अब 1 कार्ड से 2 फायदे, 2025 में सरकारी नहीं, प्राइवेट अस्पताल में भी मिलेगा ₹5 लाख तक फ्री इलाज – Ayushman Card Update

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हर साल लाखों लोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर काटते हैं, लेकिन महंगे इलाज के कारण कई बार सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता

ऐसे में भारत सरकार ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) शुरू की, जिसका मुख्य उद्देश्य हर जरूरतमंद को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत पात्र परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है।

अब तक यह योजना मुख्य रूप से सरकारी अस्पतालों में लागू थी, लेकिन हाल के अपडेट के अनुसार अब देशभर के हजारों प्राइवेट अस्पताल भी इस योजना से जुड़े हैं।

इससे लाभार्थियों को इलाज के लिए अधिक विकल्प मिल गए हैं और वे अपने नजदीकी या पसंदीदा प्राइवेट अस्पताल में भी मुफ्त इलाज करा सकते हैं। इस बदलाव से न सिर्फ इलाज की पहुंच बढ़ी है, बल्कि लोगों को बेहतर सुविधाएं भी मिल रही हैं।

आइए विस्तार से जानते हैं कि आयुष्मान भारत कार्ड से प्राइवेट अस्पताल में भी फ्री इलाज कैसे संभव है, कौन-कौन से अस्पताल इसमें शामिल हैं, इसका लाभ कैसे लें और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

Ayushman Bharat Card – Free Treatment in Private Hospitals

बिंदु/टॉपिकविवरण/जानकारी
योजना का नामआयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY)
लाभार्थीगरीब, वंचित और पात्र परिवार
सालाना कवरेज5 लाख रुपये तक (कुछ राज्यों में 10 लाख तक)
अस्पतालों की संख्या30,000+ (सरकारी व प्राइवेट दोनों)
प्राइवेट अस्पतालों में सुविधाहां, सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज
कवर की जाने वाली बीमारियांकैंसर, हृदय रोग, किडनी, न्यूरोसर्जरी, ऑर्थोपेडिक, आदि
इलाज का प्रकारकैशलेस और पेपरलेस
अस्पताल की सूची कैसे देखेंआधिकारिक पोर्टल पर ‘Find Hospital’ विकल्प से
कवर नहीं की जाने वाली सेवाएंओपीडी, कॉस्मेटिक सर्जरी, डेंटल, टीकाकरण
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशनभर्ती से 15 दिन पहले और छुट्टी के 15 दिन बाद तक कवर

आयुष्मान भारत योजना में प्राइवेट अस्पताल कैसे जुड़े?

सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए देशभर के हजारों प्राइवेट अस्पतालों को भी इस योजना में शामिल किया है। अब लाभार्थी अपने शहर या जिले के सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पताल में भी आयुष्मान कार्ड के जरिए इलाज करा सकते हैं।

कैसे पता करें कौन सा प्राइवेट अस्पताल योजना में शामिल है?

  • आधिकारिक पोर्टल (pmjay.gov.in) पर जाएं।
  • Find Hospital’ या ‘हॉस्पिटल सर्च’ विकल्प चुनें।
  • राज्य, जिला, अस्पताल का प्रकार (प्राइवेट/सरकारी) और स्पेशलिटी चुनें।
  • सर्च बटन पर क्लिक करें।
  • आपके सामने सूची आ जाएगी, जिसमें प्राइवेट अस्पतालों की पूरी जानकारी होगी।

आयुष्मान भारत कार्ड से प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज – प्रक्रिया

1. अस्पताल का चयन करें:
सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि जिस प्राइवेट अस्पताल में आप इलाज कराना चाहते हैं, वह आयुष्मान भारत योजना में सूचीबद्ध है।

2. इलाज के लिए जरूरी दस्तावेज:

  • आयुष्मान भारत कार्ड/पीएमजेएवाई कार्ड
  • आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र
  • जरूरत पड़ने पर परिवार के अन्य सदस्यों के दस्तावेज

3. अस्पताल में एडमिशन:

  • सूचीबद्ध अस्पताल में कार्ड दिखाकर एडमिशन लें।
  • अस्पताल की हेल्प डेस्क पर कार्ड व दस्तावेज दिखाएं।
  • कार्ड वेरिफिकेशन के बाद इलाज शुरू हो जाएगा।

4. इलाज का खर्च:

  • इलाज के दौरान कोई भी खर्च आपको अपनी जेब से नहीं देना पड़ेगा।
  • पूरा खर्च योजना के तहत सरकार वहन करेगी।
  • इलाज कैशलेस और पेपरलेस होगा।

5. डिस्चार्ज व फॉलोअप:

  • भर्ती से 15 दिन पहले के टेस्ट व इलाज और डिस्चार्ज के 15 दिन बाद तक की दवाएं, टेस्ट आदि भी कवर हैं।

आयुष्मान भारत योजना के तहत प्राइवेट अस्पताल में इलाज के फायदे

  • बेहतर सुविधाएं: प्राइवेट अस्पतालों में आधुनिक मशीनें, अनुभवी डॉक्टर और बेहतर केयर मिलती है।
  • इलाज के विकल्प: सरकारी अस्पतालों के अलावा प्राइवेट अस्पतालों का विकल्प मिलने से इलाज में देरी नहीं होती।
  • कैशलेस प्रक्रिया: मरीज को इलाज के समय कोई भुगतान नहीं करना पड़ता।
  • विशेष बीमारियों का इलाज: कैंसर, हार्ट, न्यूरो, किडनी जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज मुफ्त।
  • प्री व पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: भर्ती से पहले और छुट्टी के बाद भी इलाज कवर।
  • ऑनलाइन सुविधा: घर बैठे अस्पताल की सूची देख सकते हैं।

कौन-कौन सी बीमारियां कवर होती हैं?

  • कैंसर
  • हृदय रोग
  • किडनी ट्रांसप्लांट
  • न्यूरोसर्जरी
  • ऑर्थोपेडिक सर्जरी
  • बाल चिकित्सा सेवाएं
  • प्रसूति सेवाएं
    (कुछ बीमारियां व सेवाएं योजना के तहत कवर नहीं होती, जैसे ओपीडी, कॉस्मेटिक सर्जरी, डेंटल, टीकाकरण आदि)।

आयुष्मान भारत कार्ड से इलाज के लिए जरूरी बातें

  • केवल सूचीबद्ध अस्पतालों में ही मुफ्त इलाज मिलेगा। किसी भी प्राइवेट अस्पताल में नहीं, बल्कि सिर्फ उन्हीं में जो योजना में पंजीकृत हैं।
  • इलाज के लिए कार्ड और पहचान पत्र जरूरी है।
  • बीमा राशि की सीमा: एक परिवार को सालाना अधिकतम 5 लाख (कुछ राज्यों में 10 लाख) तक का कवर मिलता है।
  • रूम कैपिंग: अस्पताल में भर्ती के दौरान रूम का किराया योजना के पैकेज के अनुसार तय होता है।
  • अगर कोई अस्पताल तय दर से ज्यादा पैसे मांगे, तो शिकायत कर सकते हैं।
  • प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: भर्ती से 15 दिन पहले और छुट्टी के 15 दिन बाद तक का खर्च कवर।
  • हर बीमारी के लिए अलग-अलग पैकेज तय हैं।

आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज की सीमाएं

  • बीमा राशि की सीमा: सालाना 5 लाख (कुछ राज्यों में 10 लाख) तक।
  • सिर्फ सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज।
  • हर बीमारी के लिए अलग-अलग पैकेज लिमिट।
  • कुछ सेवाएं कवर नहीं होतीं (जैसे ओपीडी, डेंटल, कॉस्मेटिक सर्जरी)
  • रूम रेंट, दवाएं, टेस्ट आदि सब कुछ पैकेज में शामिल, लेकिन तय सीमा तक।

प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए जरूरी टिप्स

  • इलाज शुरू कराने से पहले अस्पताल से योजना की पुष्टि कर लें।
  • सभी जरूरी दस्तावेज साथ रखें।
  • इलाज के दौरान या बाद में कोई समस्या हो तो हेल्पलाइन या पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।
  • डिस्चार्ज के बाद बिल या कागजात अपने पास रखें।

निष्कर्ष

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने देश के करोड़ों गरीब और जरूरतमंद परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा दी है। अब प्राइवेट अस्पतालों को भी इस योजना में शामिल करने से लोगों को बेहतर इलाज, अधिक विकल्प और सुविधाएं मिल रही हैं।

योजना के तहत इलाज पूरी तरह कैशलेस और पेपरलेस है, जिससे मरीजों को आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ता। हालांकि, इलाज सिर्फ उन्हीं अस्पतालों में मिलेगा जो योजना में सूचीबद्ध हैं और हर बीमारी के लिए तय पैकेज के अनुसार ही खर्च कवर होगा।

अगर आप भी इस योजना के पात्र हैं, तो अपने नजदीकी सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के जरिए मुफ्त इलाज का लाभ जरूर उठाएं।

Disclaimer: यह लेख सरकारी पोर्टल्स और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। आयुष्मान भारत कार्ड से प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज की सुविधा वास्तविक और पूरी तरह से लागू है, लेकिन इसका लाभ सिर्फ उन्हीं अस्पतालों में मिलेगा जो योजना में सूचीबद्ध हैं।

हर बीमारी या सेवा योजना के तहत कवर नहीं होती, इसलिए इलाज शुरू करने से पहले अस्पताल और योजना की जानकारी अवश्य लें। किसी भी प्रकार की समस्या या संदेह की स्थिति में आधिकारिक पोर्टल या हेल्पलाइन से संपर्क करें।

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