रेलवे ने फिर बदले 8 स्टेशनों के नाम, तुरंत देखें नई लिस्ट वरना बुकिंग में होगी दिक्कत Railway Station Name Changed

भारत में रेलवे यात्रा का एक अलग ही महत्व है। हर दिन लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं और रेलवे स्टेशन उनके लिए एक अहम पड़ाव होता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के 8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। यह बदलाव यात्रियों के लिए जानना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर आप पुराने नाम से टिकट बुक करेंगे तो बुकिंग में परेशानी हो सकती है। रेलवे द्वारा नाम बदलने का मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करना और स्थानीय विरासत को सम्मान देना है।

रेलवे स्टेशन नाम बदलने से यात्रियों को कई बार कन्फ्यूजन का सामना करना पड़ता है, खासकर जब वे ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं। कई बार लोग पुराने नाम से स्टेशन सर्च करते हैं और उन्हें नया नाम नहीं पता होता, जिससे बुकिंग में दिक्कत आती है। इसी वजह से रेलवे ने अब नये नामों को ऑनलाइन सिस्टम में अपडेट कर दिया है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किन-किन रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं, उनके नए नाम क्या हैं, और टिकट बुकिंग के समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Railway Station Name Changed: Complete Overview

रेलवे द्वारा 8 स्टेशनों के नाम बदलने की प्रक्रिया को काफी सोच-समझकर लागू किया गया है। इस बदलाव का सीधा असर यात्रियों की टिकट बुकिंग और यात्रा अनुभव पर पड़ता है। नीचे दी गई टेबल में आपको इन बदलावों का एक संक्षिप्त ओवरव्यू मिलेगा:

जानकारीविवरण
बदलाव की तारीख27 अगस्त 2024
कुल स्टेशन8
जिलाअमेठी, उत्तर प्रदेश
रेलवे डिवीजनलखनऊ डिवीजन, नॉर्दर्न रेलवे
बदलने का कारणसांस्कृतिक विरासत, स्थानीय पहचान
पुराने नामकासिमपुर हॉल्ट, जायस, मिश्रौली, बनी, निहालगढ़, अकबरगंज, वारिसगंज, फुरसतगंज
नए नामनीचे लिस्ट में देखें
टिकट बुकिंग पर असरनया नाम डालना जरूरी, वरना बुकिंग में दिक्कत
ऑनलाइन अपडेटIRCTC वेबसाइट व मोबाइल ऐप पर नए नाम अपडेट
नाम बदलने की प्रक्रियागृह मंत्रालय व रेलवे मंत्रालय की मंजूरी के बाद लागू

रेलवे स्टेशन नाम बदलने की पूरी लिस्ट (Railway Station Name Change List)

रेलवे ने जिन 8 स्टेशनों के नाम बदले हैं, उनकी पूरी लिस्ट नीचे दी गई है। यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है, ताकि अगली बार टिकट बुक करते समय कोई गलती न हो:

पुराना नामनया नाम
कासिमपुर हॉल्टजायस सिटी
जायसगुरु गोरखनाथ धाम
मिश्रौलीमां कालिकन धाम
बनीस्वामी परमहंस
निहालगढ़महाराजा बिजली पासी
अकबरगंजमां अहोरवा भवानी धाम
वारिसगंजअमर शहीद भाले सुल्तान
फुरसतगंजतपेश्वरनाथ धाम

इन नामों को नए रेलवे टिकट बुकिंग सिस्टम में अपडेट कर दिया गया है। अब आपको टिकट बुक करते समय पुराने नाम की जगह नया नाम चुनना होगा।

नाम बदलने का कारण और प्रक्रिया

इन स्टेशनों के नाम बदलने का मुख्य कारण स्थानीय सांस्कृतिक पहचान और ऐतिहासिक महत्व को बढ़ावा देना है। अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी ने गृह मंत्रालय और रेलवे मंत्रालय को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि इन स्टेशनों के नाम स्थानीय महापुरुषों, संतों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखे जाएं। मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद रेलवे ने आधिकारिक रूप से यह बदलाव लागू किया।

टिकट बुकिंग में क्या बदलाव आएंगे?

  • अब IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर नए नाम से ही स्टेशन सर्च करना होगा।
  • अगर आप पुराने नाम से स्टेशन सर्च करेंगे तो वह रिजल्ट नहीं दिखेगा।
  • टिकट बुकिंग के दौरान नया नाम डालना जरूरी है, वरना बुकिंग में दिक्कत आ सकती है।
  • रेलवे ने यह बदलाव अपने सिस्टम में पूरी तरह से अपडेट कर दिया है, जिससे यात्रियों को आसानी हो।

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए क्या किया?

रेलवे ने टिकट बुकिंग को आसान बनाने के लिए एक नया फीचर भी शुरू किया है। अब अगर आपको स्टेशन का नया नाम नहीं पता, तो आप नजदीकी शहर या इलाके का नाम डालकर भी स्टेशन सर्च कर सकते हैं। रेलवे ने 175 लोकप्रिय शहरों और इलाकों को 725 रेलवे स्टेशनों से लिंक कर दिया है, जिससे सर्च करना आसान हो गया है।

नाम बदलने के बाद यात्रियों को क्या-क्या ध्यान रखना चाहिए?

  • टिकट बुकिंग: नया नाम डालें, पुराने नाम से बुकिंग न करें।
  • यात्रा की योजना: अगर आप किसी को स्टेशन पर लेने या छोड़ने जा रहे हैं, तो नया नाम ही बताएं।
  • ऑनलाइन सर्च: IRCTC ऐप या वेबसाइट पर नया नाम डालकर ही ट्रेन सर्च करें।
  • नवीनतम जानकारी: रेलवे की वेबसाइट या ऐप पर समय-समय पर अपडेट देखते रहें।

नाम बदलने से पहले और बाद की स्थिति

पहलूनाम बदलने से पहलेनाम बदलने के बाद
टिकट बुकिंगपुराने नाम से होती थीनए नाम से ही होगी
कन्फ्यूजनकई बार गलत स्टेशन चुन लेते थेनया नाम जानने से कन्फ्यूजन कम
सांस्कृतिक पहचानकम थीस्थानीय पहचान को बढ़ावा मिला
ऑनलाइन सिस्टमपुराने नाम ही अपडेट थेनए नाम पूरी तरह अपडेट

रेलवे टिकट बुकिंग में नाम बदलने से जुड़ी जरूरी बातें

रेलवे टिकट बुकिंग में नाम बदलने को लेकर भी कई नियम हैं। अगर आपने टिकट बुक करते समय गलती से नाम गलत डाल दिया है या किसी और सदस्य को टिकट ट्रांसफर करना है, तो रेलवे ने इसके लिए भी कुछ नियम बनाए हैं:

  • परिवार के सदस्य को टिकट ट्रांसफर: अगर आप अपने परिवार के सदस्य (पिता, माता, भाई, बहन, बेटा, बेटी, पति, पत्नी) को टिकट ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो ट्रेन के रवाना होने से 24 घंटे पहले नजदीकी रिजर्वेशन काउंटर पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
  • सरकारी कर्मचारी: अगर कोई सरकारी कर्मचारी ड्यूटी पर जा रहा है, तो उचित अधिकारी की सिफारिश पर नाम बदलने की अनुमति मिल सकती है।
  • ऑनलाइन नाम बदलना: अब IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर भी नाम बदलने की सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए आपको लॉगिन करके “Change Boarding Point and Passenger Name Request” फॉर्म भरना होता है।
  • समूह यात्रा: अगर कोई ग्रुप यात्रा कर रहा है, तो 48 घंटे पहले नाम बदलने का आवेदन दिया जा सकता है, लेकिन यह संख्या कुल यात्रियों के 10% से ज्यादा नहीं हो सकती।

रेलवे स्टेशन नाम बदलने से यात्रियों को क्या फायदा?

  • स्थान की पहचान आसान: नए नाम स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए ज्यादा पहचान वाले हैं।
  • बुकिंग में सुविधा: नया नाम अपडेट होने से टिकट बुकिंग में कोई दिक्कत नहीं होगी।
  • पर्यटन को बढ़ावा: धार्मिक और ऐतिहासिक नामों से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
  • सांस्कृतिक विरासत: स्थानीय संस्कृति और इतिहास को सम्मान मिलेगा।

रेलवे द्वारा नाम बदलने की प्रक्रिया (Step-by-Step)

  1. प्रस्ताव भेजना: स्थानीय सांसद या जनप्रतिनिधि गृह मंत्रालय को नाम बदलने का प्रस्ताव भेजते हैं।
  2. मंजूरी: गृह मंत्रालय और रेलवे मंत्रालय से मंजूरी मिलती है।
  3. नोटिफिकेशन: रेलवे द्वारा आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया जाता है।
  4. ऑनलाइन सिस्टम अपडेट: IRCTC और अन्य बुकिंग प्लेटफॉर्म पर नए नाम अपडेट किए जाते हैं।
  5. यात्रियों को सूचना: मीडिया, वेबसाइट, ऐप और रेलवे स्टेशन पर सूचना दी जाती है।
  6. बुकिंग में बदलाव: अब सिर्फ नए नाम से ही टिकट बुकिंग संभव होती है।

नाम बदलने के बाद आने वाली समस्याएं और समाधान

समस्या:

  • कई बार यात्री पुराने नाम से स्टेशन सर्च करते हैं, जिससे रिजल्ट नहीं मिलता।
  • स्थानीय लोग नए नाम से अनजान होते हैं, जिससे कन्फ्यूजन होता है।
  • टिकट बुकिंग के समय गलत स्टेशन चुनने का खतरा रहता है।

समाधान:

  • रेलवे ने नया फीचर शुरू किया है, जिससे आप शहर या इलाके के नाम से भी स्टेशन सर्च कर सकते हैं।
  • रेलवे द्वारा समय-समय पर मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी जा रही है।
  • स्टेशन पर भी नए नाम के बोर्ड लगाए गए हैं।

यात्रियों के लिए जरूरी टिप्स

  • हमेशा रेलवे की वेबसाइट या ऐप पर नया नाम चेक करें।
  • पुराने नाम से बुकिंग न करें, वरना टिकट कैंसिल हो सकता है।
  • अगर किसी और के लिए टिकट ट्रांसफर करना है, तो समय से पहले आवेदन करें।
  • यात्रा से पहले स्टेशन का नया नाम अपने मोबाइल में सेव कर लें।

रेलवे स्टेशन नाम बदलने से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्रश्न 1: क्या पुराने नाम से टिकट बुक हो सकता है?
उत्तर: नहीं, अब सिर्फ नए नाम से ही टिकट बुकिंग होगी।

प्रश्न 2: अगर पुराने नाम से टिकट बुक हो गया तो क्या होगा?
उत्तर: सिस्टम में नाम अपडेट होने के बाद पुराने नाम से टिकट बुक नहीं होगा। अगर गलती से बुक हो गया है तो रेलवे काउंटर पर जाकर जानकारी लें।

प्रश्न 3: नया नाम नहीं पता तो कैसे सर्च करें?
उत्तर: आप शहर या इलाके का नाम डालकर भी स्टेशन सर्च कर सकते हैं, क्योंकि रेलवे ने यह सुविधा शुरू कर दी है।

प्रश्न 4: नाम बदलने की प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
उत्तर: नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तुरंत ऑनलाइन सिस्टम में अपडेट कर दिया जाता है।

प्रश्न 5: क्या सभी रेलवे स्टेशनों के कोड भी बदल गए हैं?
उत्तर: नहीं, रेलवे स्टेशन के कोड वही रहेंगे, सिर्फ नाम बदले गए हैं।

निष्कर्ष

रेलवे द्वारा स्टेशनों के नाम बदलना एक बड़ा फैसला है, जिससे स्थानीय संस्कृति और विरासत को सम्मान मिलता है। यात्रियों के लिए यह जानना जरूरी है कि अब टिकट बुकिंग के समय नए नाम का ही इस्तेमाल करें। रेलवे ने ऑनलाइन सिस्टम में यह बदलाव पूरी तरह से लागू कर दिया है, जिससे बुकिंग में कोई परेशानी न हो। अगर आप भी इन इलाकों में यात्रा करने वाले हैं, तो ऊपर दी गई लिस्ट को ध्यान से पढ़ें और नया नाम याद रखें।

Disclaimer:
यह जानकारी रेलवे द्वारा जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। रेलवे स्टेशन नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी तरह से असली है और यह बदलाव अब लागू हो चुका है। टिकट बुकिंग के समय सिर्फ नए नाम का ही इस्तेमाल करें, वरना बुकिंग में परेशानी हो सकती है। अगर आपको किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो नजदीकी रेलवे स्टेशन या IRCTC हेल्पलाइन से संपर्क करें।

Author

  • Kajal Kumari

    Kajal Kumari is an experienced writer with over 7 years of expertise in creating engaging and informative content. With a strong educational background in literature and communication.

    View all posts

Leave a Comment

Join Telegram