पति‑पत्नी मिलकर उठाएं 3 बड़े फायदे और 1 छोटा रिस्क – जानिए कैसे Joint Home Loan से हो सकती है लाखों की बचत

घर खरीदना हर परिवार का एक बड़ा सपना होता है, लेकिन आज के समय में प्रॉपर्टी की कीमतें इतनी ज्यादा हैं कि बिना होम लोन के घर खरीदना लगभग नामुमकिन सा लगता है। अधिकतर लोग बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों से होम लोन लेकर ही अपने सपनों का घर खरीदते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप अपनी पत्नी के साथ मिलकर जॉइंट होम लोन लेते हैं तो आप लाखों रुपये की बचत कर सकते हैं? जी हां, जॉइंट होम लोन सिर्फ घर खरीदने में ही मदद नहीं करता, बल्कि टैक्स, ब्याज दर, लोन अमाउंट और रजिस्ट्री जैसे कई मामलों में भी आपको बड़ा फायदा देता है।

आजकल कई बैंक और फाइनेंस कंपनियां पति-पत्नी को जॉइंट होम लोन की सुविधा देती हैं। इसमें दोनों की इनकम, क्रेडिट स्कोर और एलिजिबिलिटी को मिलाकर लोन अमाउंट तय किया जाता है। इससे न सिर्फ आपको ज्यादा लोन मिल सकता है, बल्कि ब्याज दर में भी छूट मिलती है।

इसके अलावा, टैक्स में डबल छूट, स्टांप ड्यूटी में छूट और PMAY सब्सिडी जैसे फायदे भी मिलते हैं। अगर आप भी घर खरीदने की सोच रहे हैं, तो पत्नी के साथ जॉइंट होम लोन लेना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।

इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि अपनी पत्नी के साथ जॉइंट होम लोन लेकर आप कैसे लाखों रुपये बचा सकते हैं, इसके क्या-क्या फायदे हैं, कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन-किन राज्यों में आपको अलग-अलग छूट मिल सकती है।

Joint Home Loan

फीचरडिटेल्स/फायदे
लोन लेने वालेपति-पत्नी (या अन्य करीबी महिला रिश्तेदार)
लोन अमाउंटदोनों की इनकम जोड़कर ज्यादा अमाउंट
ब्याज दरमहिलाओं के लिए 0.05%–0.15% तक कम ब्याज दर
टैक्स छूटदोनों को अलग-अलग टैक्स छूट (धारा 80C और 24b)
स्टांप ड्यूटी छूटमहिला को-ओनर होने पर 1-2% तक छूट (राज्य के हिसाब से)
PMAY सब्सिडीमहिला को-ओनर होने पर ₹2.5 लाख तक की सब्सिडी
EMI जिम्मेदारीदोनों पर बराबर या तय हिस्से में जिम्मेदारी
डॉक्युमेंट्सदोनों के KYC, इनकम प्रूफ, प्रॉपर्टी डॉक्युमेंट्स
प्रॉपर्टी ओनरशिपदोनों के नाम पर कानूनी मालिकाना हक
लोन एलिजिबिलिटीदोनों की इनकम से बढ़ जाती है

जॉइंट होम लोन के 5 बड़े फायदे

1. ज्यादा लोन अमाउंट की पात्रता
जब आप पत्नी के साथ जॉइंट होम लोन लेते हैं, तो बैंक दोनों की इनकम जोड़कर लोन अमाउंट तय करता है। इससे आपको ज्यादा अमाउंट का लोन मिल सकता है, जिससे आप बड़ा या बेहतर घर खरीद सकते हैं। अगर पति-पत्नी दोनों वर्किंग हैं तो बैंक आसानी से लोन अप्रूव कर देता है।

2. ब्याज दर में छूट
महिलाओं के नाम पर लोन लेने पर कई बैंक ब्याज दर में 0.05%–0.15% तक की छूट देते हैं। इससे EMI कम हो जाती है और पूरे लोन टेन्योर में लाखों रुपये की बचत होती है। उदाहरण के लिए, अगर 50 लाख के लोन पर 0.1% की छूट मिलती है तो 20 साल में करीब 60,000–1,00,000 रुपये तक बच सकते हैं।

3. टैक्स में डबल छूट
जॉइंट होम लोन में पति-पत्नी दोनों अलग-अलग टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं।

  • धारा 80C: दोनों 1.5 लाख रुपये तक प्रिंसिपल रीपेमेंट पर छूट ले सकते हैं।
  • धारा 24b: दोनों 2 लाख रुपये तक ब्याज पर छूट ले सकते हैं।
    यानि कुल मिलाकर एक साल में 7 लाख रुपये तक टैक्स छूट मिल सकती है।

4. स्टांप ड्यूटी में छूट
कई राज्यों (जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल) में अगर महिला के नाम प्रॉपर्टी है तो स्टांप ड्यूटी में 1-2% तक की छूट मिलती है। इससे रजिस्ट्री के समय भी लाखों रुपये की बचत हो सकती है।

5. PMAY सब्सिडी का फायदा
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत पहली बार घर खरीदने पर महिला को-ओनर होने पर 2.5 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। यह सब्सिडी सिर्फ उन्हीं को मिलती है, जिनके नाम पर प्रॉपर्टी है और वे पहली बार घर खरीद रहे हैं।

जॉइंट होम लोन के टैक्स फायदे: कैसे बचाएं लाखों रुपये?

  • पति-पत्नी दोनों को होम लोन के ब्याज (Interest) और प्रिंसिपल (Principal) पर टैक्स छूट मिलती है।
  • दोनों मिलकर सालाना 7 लाख रुपये तक की टैक्स छूट ले सकते हैं (80C + 24b)।
  • दोनों को यह छूट तभी मिलेगी जब दोनों EMI में हिस्सा दें और दोनों के नाम प्रॉपर्टी हो।
  • टैक्स छूट का फायदा तभी मिलेगा जब दोनों की इनकम टैक्सेबल हो और दोनों लोन की EMI का भुगतान करें।

जॉइंट होम लोन लेने की शर्तें और जरूरी बातें

  • दोनों का नाम प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन में होना चाहिए।
  • दोनों को-एप्लीकेंट (Co-applicant) और को-ओनर (Co-owner) होना जरूरी है।
  • दोनों की इनकम प्रूफ, KYC डॉक्युमेंट्स, एड्रेस प्रूफ, और प्रॉपर्टी डॉक्युमेंट्स जरूरी हैं।
  • दोनों की क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए।
  • EMI की जिम्मेदारी दोनों की होती है, लेकिन कोई एक भी पूरी EMI चुका सकता है।
  • अगर लोन डिफॉल्ट होता है तो बैंक दोनों से रिकवरी कर सकता है।

जॉइंट होम लोन के लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स

  • दोनों का PAN कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो
  • इनकम प्रूफ (सैलरी स्लिप, ITR, बैंक स्टेटमेंट)
  • एड्रेस प्रूफ (रेंट एग्रीमेंट, बिजली बिल, पासपोर्ट)
  • प्रॉपर्टी के डॉक्युमेंट्स (सैल डीड, एग्रीमेंट टू सेल, एनओसी)
  • शादी का प्रमाण पत्र (पति-पत्नी के लिए)
  • बैंक द्वारा मांगे गए अन्य डॉक्युमेंट्स

जॉइंट होम लोन में EMI और जिम्मेदारी

  • EMI दोनों के नाम पर होती है, लेकिन दोनों मिलकर या कोई एक भी EMI चुका सकता है।
  • EMI का हिस्सा तय कर सकते हैं – 50:50 या 60:40 या जैसी सहमति हो।
  • दोनों के नाम पर लोन होने से दोनों की क्रेडिट हिस्ट्री बनती है।
  • अगर कोई डिफॉल्ट होता है तो बैंक दोनों से रिकवरी कर सकता है।

स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्री में बचत

  • महिला के नाम पर प्रॉपर्टी रजिस्टर कराने पर दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल जैसे राज्यों में 1-2% तक स्टांप ड्यूटी की छूट मिलती है।
  • उदाहरण: अगर प्रॉपर्टी की कीमत 50 लाख है और स्टांप ड्यूटी 6% है, तो महिला के नाम पर 1% छूट यानी 50,000 रुपये की सीधी बचत।

PMAY सब्सिडी का फायदा

  • प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत पहली बार घर खरीदने वालों को 2.5 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है।
  • यह सब्सिडी सिर्फ महिला को-ओनर होने पर ही मिलती है।
  • सब्सिडी सीधे आपके लोन अमाउंट से घट जाती है, जिससे EMI और कुल ब्याज में बचत होती है।

जॉइंट होम लोन के अन्य फायदे

  • लोन अप्रूवल में आसानी: दोनों की इनकम जोड़ने से बैंक जल्दी अप्रूव करता है।
  • फाइनेंशियल सिक्योरिटी: दोनों के नाम पर प्रॉपर्टी होने से भविष्य में भी सुरक्षा रहती है।
  • क्रेडिट स्कोर में सुधार: दोनों का क्रेडिट स्कोर बेहतर बनता है।
  • इमरजेंसी में मदद: अगर किसी एक की इनकम में दिक्कत आती है तो दूसरा संभाल सकता है।

जॉइंट होम लोन की प्रक्रिया (स्टेप बाय स्टेप)

  1. प्रॉपर्टी चुनें: दोनों के नाम पर प्रॉपर्टी रजिस्टर कराएं।
  2. बैंक या HFC चुनें: ब्याज दर, शर्तें और ऑफर चेक करें।
  3. डॉक्युमेंट्स तैयार करें: दोनों के डॉक्युमेंट्स इकट्ठा करें।
  4. लोन एप्लिकेशन भरें: जॉइंट एप्लिकेशन फॉर्म भरें।
  5. इनकम और क्रेडिट जांच: बैंक दोनों की इनकम और क्रेडिट स्कोर चेक करेगा।
  6. लोन अप्रूवल और सैंक्शन: लोन अप्रूव होने के बाद सैंक्शन लेटर मिलेगा।
  7. रजिस्ट्री और लोन डिस्बर्सल: प्रॉपर्टी रजिस्ट्री के बाद लोन अमाउंट मिल जाएगा।
  8. EMI भुगतान शुरू करें: EMI दोनों मिलकर या कोई एक चुका सकता है।

जॉइंट होम लोन में ध्यान रखने वाली बातें

  • दोनों की इनकम टैक्सेबल होनी चाहिए, तभी दोनों टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं।
  • प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन में दोनों का नाम होना जरूरी है।
  • लोन डिफॉल्ट की स्थिति में दोनों जिम्मेदार होंगे।
  • ब्याज दर में छूट हर बैंक में अलग-अलग हो सकती है।
  • PMAY सब्सिडी और स्टांप ड्यूटी छूट राज्य और स्कीम के अनुसार बदल सकती है।
  • फाइनेंशियल प्लानिंग और EMI शेयरिंग पहले से तय करें।

निष्कर्ष

पत्नी के साथ जॉइंट होम लोन लेना सिर्फ घर खरीदने में ही नहीं, बल्कि आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग में भी बड़ा फायदा देता है। इससे आपको ज्यादा लोन अमाउंट, कम ब्याज दर, डबल टैक्स छूट, स्टांप ड्यूटी और PMAY सब्सिडी जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं।

अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं, तो जॉइंट होम लोन लेकर लाखों रुपये की बचत कर सकते हैं। लेकिन लोन लेने से पहले सभी शर्तें, डॉक्युमेंट्स और फाइनेंशियल जिम्मेदारी को अच्छे से समझ लें और जरूरत हो तो किसी एक्सपर्ट या फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।

Disclaimer: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी देने के लिए है। इसमें दी गई जानकारियां विभिन्न न्यूज रिपोर्ट्स, बैंकों और फाइनेंस कंपनियों की पब्लिक डोमेन में उपलब्ध जानकारी पर आधारित हैं। जॉइंट होम लोन और टैक्स छूट की शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं।

लोन लेने से पहले सभी नियम, शर्तें और फायदे खुद जांच लें या किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। यह सुविधा पूरी तरह असली और बैंकिंग सिस्टम में उपलब्ध है।

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