छात्रों के लिए दोहरी टेंशन, 4 साल का नया ITEP और बंद होंगे अकेले B.Ed कॉलेज – जानें NCTE की नई Guidelines

देशभर में शिक्षक बनने का सपना देखने वाले लाखों युवाओं के लिए बीएड (B.Ed) कोर्स हमेशा से पहली पसंद रहा है। लेकिन अब नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने बीएड कोर्स को लेकर कई बड़े बदलावों की घोषणा की है।

इन बदलावों के तहत बीएड कोर्स की संरचना, प्रवेश प्रक्रिया, कॉलेजों की मान्यता और सीटों की संख्या समेत कई नियमों में बदलाव किए गए हैं। इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप बनाना है।

NCTE की नई गाइडलाइन के अनुसार, अब बीएड कोर्स केवल मल्टीडिसिप्लिनरी (बहुविषयक) संस्थानों में ही संचालित होंगे। अकेले बीएड कॉलेजों को बंद करने या उन्हें पास के डिग्री कॉलेज में मर्ज करने का निर्देश दिया गया है।

साथ ही, बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए सीटों की संख्या सीमित कर दी गई है और कोर्स की अवधि व संरचना में भी बदलाव किए गए हैं। इन नियमों से देश के 15,000 से अधिक बीएड कॉलेज और लाखों विद्यार्थियों पर असर पड़ेगा।

इस लेख में हम आपको NCTE की ओर से जारी बीएड कोर्स की नई गाइडलाइन, नियमों में हुए बदलाव, प्रवेश प्रक्रिया, ITEP कोर्स, राज्यवार प्रभाव, और छात्रों के लिए जरूरी सुझाव आसान हिंदी में विस्तार से बताएंगे।

B.Ed Course Rule Change 2025

विशेषताविवरण
गाइडलाइन जारी करने वाली संस्थाNCTE (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन)
लागू सत्र2025-26
मुख्य बदलावकेवल मल्टीडिसिप्लिनरी कॉलेजों में बीएड कोर्स
अकेले बीएड कॉलेज3-10 किमी के भीतर डिग्री कॉलेज से मर्ज होंगे
सीटों की संख्या50 छात्र प्रति कोर्स
नया कोर्स4 साल का ITEP (इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम)
प्रवेश प्रक्रियाNCET (नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) के जरिए
एक वर्षीय बीएड2026-27 से 4 वर्षीय ग्रेजुएट्स के लिए
2 वर्षीय बीएड2025-26 तक 3 वर्षीय ग्रेजुएट्स के लिए जारी
उद्देश्यशिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना

बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव: अब केवल मल्टीडिसिप्लिनरी कॉलेजों में ही बीएड

नई गाइडलाइन के अनुसार, अब बीएड कोर्स केवल उन्हीं कॉलेजों में संचालित होंगे जो मल्टीडिसिप्लिनरी यानी बहुविषयक हैं—जैसे BA, BSc, BCom, B.Ed आदि एक ही परिसर में उपलब्ध हों। अकेले बीएड कॉलेजों को या तो बंद करना होगा या पास के डिग्री कॉलेज में मर्ज करना होगा।

  • सिंगल बीएड कॉलेज बंद होंगे: 3-10 किमी के दायरे में स्थित डिग्री कॉलेज के साथ मर्जिंग अनिवार्य।
  • भी कॉलेज 2030 तक मल्टीडिसिप्लिनरी बनेंगे: NCTE का लक्ष्य है कि 2030 तक सभी कॉलेज मल्टीडिसिप्लिनरी हों, जिससे छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल और विकल्प मिलें।

बीएड कोर्स की सीटें सीमित

शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अब हर बीएड कोर्स में अधिकतम 50 छात्रों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इससे स्टूडेंट-टीचर रेश्यो बेहतर होगा, फैकल्टी पर बोझ कम होगा और छात्रों को व्यक्तिगत मार्गदर्शन मिलेगा।

  • सीटों की संख्या: 50 प्रति कोर्स
  • लाभ: बेहतर शैक्षणिक माहौल, व्यक्तिगत ध्यान, गुणवत्ता में सुधार

छोटे कॉलेजों के लिए राहत: कोलैबोरेशन का विकल्प

जो बीएड कॉलेज संसाधनों की कमी या कम नामांकन के कारण बंद होने की कगार पर हैं, वे पास के मल्टीडिसिप्लिनरी कॉलेज के साथ समझौता कर सकते हैं। इससे दोनों कॉलेज साझा रूप से फैकल्टी, लाइब्रेरी, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि का उपयोग कर सकते हैं।

  • फायदा: छोटे कॉलेजों को बंद होने से राहत, संसाधनों का बेहतर उपयोग

बीएड कोर्स की संरचना में बदलाव

NCTE ने दो वर्षीय बीएड और पुराने चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स (BA-B.Ed, BSc-B.Ed) को बंद कर दिया है। अब चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) लागू किया गया है।

  • ITEP क्या है?
    • 4 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स (BA-B.Ed, BSc-B.Ed, BCom-B.Ed)
    • 12वीं के बाद सीधे प्रवेश (NCET के जरिए)
    • विषय ज्ञान, शिक्षाशास्त्र, रिसर्च, फील्ड वर्क, सामुदायिक सहभागिता का समावेश
  • ITEP के लाभ:
    • एक साल की बचत (पहले 3 साल डिग्री + 2 साल बीएड = 5 साल)
    • आधुनिक और व्यावहारिक शिक्षक प्रशिक्षण
    • NEP 2020 के अनुरूप

बीएड कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया

अब बीएड या ITEP में प्रवेश के लिए नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (NCET) अनिवार्य है। यह परीक्षा NTA द्वारा आयोजित की जाती है।

  • योग्यता: 12वीं पास (ITEP के लिए), ग्रेजुएट (बीएड के लिए)
  • NCET के जरिए प्रवेश: विषय आधारित और एप्टीट्यूड टेस्ट
  • सीटें: 2024 में 6,100 सीटें, भविष्य में बढ़ सकती हैं

एक वर्षीय बीएड की वापसी

NCTE ने घोषणा की है कि 2026-27 से चार वर्षीय ग्रेजुएट्स या पोस्टग्रेजुएट्स के लिए एक वर्षीय बीएड कोर्स फिर से शुरू किया जाएगा। जबकि 3 वर्षीय ग्रेजुएट्स के लिए दो वर्षीय बीएड 2025-26 तक जारी रहेगा।

  • 2026-27 से: एक वर्षीय बीएड (4 वर्षीय ग्रेजुएट्स/पोस्टग्रेजुएट्स के लिए)
  • 2025-26 तक: दो वर्षीय बीएड (3 वर्षीय ग्रेजुएट्स के लिए)

NCTE बीएड कोर्स नई गाइडलाइन का उद्देश्य

  • शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
  • छात्रों को व्यावहारिक, समग्र और आधुनिक प्रशिक्षण देना
  • कॉलेजों को वित्तीय और प्रशासनिक रूप से मजबूत बनाना
  • शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और मानकीकरण लाना

बीएड कोर्स नियम बदलाव 2025: छात्रों पर प्रभाव

  • नए छात्रों को अब ITEP या NCET के जरिए ही प्रवेश मिलेगा
  • पुराने दो वर्षीय बीएड और चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स बंद
  • वर्तमान में पढ़ रहे छात्रों की डिग्री मान्य रहेगी
  • बीएड कॉलेजों की संख्या घटेगी, लेकिन गुणवत्ता बढ़ेगी

राज्यवार प्रभाव

  • महाराष्ट्र: दो वर्षीय और पुराने चार वर्षीय बीएड कोर्स बंद, ITEP लागू
  • बिहार: अभी भी 2 वर्षीय बीएड जारी, लेकिन ITEP की ओर ट्रांजिशन
  • अन्य राज्य: सभी को NCTE के नए नियमों का पालन अनिवार्य

बीएड कोर्स नियम बदलाव 2025: छात्रों के लिए सुझाव

  • NCET की तैयारी समय से शुरू करें
  • NCTE और संबंधित विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपडेट चेक करते रहें
  • केवल मान्यता प्राप्त कॉलेज में ही दाखिला लें
  • ITEP कोर्स के बारे में पूरी जानकारी लें

निष्कर्ष

NCTE की तरफ से बीएड कोर्स के लिए जारी नई गाइडलाइन और नियम बदलाव शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम हैं। इससे न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि भविष्य के शिक्षकों को व्यावहारिक और समग्र प्रशिक्षण भी मिलेगा।

छात्रों को सलाह है कि वे नए नियमों के अनुसार ही अपनी योजना बनाएं और समय पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी करें।

Disclaimer: यह लेख NCTE द्वारा जारी नई बीएड गाइडलाइन, आधिकारिक नोटिफिकेशन, मीडिया रिपोर्ट्स और उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर तैयार किया गया है।

बीएड कोर्स नियम बदलाव 2025 पूरी तरह असली और लागू होने वाले हैं। कृपया अंतिम और सटीक जानकारी के लिए NCTE या संबंधित विश्वविद्यालय की आधिकारिक सूचना का ही पालन करें।

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