बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में Election Commission of India (ECI) ने राज्य में Special Intensive Revision (SIR) यानी विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू किया है। इस अभियान का मकसद है कि हर योग्य नागरिक का नाम वोटर लिस्ट में हो, कोई फर्जी या मृत व्यक्ति सूची में न रहे और वोटर लिस्ट पूरी तरह से अपडेट और पारदर्शी रहे।
इस बार 22 साल बाद इतनी बड़ी प्रक्रिया हो रही है, जिसमें बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर हर वोटर का वेरिफिकेशन कर रहे हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि यह प्रक्रिया क्या है, इसमें क्या बदलाव हुए हैं, कौन-कौन से दस्तावेज़ लगेंगे, किन लोगों को क्या करना है, और किनका नाम लिस्ट से हट सकता है।
Bihar Voter List Special Intensive Revision 2025: Overview Table
बिंदु (Point) | जानकारी (Details) |
योजना का नाम (Scheme Name) | Bihar Voter List Special Intensive Revision 2025 |
उद्देश्य (Objective) | वोटर लिस्ट को अपडेट, फर्जी/मृत नाम हटाना, नए वोटर जोड़ना |
मुख्य बदलाव (Key Changes) | दस्तावेज़ सत्यापन, घर-घर BLO सर्वे, 2003 लिस्ट बेस |
लागू तिथि (Effective Date) | 25 जून 2025 से |
अंतिम तिथि (Last Date) | 25/26 जुलाई 2025 (जिले के अनुसार) |
कौन कर रहा है (Who is Conducting) | Election Commission of India, BLO, BLA, Volunteers |
कुल वोटर (Total Voters) | करीब 7.89 करोड़ |
दस्तावेज़ जरूरी (Documents Needed) | 2003 लिस्ट वालों को नहीं, बाकी को प्रमाण पत्र जरूरी |
किसे फॉर्म भरना है (Who Must Fill Form) | सभी वोटर, BLO घर-घर देंगे फॉर्म |
किसका नाम कट सकता है (Who May Be Removed) | दस्तावेज़ न देने वाले, मृत/शिफ्टेड/अपात्र व्यक्ति |
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन क्यों ज़रूरी है?
- बिहार में आखिरी बार 2003 में वोटर लिस्ट का गहन पुनरीक्षण हुआ था।
- 22 साल में जनसंख्या, माइग्रेशन, नए वोटर, और फर्जी नामों की समस्या बढ़ी है।
- चुनाव आयोग चाहता है कि कोई भी योग्य वोटर छूटे नहीं और कोई भी फर्जी नाम या मृत व्यक्ति लिस्ट में न रहे।
- इस बार चुनाव आयोग ने पूरी पारदर्शिता और सख्ती के साथ यह प्रक्रिया शुरू की है।
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन प्रक्रिया: कैसे हो रहा है सत्यापन?
- BLO (Booth Level Officer) हर घर जाकर वोटर से फॉर्म भरवा रहे हैं और दस्तावेज़ मांग रहे हैं।
- सभी वोटर को एक फॉर्म दिया जा रहा है, जिसे भरकर जरूरी दस्तावेज़ के साथ BLO को देना है।
- जिनका नाम 2003 की वोटर लिस्ट में था, उन्हें कोई नया दस्तावेज़ देने की जरूरत नहीं है।
- जिनका नाम 2004 के बाद जुड़ा या पहली बार वोटर बने हैं, उन्हें जन्म और स्थान का सरकारी प्रमाण देना होगा।
- BLO के साथ-साथ 1 लाख से ज्यादा वॉलंटियर्स, 77,895 BLO और 1,54,977 BLA (Booth Level Agents) इस प्रक्रिया में मदद कर रहे हैं।
दस्तावेज़ कौन-कौन से मान्य होंगे?
- 2003 की वोटर लिस्ट में नाम है: कोई नया दस्तावेज़ नहीं चाहिए, सिर्फ फॉर्म भरना है।
- 2004 के बाद नाम जुड़ने वाले या नए वोटर:
- जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
- माता-पिता का जन्म प्रमाण (Parents’ Birth Proof) – अगर खुद का नहीं है
- जगह का प्रमाण (Place of Birth Proof)
- ग्रामीण क्षेत्र में भूमि रिकॉर्ड, खतियान, परिवार का पेड़ (Family Tree Certificate) भी मान्य
- अन्य सरकारी प्रमाणपत्र (जैसे स्कूल सर्टिफिकेट, नगरपालिका/पंचायत प्रमाणपत्र)
- आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, मनरेगा कार्ड मान्य नहीं हैं।
किसे क्या करना है? (Who Needs to Do What?)
- 2003 लिस्ट में नाम वाले: सिर्फ फॉर्म भरें, कोई दस्तावेज़ नहीं।
- 2004 के बाद नाम जुड़े या नए वोटर: फॉर्म के साथ ऊपर बताए गए दस्तावेज़ दें।
- अगर माता-पिता का नाम 2003 लिस्ट में है, तो बच्चे को सिर्फ अपना ID और फॉर्म देना है, माता-पिता का प्रमाण नहीं।
- अगर दस्तावेज़ नहीं हैं, तो ग्रामीण इलाकों में जमीन के कागज़, खतियान या पंचायत प्रमाणपत्र मान्य हैं।
- जिनके पास कोई दस्तावेज़ नहीं, उन्हें BLO/वॉलंटियर्स की मदद से प्रमाण जुटाना होगा।
जरूरी तारीखें (Important Dates)
- 25 जून 2025: अभियान शुरू
- 25/26 जुलाई 2025: दस्तावेज़ और फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख (जिले के अनुसार)
- अभियान के बाद: जिनका वेरिफिकेशन नहीं होगा, उनका नाम लिस्ट से हट सकता है
अगर फॉर्म या दस्तावेज़ नहीं दिए तो क्या होगा?
- जिन मतदाताओं ने तय तारीख तक फॉर्म नहीं भरा या जरूरी दस्तावेज़ नहीं दिए, उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया जाएगा।
- अगर कोई व्यक्ति मृत है, दूसरे शहर में शिफ्ट हो गया है या अपात्र है, उनका नाम भी हटाया जाएगा।
- हर घर के सभी वोटरों का सत्यापन जरूरी है, एक भी छूट गया तो उसका नाम कट सकता है।
BLO और Volunteers की भूमिका
- BLO हर घर जाकर फॉर्म देंगे, दस्तावेज़ लेंगे और जानकारी जांचेंगे।
- Volunteers, Anganwadi workers, Vikas Mitra, Jeevika Didi, NCC, NSS, NYK के सदस्य भी मदद कर रहे हैं।
- BLA (Booth Level Agents) भी वोटरों को फॉर्म भरने और दस्तावेज़ जुटाने में मदद कर रहे हैं।
- Disabled, elderly, sick, और कमजोर वर्ग के वोटरों के लिए खास सहायता दी जा रही है।
वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने/सुधारने के लिए योग्यता
- 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई, 1 अक्टूबर 2025 तक 18 साल पूरे करने वाले युवा नाम जुड़वा सकते हैं।
- 2025 की वोटर लिस्ट में करीब 8 लाख नए युवा वोटर जुड़े हैं।
- नाम जोड़ने, हटाने या सुधारने का काम नामांकन प्रक्रिया तक जारी रहेगा।
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के नए बदलाव (Key Changes in 2025)
- पहली बार 2003 की वोटर लिस्ट को बेस बनाया गया है।
- करीब 60% वोटरों को कोई नया दस्तावेज़ नहीं देना है।
- फॉर्म में अगर सिर्फ बेसिक डिटेल्स और टिक मार्क है तो नाम प्रोविजनल तौर पर लिस्ट में रहेगा, बाद में दस्तावेज़ मांगे जा सकते हैं।
- 2003 लिस्ट का डिजिटल रिकॉर्ड BLO के पास उपलब्ध है।
- ग्रामीण इलाकों के लिए जमीन के कागज़, खतियान, परिवार वृक्ष प्रमाणपत्र मान्य किए गए हैं।
- किसी भी स्तर पर नाम हटाने से पहले पर्याप्त मौका मिलेगा।
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के फायदे
- वोटर लिस्ट में फर्जी, मृत, या अपात्र नाम हटेंगे।
- नए योग्य वोटर आसानी से जुड़ सकेंगे।
- चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ेगी।
- भविष्य में किसी भी विवाद या गड़बड़ी की संभावना कम होगी।
- सभी राजनीतिक पार्टियों की भागीदारी से प्रक्रिया निष्पक्ष रहेगी।
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के दौरान पूछे जाने वाले सामान्य सवाल (FAQ)
- क्या BLO घर-घर आएंगे?
हां, BLO हर घर जाकर फॉर्म देंगे और दस्तावेज़ लेंगे। - अगर दस्तावेज़ नहीं हैं तो?
पंचायत, नगरपालिका, स्कूल या अन्य सरकारी प्रमाणपत्र, जमीन के कागज़, खतियान, परिवार वृक्ष आदि मान्य हैं। - 2003 लिस्ट में नाम है तो कुछ देना पड़ेगा?
नहीं, सिर्फ फॉर्म भरना है। - अगर फॉर्म नहीं भरा तो?
नाम लिस्ट से हट सकता है। - BLO की मदद कैसे लें?
BLO, BLA, Volunteers से संपर्क करें, वे फॉर्म भरने और दस्तावेज़ जुटाने में मदद करेंगे। - नाम कैसे चेक करें?
BLO के पास 2003 लिस्ट और नई लिस्ट दोनों उपलब्ध हैं, उनसे चेक कर सकते हैं।
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन में किन्हें सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए?
- जिनका नाम 2004 के बाद जुड़ा है
- जो पहली बार वोटर बने हैं
- जिनके दस्तावेज़ अधूरे हैं
- जिनके परिवार में किसी की मृत्यु हो गई है या कोई शिफ्ट हो गया है
- ग्रामीण क्षेत्र के लोग, जिनके पास जन्म प्रमाणपत्र नहीं है
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन: प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए क्या किया गया?
- 160 मिलियन प्री-फिल्ड फॉर्म BLO के पास हैं, हर फॉर्म में QR कोड है जिससे गड़बड़ी कम होगी।
- ऑनलाइन भी फॉर्म जमा करने की सुविधा है।
- दस्तावेज़ न होने पर बाद में भी जमा करने का मौका मिलेगा।
- किसी भी वोटर का नाम तुरंत नहीं हटाया जाएगा, पहले नोटिस मिलेगा।
बिहार वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन 2025: निष्कर्ष
बिहार में इस बार वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया काफी सख्त और पारदर्शी है। Election Commission ने हर स्तर पर पूरी तैयारी की है ताकि कोई भी योग्य वोटर छूटे नहीं और कोई भी फर्जी नाम लिस्ट में न रहे। BLO, BLA, Volunteers की बड़ी टीम घर-घर जाकर वोटरों की मदद कर रही है। अगर आप बिहार के वोटर हैं तो तय तारीख तक फॉर्म और दस्तावेज़ जरूर जमा करें, नहीं तो आपका नाम लिस्ट से कट सकता है। यह प्रक्रिया राज्य में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए जरूरी है।
Disclaimer:
यह योजना और प्रक्रिया बिल्कुल वास्तविक है और Election Commission of India द्वारा लागू की गई है। इसका उद्देश्य वोटर लिस्ट को दुरुस्त, पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है। सभी वोटरों को सलाह है कि वे BLO से संपर्क करें, जरूरी फॉर्म और दस्तावेज़ समय पर जमा करें, ताकि उनका नाम वोटर लिस्ट में रहे और वे अपने मताधिकार का सही उपयोग कर सकें।