हर बुजुर्ग को पता होने चाहिए ये 5 अधिकार – नहीं तो होगा पछतावा! Senior Citizen Benefits 2025

भारत में बुजुर्गों की संख्या हर साल तेजी से बढ़ रही है। आज के समय में, जब परिवार छोटे होते जा रहे हैं और सामाजिक बदलाव हो रहे हैं, बुजुर्गों को कई बार अकेलापन, उपेक्षा और असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सरकार और कानून ने बुजुर्गों के लिए कई जरूरी अधिकार और योजनाएं बनाई हैं, जिनके बारे में हर सीनियर सिटीजन और उनके परिवार को पता होना चाहिए। ये अधिकार न सिर्फ बुजुर्गों को सम्मान और सुरक्षा देते हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सुरक्षित जीवन जीने में भी मदद करते हैं।

अक्सर देखा गया है कि जानकारी के अभाव में बुजुर्ग अपने हक के लिए आवाज नहीं उठा पाते। कई बार बच्चे या रिश्तेदार भी इन अधिकारों से अनजान होते हैं, जिससे बुजुर्गों को मानसिक, शारीरिक या आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर आप या आपके परिवार में कोई सीनियर सिटीजन हैं, तो इन 5 अहम अधिकारों के बारे में जानना बहुत जरूरी है। आइये, जानते हैं कौन से हैं वो 5 अधिकार जो हर बुजुर्ग को पता होने चाहिए, ताकि जीवन के इस पड़ाव में कोई पछतावा न रहे।

Senior Citizens Rights in India – Overview Table

अधिकार/योजना का नाममुख्य जानकारी
Maintenance and Welfare Act, 2007बच्चों/वारिसों से भरण-पोषण पाने का कानूनी अधिकार
Old Age Pension Schemesआर्थिक सहायता, मासिक पेंशन (IGNOAPS आदि)
Health Benefits & Ayushman Bharatमुफ्त या रियायती इलाज, हेल्थ इंश्योरेंस, गोल्डन कार्ड
Protection from Abuse & Neglectशारीरिक, मानसिक, आर्थिक शोषण से सुरक्षा, शिकायत के लिए ट्रिब्यूनल
Travel & Banking Concessionsरेलवे, एयरलाइंस में छूट, बैंकिंग में ज्यादा ब्याज दर, अलग काउंटर की सुविधा
Old Age Homes & Welfare Schemesसरकारी वृद्धाश्रम, सहायता उपकरण, मनोरंजन केंद्र, कानूनी सहायता
Legal Helpline & Supportनेशनल हेल्पलाइन (14567), फ्री लीगल सर्विस, त्वरित न्याय
Income Tax Benefitsइनकम टैक्स में छूट, फाइलिंग में प्राथमिकता

Maintenance and Welfare of Parents and Senior Citizens Act, 2007 – भरण-पोषण का अधिकार

भारत सरकार ने 2007 में एक बहुत अहम कानून बनाया – Maintenance and Welfare of Parents and Senior Citizens Act, 2007। इस कानून के तहत, हर बच्चे या वारिस की यह कानूनी जिम्मेदारी है कि वे अपने माता-पिता या 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग रिश्तेदार का भरण-पोषण करें। अगर कोई बच्चा या वारिस अपने बुजुर्ग माता-पिता या रिश्तेदार की देखभाल नहीं करता, तो बुजुर्ग ट्रिब्यूनल में शिकायत कर सकते हैं और मासिक भरण-पोषण भत्ता (maintenance allowance) मांग सकते हैं।

  • ट्रिब्यूनल 90 दिनों के भीतर फैसला सुनाता है।
  • अगर बच्चे/वारिस भरण-पोषण नहीं देते, तो उनके खिलाफ वारंट, जुर्माना या जेल तक हो सकती है।
  • विदेश में रहने वाले बच्चों पर भी यह कानून लागू होता है।
  • बुजुर्गों को केस के लिए कोई फीस नहीं देनी पड़ती और केस प्राथमिकता से सुना जाता है।

यह कानून बुजुर्गों को आत्मसम्मान और सुरक्षा देता है, ताकि वे अपने बच्चों पर निर्भर होकर भी सम्मान से जी सकें।

वृद्धावस्था पेंशन योजनाएं – आर्थिक सहायता का अधिकार

भारत सरकार और राज्य सरकारें बुजुर्गों के लिए कई पेंशन योजनाएं चलाती हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है Indira Gandhi National Old Age Pension Scheme (IGNOAPS)। इस योजना के तहत BPL (Below Poverty Line) परिवारों के 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को ₹200 से ₹500 तक मासिक पेंशन दी जाती है। कई राज्य इसमें अपनी तरफ से भी कुछ अतिरिक्त राशि जोड़ते हैं।

  • पेंशन सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होती है।
  • आवेदन के लिए उम्र और BPL प्रमाण पत्र जरूरी है।
  • पेंशन का लाभ लेने के लिए पंचायत या नगर निगम में आवेदन किया जा सकता है।

इसके अलावा कई निजी और सरकारी पेंशन योजनाएं भी हैं, जैसे Senior Citizens Savings Scheme (SCSS), Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana (PMVVY) आदि, जिनमें सीनियर सिटीजन को ज्यादा ब्याज दर और सुरक्षित निवेश का विकल्प मिलता है।

Health Benefits & Ayushman Bharat – स्वास्थ्य और इलाज का अधिकार

बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सबसे बड़ी चिंता होती है। सरकार ने Ayushman Bharat योजना (Golden Card) के तहत 70 साल या उससे ऊपर के नागरिकों को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज देने का प्रावधान किया है। इसके अलावा:

  • सरकारी और कई प्राइवेट अस्पतालों में बुजुर्गों को इलाज में छूट मिलती है।
  • अलग लाइन, प्राथमिकता से इलाज, अस्पताल में बेड रिजर्वेशन जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
  • Pradhan Mantri Vayoshree Yojana के तहत BPL बुजुर्गों को मुफ्त वॉकर, व्हीलचेयर, चश्मा, हियरिंग एड आदि दिए जाते हैं।
  • कई हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां सीनियर सिटीजन के लिए खास पॉलिसी देती हैं।

इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए जरूरी दस्तावेज, जैसे आयु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड आदि साथ रखें।

शोषण और उपेक्षा से सुरक्षा – Abuse Protection Rights

बुजुर्गों के साथ शारीरिक, मानसिक या आर्थिक शोषण की घटनाएं बढ़ रही हैं। Maintenance and Welfare of Parents and Senior Citizens Act, 2007 के तहत:

  • अगर कोई बच्चा, रिश्तेदार या कोई और बुजुर्ग का शोषण करता है या उनकी संपत्ति हड़पता है, तो बुजुर्ग ट्रिब्यूनल या पुलिस में शिकायत कर सकते हैं।
  • दोषी को 3 महीने से 6 महीने तक की जेल या ₹5000 तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
  • बुजुर्गों को संपत्ति से जबरन बेदखल नहीं किया जा सकता।
  • राज्य सरकारें हर जिले में वृद्धाश्रम और हेल्पलाइन चलाती हैं, जहां बुजुर्गों को कानूनी और मानसिक सहायता मिलती है।

यात्रा और बैंकिंग में छूट – Travel & Banking Concessions

सरकार ने बुजुर्गों के लिए यात्रा और बैंकिंग में कई छूट दी हैं:

  • Indian Railways में 60+ पुरुषों को 30% और 58+ महिलाओं को 50% तक किराए में छूट (हालांकि कोविड के बाद कुछ समय के लिए यह सुविधा बंद रही थी, लेकिन कई राज्यों में फिर से शुरू हो रही है)
  • Airlines में भी सीनियर सिटीजन को 45% तक छूट मिलती है।
  • बैंकों में Senior Citizens Savings Scheme में ज्यादा ब्याज दर मिलती है।
  • बैंकिंग में अलग काउंटर, प्राथमिकता से सेवा, फास्ट ट्रैक सुविधा मिलती है।

इन सुविधाओं का लाभ लेने के लिए उम्र का प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी है।

वृद्धाश्रम और कल्याण योजनाएं – Old Age Homes & Welfare Schemes

हर जिले में सरकार वृद्धाश्रम (Old Age Homes) बनाती है, जहां बेसहारा या उपेक्षित बुजुर्गों को मुफ्त रहना, खाना, इलाज और मनोरंजन की सुविधा मिलती है। Pradhan Mantri Vayoshree Yojana के तहत मुफ्त सहायक उपकरण दिए जाते हैं। कई राज्य सरकारें बुजुर्गों के लिए मनोरंजन केंद्र, लाइब्रेरी, योगा क्लास, हेल्थ चेकअप कैंप आदि भी चलाती हैं।

कानूनी सहायता और हेल्पलाइन – Legal Helpline & Support

सरकार ने बुजुर्गों के लिए नेशनल हेल्पलाइन (14567) शुरू की है, जहां वे अपनी समस्या, शोषण, पेंशन, इलाज या किसी भी योजना से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा:

  • फ्री लीगल सर्विस अथॉरिटी के तहत बुजुर्गों को मुफ्त कानूनी सलाह और सहायता मिलती है।
  • ट्रिब्यूनल में केस फाइल करने के लिए कोई फीस नहीं लगती।
  • केस को प्राथमिकता से और सीमित समय में निपटाने का प्रावधान है।

इनकम टैक्स और रिटायरमेंट बेनिफिट्स – Income Tax & Retirement Benefits

सरकार ने सीनियर सिटीजन के लिए इनकम टैक्स में भी कई छूट दी हैं:

  • 60 से 80 साल के बुजुर्गों के लिए इनकम टैक्स छूट सीमा ज्यादा है।
  • 80 साल से ऊपर के लिए छूट सीमा और ज्यादा है।
  • टैक्स फाइलिंग में प्राथमिकता, कम डॉक्यूमेंटेशन, और रिटायरमेंट फंड पर टैक्स छूट मिलती है।

अन्य जरूरी अधिकार जो आपको पता होने चाहिए

  • बुजुर्गों को संपत्ति में हिस्सा लेने का अधिकार है।
  • Section 125 CrPC के तहत भी माता-पिता बच्चों से भरण-पोषण मांग सकते हैं।
  • बुजुर्गों को सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, राशन कार्ड, मुफ्त दवाइयां आदि में प्राथमिकता मिलती है।
  • कई राज्यों में बुजुर्गों के लिए अलग से हेल्थ चेकअप कैंप, टीकाकरण, और मनोरंजन की सुविधा है।

बुजुर्गों के अधिकारों की रक्षा कैसे करें?

  • अपने अधिकारों के बारे में जानकारी रखें और परिवार को भी बताएं।
  • जरूरी दस्तावेज जैसे आधार, पेंशन कार्ड, हेल्थ कार्ड, बैंक डिटेल्स संभालकर रखें।
  • किसी भी शोषण, उपेक्षा या धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन या पुलिस से संपर्क करें।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन करें।
  • अपने बच्चों और परिवार से संवाद बनाए रखें और जरूरत पड़ने पर कानूनी सलाह लें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. क्या सभी बुजुर्गों को Maintenance Act का लाभ मिलता है?
हाँ, 60 साल या उससे ऊपर के सभी बुजुर्ग, चाहे वे माता-पिता हों या नहीं, इस कानून का लाभ ले सकते हैं।

Q2. अगर बच्चे विदेश में हैं तो भी भरण-पोषण मांग सकते हैं?
जी हाँ, कानून NRI बच्चों पर भी लागू होता है। ट्रिब्यूनल में शिकायत की जा सकती है।

Q3. Old Age Pension के लिए कौन अप्लाई कर सकता है?
60 साल या उससे ऊपर के बुजुर्ग, जो BPL परिवार से हैं, वे आवेदन कर सकते हैं।

Q4. हेल्पलाइन नंबर क्या है?
नेशनल हेल्पलाइन नंबर 14567 है, जहां किसी भी समस्या के लिए कॉल किया जा सकता है।

निष्कर्ष

भारत में बुजुर्गों के लिए कई कानूनी अधिकार और सरकारी योजनाएं हैं, जिनका मकसद उन्हें सम्मान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता देना है। लेकिन इन अधिकारों की असली ताकत तभी है जब हर बुजुर्ग और उनका परिवार इनके बारे में जागरूक हो और जरूरत पड़ने पर उनका सही इस्तेमाल करे। अगर आप या आपके परिवार में कोई सीनियर सिटीजन हैं, तो इन 5 अधिकारों को जरूर जानें और दूसरों को भी बताएं – नहीं तो बाद में पछतावा हो सकता है।

Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। यहां दी गई योजनाएं और अधिकार भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर लागू की जाती हैं। इनका लाभ लेने के लिए नियम और शर्तें बदल सकती हैं। किसी भी योजना या कानूनी अधिकार का लाभ लेने से पहले संबंधित विभाग या अधिकृत स्रोत से ताजा जानकारी जरूर लें। यह लेख किसी भी सरकारी योजना या अधिकार का दावा नहीं करता, बल्कि आपकी जानकारी के लिए है। योजनाओं की असली स्थिति, पात्रता और लाभ के लिए आधिकारिक पोर्टल या हेल्पलाइन पर संपर्क करें।

Author

  • Kajal Kumari

    Kajal Kumari is an experienced writer with over 7 years of expertise in creating engaging and informative content. With a strong educational background in literature and communication.

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