देश में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लाखों श्रमिकों की आर्थिक स्थिति अक्सर असुरक्षित रहती है। इनके पास न तो कोई स्थायी रोजगार होता है और न ही सामाजिक सुरक्षा का कोई मजबूत साधन। ऐसे में छोटी सी बीमारी, दुर्घटना या मृत्यु होने पर पूरा परिवार आर्थिक संकट में आ जाता है।
इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) योजना शुरू की है, जिसे आमतौर पर संबल योजना कहा जाता है।
इस योजना का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और उनके परिवारों को जीवनभर की आर्थिक सुरक्षा देना है। योजना के तहत पंजीकृत श्रमिकों को सामान्य मृत्यु, दुर्घटना, दिव्यांगता, प्रसूति, अंतिम संस्कार आदि की स्थिति में आर्थिक सहायता दी जाती है।
साथ ही, बिजली बिल में छूट, बच्चों की शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति और अन्य कई लाभ भी मिलते हैं। आइए, जानते हैं संबल योजना के सभी पहलुओं के बारे में विस्तार से।
Sambal Yojana 2025
विषय | जानकारी |
योजना का नाम | मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) योजना |
शुरू होने की तिथि | 1 अप्रैल 2018 |
संचालन विभाग | श्रम विभाग, मध्य प्रदेश सरकार |
पात्रता | असंगठित क्षेत्र के श्रमिक, 1 हेक्टेयर से कम भूमि, गैर-सरकारी |
मुख्य लाभ | मृत्यु, दुर्घटना, दिव्यांगता, प्रसूति, अंतिम संस्कार सहायता |
अधिकतम सहायता राशि | ₹4 लाख (दुर्घटना मृत्यु पर) |
महिला श्रमिक लाभ | प्रसूति सहायता ₹16,000 तक |
अंतिम संस्कार सहायता | ₹5,000 |
बिजली बिल में छूट | पात्रता अनुसार |
बच्चों के लिए छात्रवृत्ति | कक्षा 1 से 12 तक |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
कुल पंजीकृत श्रमिक | 1.75 करोड़ (2025 तक) |
किन स्थितियों में कितना मिलता है लाभ?
लाभ की स्थिति | सहायता राशि (रुपए में) |
सामान्य मृत्यु | ₹2,00,000 |
दुर्घटना में मृत्यु | ₹4,00,000 |
आंशिक दिव्यांगता | ₹1,00,000 |
स्थायी दिव्यांगता | ₹2,00,000 |
प्रसूति सहायता (महिला) | ₹16,000 तक |
अंतिम संस्कार सहायता | ₹5,000 |
बिजली बिल छूट | पात्रता अनुसार |
बच्चों की छात्रवृत्ति | कक्षा 1-8: ₹1,000/वर्ष, कक्षा 9-12: ₹2,000/वर्ष |
संबल योजना के लिए पात्रता
- मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
- असंगठित क्षेत्र का श्रमिक होना चाहिए (जैसे- मजदूर, रिक्शा चालक, घरेलू कामगार, तेंदूपत्ता संग्राहक, गिग वर्कर आदि)।
- भविष्य निधि (PF), ESI, ग्रेच्युटी या सरकारी पेंशन का लाभार्थी न हो।
- 1 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि न हो।
- सरकारी सेवा में न हो।
- आयकर दाता न हो।
- समग्र आईडी में नाम जुड़ा होना चाहिए।
संबल योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- समग्र आईडी कार्ड
- बैंक पासबुक (DBT के लिए)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- श्रमिक प्रमाण (जैसे- नरेगा जॉब कार्ड, श्रमिक पहचान पत्र आदि)
संबल योजना में आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन आवेदन:
- sambal.mp.gov.in पोर्टल पर जाएं।
- समग्र आईडी से लॉगिन करें।
- श्रमिक पंजीयन विकल्प चुनें।
- मांगी गई जानकारी और दस्तावेज़ अपलोड करें।
- सबमिट कर दें और रसीद प्राप्त करें।
ऑफलाइन आवेदन:
- नजदीकी लोक सेवा केंद्र या जन सेवा केंद्र जाएं।
- आवश्यक दस्तावेज़ और समग्र आईडी लेकर जाएं।
- ऑपरेटर से पंजीयन करवाएं।
- पंजीयन की रसीद प्राप्त करें।
संबल योजना के तहत मिलने वाले अन्य लाभ
- बिजली बिल में छूट: पात्र श्रमिकों को बिजली बिल में सब्सिडी।
- बच्चों के लिए छात्रवृत्ति: कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को वार्षिक छात्रवृत्ति।
- महिला श्रमिकों को विशेष सहायता: गर्भवती महिला श्रमिक को प्रसूति सहायता।
- आवास, स्वास्थ्य, बीमा योजनाओं से लिंकिंग: अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल सकता है।
संबल योजना में लाभार्थी चयन प्रक्रिया
- श्रमिक का पंजीयन समग्र आईडी के आधार पर होता है।
- आवेदन के बाद दस्तावेजों की जांच होती है।
- पात्रता की पुष्टि के बाद श्रमिक का नाम लाभार्थी सूची में शामिल किया जाता है।
- सहायता राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है23।
Sambal Yojana 2.0: नए अपडेट और बदलाव
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा: अब श्रमिक घर बैठे मोबाइल से भी पंजीयन कर सकते हैं।
- गिग वर्कर्स और तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी शामिल किया गया है।
- 1.75 करोड़ से अधिक श्रमिकों का पंजीयन: योजना के तहत अब तक 1.75 करोड़ से ज्यादा श्रमिक लाभान्वित हो चुके हैं।
- आवेदन और लाभ की प्रक्रिया पहले से ज्यादा पारदर्शी और तेज।
संबल योजना के लाभार्थियों की कहानियां
- कई असंगठित श्रमिकों के परिवारों को अचानक हुई मृत्यु या दुर्घटना के बाद आर्थिक संकट से उबरने में इस योजना से मदद मिली है।
- महिला श्रमिकों को प्रसूति सहायता और बच्चों को छात्रवृत्ति मिलने से परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
- बिजली बिल में छूट से घर का मासिक खर्च कम हुआ है।
संबल योजना के फायदे
- जीवनभर की आर्थिक सुरक्षा
- आकस्मिक दुर्घटना, मृत्यु, दिव्यांगता में आर्थिक सहारा
- महिला श्रमिकों को विशेष लाभ
- बच्चों की शिक्षा में सहयोग
- बिजली बिल में राहत
- आवेदन और लाभ प्रक्रिया पारदर्शी
योजना से जुड़ी सावधानियां
- केवल असली और पात्र श्रमिक ही आवेदन करें।
- सभी दस्तावेज़ सही और अपडेटेड रखें।
- फर्जी दस्तावेज़ या जानकारी देने पर लाभ निरस्त हो सकता है।
- योजना की जानकारी केवल सरकारी पोर्टल या अधिकृत केंद्र से लें।
निष्कर्ष
संबल योजना असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए जीवनभर की आर्थिक सुरक्षा का मजबूत आधार है। इस योजना ने लाखों गरीब मजदूर परिवारों को मुश्किल समय में आर्थिक सहारा दिया है।
चाहे सामान्य मृत्यु हो, दुर्घटना, दिव्यांगता या प्रसूति—हर स्थिति में सरकार की ओर से आर्थिक मदद मिलती है। बच्चों की पढ़ाई और बिजली बिल में छूट जैसे लाभ भी परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाते हैं।
अगर आप या आपके परिवार में कोई असंगठित श्रमिक है, तो इस योजना का लाभ जरूर लें और समय पर आवेदन करें। संबल योजना ने मध्य प्रदेश के श्रमिक वर्ग में नई उम्मीद और आत्मविश्वास जगाया है।
Disclaimer: यह लेख संबल योजना से संबंधित सरकारी पोर्टल, वीडियो और उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। संबल योजना पूरी तरह से वास्तविक और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा संचालित है।
योजना की पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया समय-समय पर बदल सकती है, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए केवल सरकारी पोर्टल या अधिकृत केंद्र की ही पुष्टि करें। किसी भी फर्जी कॉल, वेबसाइट या एजेंट से सावधान रहें।