मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही लाड़ली बहना योजना ने एक बार फिर से लाखों महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी है।
जुलाई 2025 में इस योजना की 26वीं किस्त जारी की गई है, जिसमें पात्र महिलाओं के खाते में 1500 रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। यह राशि हर महीने मिलने वाली नियमित किस्त के साथ रक्षाबंधन के अवसर पर दिए गए शगुन के रूप में अतिरिक्त 250 रुपये भी शामिल हैं।
इस योजना के तहत हर महीने महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सकें। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और समाज में उनका सम्मान बढ़े।
इस बार की किस्त खास इसलिए भी रही क्योंकि रक्षाबंधन के त्योहार को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त राशि दी गई है, जिससे बहनों को खुशी और आर्थिक राहत दोनों मिल सके।
Ladli Behna Yojana 26th Installment
लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक प्रमुख महिला कल्याण योजना है, जिसकी शुरुआत 2023 में की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।
योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने सरकार द्वारा निश्चित राशि उनके बैंक खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाती है। शुरुआत में महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये मिलते थे, जिसे बाद में बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया।
अब सरकार ने घोषणा की है कि दीपावली के बाद यह राशि 1500 रुपये प्रतिमाह कर दी जाएगी। वहीं, रक्षाबंधन के मौके पर जुलाई 2025 की किस्त में 250 रुपये अतिरिक्त जोड़कर कुल 1500 रुपये दिए गए हैं।
योजना का उद्देश्य
लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इससे महिलाएं अपनी जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहतीं और अपने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण पर भी ध्यान दे सकती हैं। सरकार का मानना है कि जब महिलाएं सशक्त होंगी, तो पूरा परिवार और समाज मजबूत होगा।
इस योजना के माध्यम से महिलाओं को न केवल आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि वे स्वयं निर्णय लेने में भी सक्षम बनती हैं। साथ ही, यह योजना महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर को भी सुधारने में मदद करती है।
किसे मिलता है लाभ?
लाड़ली बहना योजना का लाभ मध्य प्रदेश की स्थायी निवासी विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता महिलाओं को मिलता है। महिला की उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए और परिवार में कोई भी सदस्य आयकर दाता या सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए। महिला का बैंक खाता आधार से लिंक होना जरूरी है, जिससे राशि सीधे खाते में ट्रांसफर की जा सके।
कैसे मिलता है पैसा?
सरकार हर महीने की 10 तारीख के आसपास पात्र महिलाओं के खाते में राशि ट्रांसफर करती है। जुलाई 2025 में 26वीं किस्त के रूप में 1.27 करोड़ महिलाओं के खाते में कुल 1500 रुपये भेजे गए हैं।
इसमें 1250 रुपये नियमित किस्त और 250 रुपये रक्षाबंधन शगुन के तौर पर शामिल हैं। यह पैसा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधा बैंक खाते में आता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
आवेदन की प्रक्रिया
अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं, तो आपको अपने ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय या संबंधित कैंप साइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भरना होता है।
आवेदन के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, समग्र आईडी, निवास प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज जरूरी हैं। आवेदन के बाद पात्रता की जांच होती है और नाम अंतिम सूची में आने के बाद ही राशि मिलती है।
योजना से मिलने वाले लाभ
लाड़ली बहना योजना के माध्यम से महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता मिलती है, जिससे वे अपने बच्चों की पढ़ाई, स्वास्थ्य, पोषण और अन्य आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं।
यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है और उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है। सरकार समय-समय पर राशि में बढ़ोतरी भी करती है, जिससे महिलाओं को और अधिक लाभ मिल सके।
निष्कर्ष
लाड़ली बहना योजना ने मध्य प्रदेश की लाखों महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है। 26वीं किस्त के रूप में 1500 रुपये मिलने से महिलाओं को त्योहार के समय अतिरिक्त खुशी और सहायता मिली है। यह योजना महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक बड़ा प्रयास है।
अगर आप भी पात्र हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं और अपने परिवार को सशक्त बनाएं।