में 50 महिलाओं के रहने की व्यवस्था है।

3. महिला पुलिस बीट और पिंक बूथ

हर जिले में महिला पुलिस बीट ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं। पिंक बूथ और पिंक टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए शुरू की गई हैं। स्कूल-कॉलेज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में महिला पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई है।

4. तेज़ ट्रायल और सख्त सजा

महिला अपराधों में सजा दर बढ़ाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए गए हैं। यूपी में महिला अपराधों में सजा दर 70% से ज्यादा है, जो राष्ट्रीय औसत से कई गुना अधिक है। POCSO मामलों में यूपी ने सबसे तेज़ ट्रायल और सबसे ज्यादा सजा दिलाने का रिकॉर्ड बनाया है।

5. महिला सशक्तिकरण और आर्थिक मदद

मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के लिए स्व-सहायता समूह, माइक्रोफाइनेंस, स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता की ट्रेनिंग दी जा रही है। एक करोड़ ग्रामीण महिलाएं 8 लाख से ज्यादा स्व-सहायता समूहों से जुड़ी हैं। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और वे आत्मनिर्भर बनी हैं।

मिशन शक्ति के तहत चल रही प्रमुख योजनाएं

  • 1090 Women Power Line: 24×7 हेल्पलाइन
  • One Stop Centre: संकट में महिलाओं के लिए एक ही जगह सभी सुविधाएं
  • Shakti Sadan: असहाय महिलाओं के लिए पुनर्वास केंद्र
  • Sakhi Niwas: कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास
  • Pink Booth & Pink Toilet: महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं
  • Nari Adalat: गांव स्तर पर महिला विवाद निपटान केंद्र
  • Skill Training & Entrepreneurship: महिलाओं के लिए कौशल विकास और उद्यमिता की ट्रेनिंग
  • Legal Aid & Counselling: कानूनी और मानसिक सहायता

मिशन शक्ति के असर और उपलब्धियां

  • 9 करोड़ से ज्यादा महिलाएं और बच्चियां अभियान से जुड़ीं
  • 98% से ज्यादा महिला अपराध मामलों का समाधान
  • 70% से ज्यादा सजा दर, जो राष्ट्रीय औसत से कई गुना अधिक
  • POCSO मामलों में सबसे तेज़ ट्रायल और सबसे ज्यादा सजा
  • स्कूल, कॉलेज, पंचायत, गांव-शहर हर जगह जागरूकता अभियान
  • महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार में भागीदारी बढ़ी

मिशन शक्ति के तहत शुरू किए गए नए Shelter Centre

हाल ही में 10 जिलों में शक्ति सदन और 9 जिलों में Sakhi Niwas शुरू किए जा रहे हैं। इनमें लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा, बरेली, मेरठ, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जैसे बड़े जिले शामिल हैं। इन केंद्रों में महिलाओं को न सिर्फ सुरक्षित आवास मिलेगा, बल्कि उन्हें कानूनी, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।

मिशन शक्ति के चौथे चरण की खास बातें

  • स्कूल-कॉलेज में Legal Awareness और Gender Equality पर सेमिनार
  • Higher Education में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए अभियान
  • ‘Chuppi Todo, Khulkar Bolo’ प्रोग्राम के तहत Mental Health Support
  • स्कूलों में Menstrual Hygiene Management पर जागरूकता
  • हर स्कूल में ‘Shakti Manch’ का गठन
  • इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी जा रही है

महिला सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

  • मोबाइल ऐप से शिकायत दर्ज करने की सुविधा
  • डिजिटल रजिस्ट्रेशन और शिकायत निवारण
  • CCTV कैमरों की संख्या में बढ़ोतरी
  • सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान

मिशन शक्ति के दो मुख्य भाग

भागउद्देश्यप्रमुख योजनाएं
Sambalमहिलाओं की सुरक्षा और सहायताOne Stop Centre, Women Helpline, Beti Bachao Beti Padhao, Nari Adalat
Samarthyaमहिलाओं का सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरताShakti Sadan, Sakhi Niwas, Skill Training, Financial Assistance

मिशन शक्ति: चुनौतियां और आगे की राह

हालांकि Mission Shakti ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण में कई उपलब्धियां हासिल की हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां अब भी बाकी हैं:

  • ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और पहुंच बढ़ाना जरूरी है
  • गहरे सामाजिक और लैंगिक भेदभाव को दूर करना अभी भी चुनौती है
  • फंडिंग और संसाधनों की कमी के कारण कुछ योजनाएं सीमित रह जाती हैं
  • समाज की मानसिकता में बदलाव के लिए लगातार प्रयास जरूरी हैं

यूपी में महिला अपराध और सजा दर: एक नजर में

वर्षअपराध दर (महिला)सजा दर (%)POCSO मामलों में ट्रायल (1 माह में)
201955.255.2
202061.061.0
202159.159.1
202270.870.8252
202371.0+71.0+

  • यूपी में महिला अपराधों की सजा दर राष्ट्रीय औसत (25.3%) से तीन गुना ज्यादा है।
  • POCSO मामलों में सबसे तेज़ ट्रायल और सबसे ज्यादा सजा यूपी में हुई है।
  • 2022 में यूपी में 65,743 महिला अपराध दर्ज हुए, लेकिन अपराध दर राष्ट्रीय औसत से कम रही।

मिशन शक्ति का समाज पर असर

  • महिलाओं में आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना बढ़ी
  • समाज में लैंगिक समानता की सोच मजबूत हुई
  • लड़कियों की शिक्षा और रोजगार में भागीदारी बढ़ी
  • घरेलू हिंसा, छेड़छाड़, दहेज, एसिड अटैक जैसे मामलों में कमी आई
  • महिलाओं के लिए कानूनी और मानसिक सहायता पहुंची

निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए जो कदम उठाए गए हैं, वे पूरे देश के लिए मिसाल हैं। ‘Mission Shakti’ और उससे जुड़ी योजनाओं ने महिलाओं को न सिर्फ सुरक्षा दी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त भी बनाया है। तेज़ कार्रवाई, सख्त सजा, जागरूकता अभियान, कानूनी सहायता, स्किल ट्रेनिंग और आर्थिक मदद जैसे प्रयासों ने यूपी की महिलाओं को नई पहचान दी है। हालांकि चुनौतियां अब भी बाकी हैं, लेकिन ‘योगी प्लान’ ने महिला सुरक्षा की दिशा में बड़ा बदलाव लाया है।

Disclaimer:

यह लेख उत्तर प्रदेश सरकार की ‘Mission Shakti’ और महिला सुरक्षा योजनाओं पर आधारित है। यह एक वास्तविक और सक्रिय योजना है, जिसका असर प्रदेश की करोड़ों महिलाओं पर पड़ा है। हालांकि, किसी भी सरकारी योजना की सफलता उसके सही क्रियान्वयन और लोगों की जागरूकता पर निर्भर करती है। अगर आप या आपके आसपास कोई महिला संकट में है, तो सरकारी हेल्पलाइन और सहायता केंद्रों का लाभ जरूर लें। योजना से जुड़े नियम, पात्रता और प्रक्रिया में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं, इसलिए आधिकारिक जानकारी समय-समय पर जांचते रहें।

Author

  • Kajal Kumari

    Kajal Kumari is an experienced writer with over 7 years of expertise in creating engaging and informative content. With a strong educational background in literature and communication.

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