आजकल बैंकिंग सेक्टर में तेजी से बदलाव हो रहे हैं और Reserve Bank of India (RBI) ने 2025 में कई नए नियम लागू किए हैं, जो हर बैंक अकाउंट होल्डर के लिए जानना जरूरी है। इन नियमों का मकसद बैंकिंग को ज्यादा सुरक्षित, पारदर्शी और आसान बनाना है। अगर आपके पास किसी भी बैंक में सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट या कोई अन्य खाता है, तो ये जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। नए नियमों में KYC प्रक्रिया, इनएक्टिव अकाउंट्स, ATM ट्रांजेक्शन, नाबालिगों के खाते और अनक्लेम्ड डिपोजिट्स से जुड़े कई बदलाव किए गए हैं।
इन बदलावों का सीधा असर आपकी रोजमर्रा की बैंकिंग पर पड़ेगा। अगर आप समय पर KYC अपडेट नहीं करते, या आपका अकाउंट लंबे समय तक इनएक्टिव रहता है, तो आपके खाते पर असर पड़ सकता है। साथ ही, ATM से पैसे निकालने के नियम, अकाउंट क्लोजर और मिनर्स के खातों से जुड़ी नई गाइडलाइंस भी लागू की गई हैं। इस आर्टिकल में हम आपको RBI के नए नियमों की हर जरूरी जानकारी देंगे, ताकि आप बिना किसी परेशानी के अपने बैंकिंग काम कर सकें और किसी भी तरह की असुविधा से बच सकें।
RBI New Rules 2025: Overview Table
नियम/प्रावधान का नाम | मुख्य जानकारी |
KYC Update | Low-risk खाताधारकों को 30 जून 2026 तक KYC अपडेट करने की छूट |
इनएक्टिव अकाउंट नियम | 2 साल तक ट्रांजेक्शन न होने पर अकाउंट इनऑपरेटिव माना जाएगा |
अकाउंट क्लोजर | 3 साल से इनएक्टिव या जीरो बैलेंस अकाउंट बंद किए जा सकते हैं |
ATM Transaction Charges | फ्री लिमिट के बाद हर ट्रांजेक्शन पर ₹23-₹25 चार्ज |
Business Correspondent (BC) सुविधा | KYC अपडेट के लिए BC की मदद ली जा सकती है |
Video KYC | सभी ब्रांच पर वीडियो KYC से भी अकाउंट एक्टिवेट किया जा सकता है |
Minors Account Rules | 10 साल से ऊपर के बच्चे खुद अकाउंट ऑपरेट कर सकते हैं |
Unclaimed Deposits | 10 साल से ज्यादा इनएक्टिव पैसे DEA फंड में ट्रांसफर होंगे |
KYC Update के नए नियम
RBI ने 2025 में KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया को आसान और लचीला बनाया है। अब low-risk खाताधारकों को KYC अपडेट करने के लिए ज्यादा समय दिया गया है। अगर आपकी KYC पेंडिंग है, तो भी आप 30 जून 2026 या ड्यू डेट के एक साल बाद तक सभी बैंकिंग ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। बैंक आपको KYC अपडेट के लिए कम से कम तीन बार रिमाइंडर भेजेंगे – SMS, ईमेल या पोस्ट के जरिए। अगर आप फिर भी KYC अपडेट नहीं करते, तो बैंक आपके अकाउंट को ब्लॉक कर सकता है।
अब बैंक अपने Business Correspondents (BC) के जरिए भी KYC अपडेट कर सकते हैं, खासकर उन ग्राहकों के लिए जिनका एड्रेस बदला है या जिनकी डिटेल्स में बदलाव नहीं हुआ है। BC इलेक्ट्रॉनिक या फिजिकल फॉर्म में KYC डिटेल्स कलेक्ट कर सकते हैं। वीडियो KYC की सुविधा भी अब सभी ब्रांच में उपलब्ध है, जिससे आप घर बैठे भी KYC अपडेट कर सकते हैं।
इनएक्टिव और डॉर्मेंट अकाउंट्स के लिए नए नियम
अगर आपके खाते में दो साल तक कोई कस्टमर-इनिशिएटेड ट्रांजेक्शन (जैसे पैसे जमा करना, निकालना, KYC अपडेट, बैलेंस चेक, चेकबुक रिक्वेस्ट आदि) नहीं होता, तो बैंक उसे ‘इनऑपरेटिव’ या ‘डॉर्मेंट’ अकाउंट मान लेगा। बैंक हर साल ऐसे अकाउंट्स का रिव्यू करेगा और आपको लेटर, ईमेल या SMS के जरिए नोटिफाई करेगा। अगर आप समय रहते अकाउंट को एक्टिव नहीं करते, तो बैंक आपके अकाउंट को बंद भी कर सकता है।
अगर आपका अकाउंट 10 साल से ज्यादा इनएक्टिव है और आपने उसमें क्लेम नहीं किया, तो उसमें जमा पैसे RBI के Depositor Education and Awareness (DEA) फंड में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। लेकिन आप KYC अपडेट करके और जरूरी प्रक्रिया पूरी करके फिर से अपने पैसे क्लेम कर सकते हैं।
अकाउंट क्लोजर और जीरो बैलेंस अकाउंट्स
RBI ने साफ किया है कि 3 साल से इनएक्टिव या जीरो बैलेंस वाले अकाउंट्स को बैंक बंद कर सकते हैं। इससे बैंकिंग सिस्टम में फर्जीवाड़ा और मिसयूज कम होगा। अगर आपका अकाउंट इनएक्टिव है, तो उसे एक्टिवेट करने के लिए आपको बैंक ब्रांच जाकर या वीडियो KYC के जरिए ट्रांजेक्शन करना जरूरी है।
ATM Transaction के नए नियम
ATM से पैसे निकालने के नियमों में भी बदलाव हुआ है। अब मेट्रो सिटी में दूसरे बैंक के ATM से महीने में सिर्फ 3 फ्री ट्रांजेक्शन मिलेंगे (पहले 5 मिलते थे)। इसके बाद हर ट्रांजेक्शन पर ₹23 से ₹25 चार्ज लगेगा। अगर आप एक बार में ₹5,000 से ज्यादा निकालते हैं, तो OTP बेस्ड वेरिफिकेशन जरूरी होगा। इससे ATM फ्रॉड के मामले कम होंगे और आपकी सुरक्षा बढ़ेगी।
Business Correspondent (BC) और Video KYC
ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में बैंकिंग को आसान बनाने के लिए RBI ने BC यानी Business Correspondent के जरिए KYC अपडेट की सुविधा दी है। BC आपके घर आकर या गांव में ही KYC अपडेट कर सकता है। साथ ही, वीडियो KYC से आप मोबाइल या कंप्यूटर के जरिए भी अपनी पहचान वेरीफाई कर सकते हैं।
नाबालिगों (Minors) के खाते के नए नियम
अब 10 साल या उससे ज्यादा उम्र के बच्चे खुद अपना सेविंग्स या फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोल और ऑपरेट कर सकते हैं। हालांकि, बैंक अपनी पॉलिसी के हिसाब से लिमिट और शर्तें तय कर सकते हैं। जब बच्चा 18 साल का हो जाएगा, तो बैंक को नया सिग्नेचर और ऑपरेटिंग इंस्ट्रक्शन लेना जरूरी होगा। इससे बच्चों को फाइनेंशियल लिटरेसी मिलेगी और पैसों की जिम्मेदारी भी समझ आएगी।
अनक्लेम्ड डिपॉजिट्स और DEA फंड
अगर आपके खाते में 10 साल से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ और आपने पैसे क्लेम नहीं किए, तो बैंक उस रकम को RBI के DEA फंड में ट्रांसफर कर देगा। इससे पहले बैंक आपको नोटिफाई करेगा और KYC अपडेट के लिए मौका देगा। आप बाद में भी जरूरी प्रक्रिया पूरी करके अपने पैसे वापस पा सकते हैं।
अन्य जरूरी बदलाव और सुझाव
- सभी खाताधारकों को समय-समय पर अपना KYC अपडेट करते रहना चाहिए।
- अगर आपका अकाउंट इनएक्टिव हो गया है, तो जल्द से जल्द बैंक जाकर या वीडियो KYC के जरिए उसे एक्टिवेट करें।
- ATM ट्रांजेक्शन करते समय फ्री लिमिट का ध्यान रखें, ताकि आपको एक्स्ट्रा चार्ज न देना पड़े।
- बच्चों के खाते खोलते समय बैंक की पॉलिसी और लिमिट जरूर जान लें।
- अगर आपके पास कोई अनक्लेम्ड डिपॉजिट है, तो बैंक से संपर्क करें और KYC अपडेट करके पैसे क्लेम करें।
नए RBI नियमों के फायदे
- बैंकिंग सिस्टम में ज्यादा पारदर्शिता और सुरक्षा
- फ्रॉड और मिसयूज के मामलों में कमी
- ग्राहकों के लिए KYC प्रक्रिया आसान और लचीली
- ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाएं बेहतर
- बच्चों के लिए फाइनेंशियल लिटरेसी का मौका
संभावित समस्याएं और सावधानियां
- समय पर KYC अपडेट न करने पर अकाउंट ब्लॉक हो सकता है
- इनएक्टिव अकाउंट में पैसे फंस सकते हैं, अगर समय रहते क्लेम न किया जाए
- ATM ट्रांजेक्शन की लिमिट पार करने पर एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा
- बच्चों के खाते में लिमिट और शर्तों का पालन जरूरी
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: अगर मेरा अकाउंट इनएक्टिव हो गया है तो क्या करूं?
A: आप बैंक ब्रांच जाकर या वीडियो KYC के जरिए अपना अकाउंट एक्टिवेट कर सकते हैं। जरूरी डॉक्यूमेंट्स लेकर जाएं और बैंक की गाइडलाइंस फॉलो करें।
Q2: KYC अपडेट करने के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स चाहिए?
A: आमतौर पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, एड्रेस प्रूफ आदि डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होती है। बैंक की वेबसाइट या ब्रांच से पूरी लिस्ट ले सकते हैं।
Q3: अगर मैंने 10 साल तक पैसे क्लेम नहीं किए तो क्या होगा?
A: बैंक आपके पैसे RBI के DEA फंड में ट्रांसफर कर देगा। लेकिन आप बाद में भी जरूरी प्रक्रिया पूरी करके अपने पैसे वापस पा सकते हैं।
Q4: ATM से कितने फ्री ट्रांजेक्शन मिलेंगे?
A: मेट्रो सिटी में दूसरे बैंक के ATM से महीने में 3 फ्री ट्रांजेक्शन मिलेंगे। इसके बाद हर ट्रांजेक्शन पर ₹23-₹25 चार्ज लगेगा।
Q5: बच्चों के खाते के लिए क्या नियम हैं?
A: 10 साल से ऊपर के बच्चे खुद अकाउंट खोल और ऑपरेट कर सकते हैं, लेकिन बैंक अपनी पॉलिसी के हिसाब से लिमिट तय कर सकता है।
निष्कर्ष
RBI के नए नियम हर बैंक खाताधारक के लिए जरूरी हैं। इनसे बैंकिंग सिस्टम ज्यादा सुरक्षित, पारदर्शी और ग्राहक फ्रेंडली बनेगा। अगर आप समय-समय पर KYC अपडेट करते हैं, अपने अकाउंट को एक्टिव रखते हैं और ATM ट्रांजेक्शन की लिमिट का ध्यान रखते हैं, तो आपको किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। बच्चों के लिए भी बैंकिंग अब आसान और सुरक्षित हो गई है।
Disclaimer:
यह आर्टिकल RBI द्वारा 2025 में लागू किए गए नए बैंकिंग नियमों पर आधारित है। ये नियम पूरी तरह से असली और लागू हैं। इनका मकसद ग्राहक सुरक्षा, पारदर्शिता और बैंकिंग प्रक्रिया को आसान बनाना है। कृपया अपने बैंक से जुड़ी किसी भी जानकारी या अपडेट के लिए हमेशा अपनी बैंक ब्रांच या ऑफिशियल बैंकिंग चैनल से ही जानकारी लें। आर्टिकल में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है।