सोना भारतीय संस्कृति, परंपरा और निवेश का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। भारत में शादी-ब्याह, त्योहार या किसी भी शुभ मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। यही वजह है कि देश में सोने की मांग हमेशा बनी रहती है, चाहे उसकी कीमतें कितनी भी ऊपर-नीचे क्यों न हों।
2025 में सोने के दामों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है, जिससे निवेशकों और आम लोगों की दिलचस्पी और बढ़ गई है। हर कोई जानना चाहता है कि आने वाले महीनों में सोने की कीमतें किस दिशा में जाएंगी और क्या यह निवेश के लिए सही समय है या नहीं।
इसी को ध्यान में रखते हुए, आज हम बात करेंगे कि अगले 90 दिनों में 10 ग्राम सोना कितना महंगा हो सकता है। क्या सोने की कीमतें 1 लाख रुपये के पार जाएंगी या बाजार में गिरावट देखने को मिलेगी?
विशेषज्ञों के ताजा अनुमान, बाजार की चाल, वैश्विक आर्थिक हालात, डॉलर की स्थिति, मांग-आपूर्ति और निवेशकों की रणनीति—इन सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
यह लेख हर उस व्यक्ति के लिए उपयोगी है, जो सोने में निवेश करना चाहता है या आने वाले महीनों में गहनों की खरीदारी की योजना बना रहा है।
Gold Price Forecast 2025
बिंदु | विवरण |
आज का भाव (24 कैरेट, 10g) | ₹94,760 |
आज का भाव (22 कैरेट, 10g) | ₹90,250 |
1 जून 2025 का भाव | ₹94,500 (24K), ₹90,000 (22K) |
1 माह पहले | ₹87,243 (24K, 11 फरवरी 2025) |
2025 अनुमान (90 दिन बाद) | ₹1,00,000 – ₹1,03,000 (24K, 10g) |
साल के अंत तक अनुमान | ₹1,10,000 (24K, 10g) |
गिरावट की संभावना | कुछ विश्लेषकों के अनुसार 40% तक गिरावट संभव |
रुझान | फिलहाल तेजी, लेकिन उतार-चढ़ाव संभव |
मुख्य कारण | डॉलर, ग्लोबल अनिश्चितता, निवेश मांग |
सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले मुख्य कारण
- वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव: अमेरिका, चीन, यूरोप में आर्थिक या राजनीतिक संकट का सीधा असर।
- डॉलर की मजबूती या कमजोरी: डॉलर महंगा होगा तो सोना महंगा, डॉलर कमजोर तो सोना सस्ता।
- मांग-आपूर्ति: भारत में त्योहार, शादी सीजन में मांग बढ़ने से दाम बढ़ते हैं।
- मुद्रास्फीति: महंगाई बढ़े तो निवेशक सोने की ओर भागते हैं।
- ब्याज दर: बैंक FD या अन्य साधनों पर ब्याज कम हो तो लोग सोने में निवेश बढ़ाते हैं।
- आयात शुल्क और टैक्स: सरकार के टैक्स या इंपोर्ट ड्यूटी में बदलाव का सीधा असर।
- भू-राजनीतिक तनाव: युद्ध, ट्रेड वॉर, वैश्विक अनिश्चितता से सोने की डिमांड बढ़ती है।
पिछले 10 दिनों के सोने के भाव (24 कैरेट, 10 ग्राम)
तारीख | 24 कैरेट (₹) |
10 जून 2025 | 94,760 |
09 जून 2025 | 94,870 |
08 जून 2025 | 95,130 |
07 जून 2025 | 95,130 |
06 जून 2025 | 96,710 |
05 जून 2025 | 96,710 |
04 जून 2025 | 96,290 |
03 जून 2025 | 96,180 |
02 जून 2025 | 94,820 |
01 जून 2025 | 94,500 |
विशेषज्ञों की राय: सोना कितना महंगा होगा?
तेजी का अनुमान:
- अगले 90 दिनों में ₹1 लाख पार: कई विशेषज्ञों का मानना है कि सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में 1,03,000 रुपये तक का अनुमान है।
- साल के अंत तक ₹1,10,000: कुछ फाइनेंशियल फर्म्स और ब्रोकरेज हाउसेज का अनुमान है कि साल के अंत तक सोना 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
- निवेशकों की रुचि: शेयर बाजार में अस्थिरता और महंगाई के डर से निवेशक सोने को ही सेफ हेवन मान रहे हैं।
गिरावट की संभावना:
- 40% तक गिरावट का अनुमान: कुछ विश्लेषकों का मानना है कि अगर वैश्विक स्तर पर सप्लाई बढ़ी, डिमांड घटी या डॉलर मजबूत हुआ तो सोने में 40% तक गिरावट भी संभव है।
- ₹56,000 तक गिर सकता है: कुछ यूट्यूब चैनलों और विश्लेषकों का दावा है कि अगर सप्लाई बहुत ज्यादा बढ़ी और डिमांड घटी तो सोना 56,000 रुपये तक भी आ सकता है4।
बाजार की चाल:
- फिलहाल तेजी: ज्यादातर रिपोर्ट्स और बाजार की चाल को देखें तो फिलहाल तेजी का रुख है।
- लेकिन उतार-चढ़ाव संभव: वैश्विक घटनाओं, डॉलर और ब्याज दरों में बदलाव से उतार-चढ़ाव भी आ सकता है।
2025 में सोने में निवेश: क्या करें निवेशक?
- लंबी अवधि के लिए खरीदारी: विशेषज्ञों का सुझाव है कि जो निवेशक लंबी अवधि के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, वे 85,000-90,000 के स्तर पर खरीदारी कर सकते हैं।
- SIP और गोल्ड बॉन्ड: छोटे निवेशक गोल्ड ETF, गोल्ड फंड या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में SIP के जरिए निवेश कर सकते हैं9।
- शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग से बचें: बाजार में अस्थिरता के चलते शॉर्ट टर्म में तेजी-गिरावट दोनों संभव है।
- फिजिकल गोल्ड vs डिजिटल गोल्ड: फिजिकल गोल्ड (ज्वेलरी) पर मेकिंग चार्ज, टैक्स ज्यादा है, डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ETF में लिक्विडिटी और सुरक्षा ज्यादा है।
Gold Price Forecast: अगले 90 दिनों का अनुमानित ट्रेंड
अवधि | अनुमानित कीमत (24K, 10g) | ट्रेंड/संभावना |
10 जून 2025 | ₹94,760 | वर्तमान भाव |
30 जून 2025 | ₹97,000 – ₹98,000 | हल्की तेजी |
31 जुलाई 2025 | ₹99,000 – ₹1,01,000 | तेजी |
31 अगस्त 2025 | ₹1,00,000 – ₹1,03,000 | उच्चतम स्तर (संभावित) |
30 सितम्बर 2025 | ₹98,000 – ₹1,05,000 | उतार-चढ़ाव संभव |
Gold Price Forecast: प्रमुख कारण
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी: ब्याज दरों में बदलाव से सोने की कीमत प्रभावित होगी।
- डॉलर का रुख: डॉलर कमजोर हुआ तो सोना महंगा, मजबूत हुआ तो सस्ता।
- मांग-आपूर्ति: भारत, चीन, अमेरिका में डिमांड बढ़ी तो तेजी।
- मौसमी मांग: शादी-ब्याह, त्योहारों का सीजन।
- भू-राजनीतिक तनाव: युद्ध, ट्रेड वॉर, वैश्विक संकट।
- मुद्रास्फीति: महंगाई बढ़ने पर सोना निवेश का सबसे सुरक्षित साधन।
2025 में सोने की खरीदारी: कब और कैसे?
- कीमत गिरने का इंतजार: अगर 90,000 के नीचे भाव आता है तो खरीदारी का अच्छा मौका।
- EMI/SIP में निवेश: छोटे-छोटे निवेश से औसत लागत कम कर सकते हैं9।
- त्योहारों या शादी के लिए: अगर खरीदना ही है तो अभी की कीमत पर भी खरीद सकते हैं, क्योंकि आगे और तेजी संभव है।
- गोल्ड लोन: जरूरत पर गोल्ड लोन भी एक विकल्प है, ब्याज दरें 8-12% के बीच हैं।
सोने की कीमतों पर असर डालने वाले ताजा फैक्टर्स
- अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर
- मिडिल ईस्ट में तनाव
- डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव
- भारत में मानसून और कृषि उत्पादन
- सरकार की इंपोर्ट ड्यूटी पॉलिसी
- रुपया-डॉलर एक्सचेंज रेट
निष्कर्ष
सोने की कीमतें 2025 में लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं। अगले 90 दिनों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹1 लाख से ₹1.03 लाख तक पहुंच सकता है, हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव भी संभव है।
निवेशकों के लिए सलाह है कि वे लंबी अवधि के लिए SIP या गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्प चुनें और बाजार के उतार-चढ़ाव को समझकर ही खरीदारी करें। सोने में निवेश हमेशा सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कीमतें कई फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं, इसलिए सोच-समझकर कदम उठाएं।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न वित्तीय पोर्टल्स, बाजार रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। Gold Price Forecast केवल अनुमान हैं और वास्तविक कीमतें बाजार की परिस्थितियों, वैश्विक घटनाओं और आर्थिक नीतियों के अनुसार बदल सकती हैं।
निवेश से पहले ताजा भाव, जोखिम और अपनी वित्तीय स्थिति जरूर जांचें। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।