घर खरीदना हर परिवार का सपना होता है, लेकिन बढ़ती महंगाई और ऊंची ब्याज दरों के कारण आम आदमी के लिए होम लोन लेना और उसकी EMI चुकाना काफी मुश्किल हो जाता है।
पिछले कुछ सालों में होम लोन की ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली, जिससे लाखों परिवारों का बजट बिगड़ गया। ऐसे में हर कोई इंतजार कर रहा था कि कब ब्याज दरें घटें और घर खरीदना दोबारा आसान हो।
2025 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम लोगों को बड़ी राहत दी है। RBI ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती की है, जिससे बैंकों के लिए फंड लेना सस्ता हो गया है। इस फैसले का सीधा असर होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरों पर पड़ा है।
अब बैंक भी अपने ग्राहकों को कम ब्याज दर पर लोन देने लगे हैं, जिससे EMI में अच्छी-खासी कमी आ सकती है।
अगर आप भी घर खरीदने की सोच रहे हैं या पहले से होम लोन ले चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत फायदेमंद है।
आगे इस लेख में जानिए RBI के नए फैसले का क्या असर पड़ेगा, किन बैंकों ने ब्याज दरें घटाई हैं, EMI में कितनी राहत मिलेगी और होम लोन सस्ता कराने के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
RBI Interest Rate Cut
जानकारी | विवरण |
ताजा रेपो रेट | 5.5% (जून 2025) |
कुल कटौती 2025 में | 1% (100 बेसिस पॉइंट) |
पिछला रेपो रेट | 6% |
कटौती की तारीख | 6 जून 2025 |
मुख्य कारण | महंगाई नियंत्रण में, आर्थिक सुधार |
होम लोन ब्याज दर (न्यूनतम) | 7.75% – 8% (अभी) |
किसको फायदा | नए और पुराने होम लोन धारकों को |
कौन-से लोन प्रभावित | फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन |
बैंक ब्याज दरें | SBI: 7.75%, PNB: 8.35%, Union Bank: 8.25% |
EMI में संभावित कमी | 500-1000 रुपये प्रति लाख (औसतन) |
RBI Home Loan Interest Rate Cut 2025: क्या है नया बदलाव?
रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब RBI रेपो रेट घटाता है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को सस्ते ब्याज पर लोन देने लगते हैं। इससे सबसे ज्यादा फायदा होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन लेने वालों को मिलता है।
रेपो रेट कटौती का होम लोन पर असर
- EMI में कमी: रेपो रेट घटने के बाद बैंक अपने Repo Linked Lending Rate (RLLR) या External Benchmark Lending Rate (EBLR) कम करते हैं। इससे आपकी EMI कम हो जाती है।
- नए लोन सस्ते: जो लोग नया होम लोन लेंगे, उन्हें कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा।
- पुराने लोन धारकों को फायदा: अगर आपका लोन फ्लोटिंग रेट पर है, तो आपकी EMI या लोन की अवधि कम हो सकती है।
- बैंक दरें घटा रहे: SBI, PNB, Union Bank, Bank of Baroda समेत कई बैंकों ने अपनी होम लोन दरें घटा दी हैं।
किसको मिलेगा सीधा फायदा?
- जिनका होम लोन फ्लोटिंग रेट (RLLR/EBLR) से जुड़ा है।
- नए होम लोन लेने वाले ग्राहक।
- जिनकी क्रेडिट स्कोर 750+ है, उन्हें सबसे कम ब्याज दर मिल सकती है।
- बैलेंस ट्रांसफर या रीफाइनेंस कराने वाले ग्राहक।
होम लोन सस्ता कैसे पाएं?
- अपने बैंक से EMI रीसेट या ब्याज दर में कटौती की जानकारी लें।
- अगर आपका लोन फिक्स्ड रेट पर है, तो फ्लोटिंग रेट में बदलवाएं।
- बेहतर ऑफर के लिए दूसरे बैंक में बैलेंस ट्रांसफर भी कर सकते हैं।
- EMI कम करने या लोन अवधि घटाने का विकल्प चुनें।
- क्रेडिट स्कोर सुधारें, ताकि कम ब्याज दर का लाभ मिले।
होम लोन ब्याज दरें 2025 (प्रमुख बैंक)
बैंक का नाम | नई ब्याज दर (%) | प्रभावी तिथि |
SBI | 7.75 + CRP | 15 जून 2025 से |
PNB | 8.35 | 9 जून 2025 से |
Union Bank | 8.25 | 12 जून 2025 से |
Bank of Baroda | 8.30 | 15 जून 2025 से |
Indian Overseas Bank | 8.35 | 12 जून 2025 से |
होम लोन सस्ता होने के फायदे
- कम EMI: हर लाख रुपये पर EMI में 500-1000 रुपये तक की कमी।
- घर खरीदना आसान: कम ब्याज दर से घर खरीदना सस्ता और सुलभ।
- लंबी अवधि में बचत: ब्याज में लाखों रुपये की बचत।
- नया लोन या बैलेंस ट्रांसफर: बेहतर दर पर लोन ट्रांसफर या रीफाइनेंस कर सकते हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
- ब्याज दर में कटौती का फायदा फ्लोटिंग रेट लोन पर ही मिलता है।
- EMI में बदलाव आमतौर पर अगली रीसेट डेट पर लागू होता है (हर 3 या 6 महीने में)।
- फिक्स्ड रेट लोन पर तुरंत असर नहीं होता।
- बैंक अपने मार्जिन (स्प्रेड) के अनुसार दरें तय करते हैं।
- क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो कम ब्याज दर मिलेगी।
- EMI कम करने या अवधि घटाने का विकल्प चुन सकते हैं।
- ब्याज दरें समय-समय पर बदलती रहती हैं, अपडेट रखें।
निष्कर्ष
2025 में RBI द्वारा रेपो रेट में 1% की कटौती के बाद होम लोन लेना पहले से कहीं ज्यादा सस्ता हो गया है। बैंक लगातार ब्याज दरें घटा रहे हैं, जिससे EMI कम होगी और घर खरीदना आसान होगा।
अगर आप नया घर खरीदने या लोन ट्रांसफर की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए सबसे अच्छा हो सकता है। ब्याज दर, EMI और बैंक की शर्तें जरूर जांच लें।
Disclaimer: यह जानकारी 2025 के RBI के ताजा रेपो रेट कटौती और प्रमुख बैंकों की ब्याज दरों पर आधारित है।
ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं, इसलिए लोन लेने से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से ताजा जानकारी जरूर लें। RBI की नीति असली है और इसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिलेगा।