भारत में कई युवा पढ़ाई के बाद नौकरी की तलाश में रहते हैं लेकिन उन्हें वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नौकरी न होने के कारण कई बार घर चलाना भी मुश्किल हो जाता है।
इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता योजना शुरू की है, जिससे उन्हें हर महीने आर्थिक सहायता दी जाती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे युवाओं को सपोर्ट करना है, जो पढ़े-लिखे हैं लेकिन उन्हें अभी तक काम नहीं मिल पाया है। सरकार की इस वित्तीय मदद से युवा अपने जरूरी खर्च चला सकते हैं और नौकरी की तलाश में ढिलाई नहीं आती।
राजस्थान सहित कई राज्यों ने अपने यहां बेरोजगारों को भत्ता देने की प्रक्रिया शुरू की है, जिससे लाखों युवक-युवतियां लाभान्वित हो रहे हैं.
Berojgari Bhatta Yojana 2025
बेरोजगारी भत्ता योजना मुख्यत: राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है, जिसका नया नाम ‘मुख्यमंत्री युवा संबल योजना’ है। इसके तहत स्नातक या उससे ऊपर की पढ़ाई पूरी कर चुके, बेरोजगार युवक-युवतियों को हर महीने भत्ता मिलता है।
विशेष सुविधाओं के तहत महिला अभ्यर्थियों को ₹4500 और पुरुष उम्मीदवारों को ₹4000 महीना दिया जाता है। योजना को सीएम द्वारा साल 2022-23 के बजट में अपग्रेड कर ज्यादा युवाओं तक पहुंचाया गया.
यह योजना राजस्थान राज्य के युवाओं के लिए है, जो दो लाख से अधिक लाभार्थियों को कवर करती है. योजना का लाभ केवल उन्हीं युवाओं को मिलेगा जिनकी कोई नौकरी नहीं है और उनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2 लाख रुपये से कम है. पुरुषों व महिलाओं दोनों को अलग-अलग मानदंडों के अनुसार भत्ता मिलता है।
इसके अलावा बीएड, बीटेक, एमबीबीएस या नर्सिंग जैसी डिग्री प्राप्त किए आवेदकों को ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं रखी गई है, जबकि बाकी अभ्यर्थियों के लिए 3 माह की ट्रेनिंग और रोज 4 घंटे की इंटर्नशिप करना जरूरी है.
कई वायरल संदेशों में यह दावा किया जाता है कि भारत सरकार या ‘पीएम बेरोजगारी भत्ता योजना’ के तहत पूरे देश के युवाओं को ₹4500 प्रतिमाह मिलता है, लेकिन यह दावा सही नहीं है।
केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना (PM बेरोजगारी भत्ता योजना) नहीं चलाई जा रही. यह भत्ता केवल राजस्थान में राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है। अन्य राज्यों में योग्यता व लाभ राशि अलग-अलग हो सकती है, जैसे उत्तर प्रदेश में यह भत्ता ₹1000 से ₹1500 तक सीमित है और पात्रता के नियम भी थोड़े अलग हैं.
पात्रता
- अभ्यर्थी राजस्थान का स्थायी निवासी हो।
- स्नातक या इससे ऊपर की पढ़ाई पूरी हो।
- उम्र अधिकतम 30 वर्ष (एससी/एसटी को 5 साल की छूट)
- परिवार की कुल वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक न हो।
- एक परिवार से अधिकतम दो युवक-युवतियां ही योजना के पात्र होंगे।
- एसबीआई बैंक में खाता होना जरूरी है.
जरूरी दस्तावेज़
- निवासी प्रमाण पत्र (डोमिसाइल)
- आधार कार्ड
- परिवार की आय प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र या हाईस्कूल की मार्कशीट
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- बेरोजगारी और विद्या प्रमाण पत्र.
आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले राज्य सरकार के पोर्टल/योजना वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें।
- रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन करें और अपनी जानकारी तथा सभी जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन फॉर्म में मांगी गई सारी डिटेल भरने के बाद सबमिट करें।
- आवेदन जांच के बाद यदि आप पात्र पाए जाते हैं, तो भत्ता सीधे आपके बैंक खाते में आ जाएगा.
लाखों युवा इस योजना से फायदा ले रहे हैं, जिससे वे अपने खर्चों का कुछ हिस्सा आसानी से चला सकते हैं और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकते हैं.
निष्कर्ष
बेरोजगारी भत्ता योजना राजस्थान में पढ़े-लिखे, बेरोजगार युवाओं के लिए बहुत फायदेमंद योजना है। सरकार हर महीने आर्थिक मदद देती है, जिससे युवाओं को किसी तरह की वित्तीय परेशानी में जूझना न पड़े।
इसी तरह का भत्ता अन्य राज्यों में भी अलग-अलग राशि और नियमों के साथ दिया जाता है। अगर आप पात्र हैं तो जरूर आवेदन करें और इस योजना का लाभ उठाएं.